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पाकिस्तान को मिलती है लताड़, वहीं भारत की तारीफ के बांधे गए पुल, ग्लोबल एजेंसी के कमेंट से शहबाज की नींद हराम

नई दिल्ली. फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने गुरुवार को आतंकवाद की फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग विरोधी सिस्टम को असरदार बनान के लिए भारत की पारस्परिक मूल्यांकन रिपोर्ट जारी की और देश को रेगुलर फॉलोअप कैटेगरी में रखा. रिपोर्ट में कहा गया है कि भारत ने एफएटीएफ की सिफारिशों में तकनीकी व्यवस्था को लागू करने का उच्च स्तर हासिल किया है और अवैध फंडिंग से निपटने के उपायों को लागू करने के लिए बड़े कदम उठाए हैं. अवैध धन से निपटने के लिए देश के उपायों के मूल्यांकन से यह नतीजा निकलता है कि भारत ने एंटी-मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवाद विरोधी फंडिंग (AML/CFT) ढांचा लागू किया है. एफएटीएफ अक्सर पाकिस्तान को लताड़ लगाता है. भारत की तारीफ से पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ की नींद हराम हो सकती है.

फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स की रिपोर्ट में यह भी कहा गया कि ‘भारत के लिए अपनी व्यवस्था में सुधार जारी रखना जरूरी है. क्योंकि इसकी इकोनॉमी और फाइनेंसियल सिस्टम लगातार बढ़ रहा है. विशेष रूप से यह सुनिश्चित करना कि मनी लॉन्ड्रिंग और आतंकवादी फंडिंग के मुकदमे पूरे हो जाएं और अपराधियों पर उचित प्रतिबंध लगाए जाएं. इसके साथ ही गैर-लाभकारी संगठनों के साथ जोखिम-आधारित और शिक्षाप्रद नजरिया अपनाना जरूरी है.’

यह क्यों महत्वपूर्ण हैएफएटीएफ एक अंतर-सरकारी संगठन है, जिसकी स्थापना मनी लॉन्ड्रिंग, आतंकवादी फंडिंग और अंतरराष्ट्रीय फाइनेंशियल सिस्टम के लिए अन्य खतरों से निपटने के लिए की गई है. यह अंतरराष्ट्रीय मानक तय करता है और सदस्य देशों द्वारा इन मानकों के प्रभावी कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के उपायों को बढ़ावा देता है. भारत को एफएटीएफ द्वारा रेगुलर फॉलोअप कैटेगरी में रखा गया है. जिसका अर्थ है कि यह पहचानी गई कमियों को दूर करने में अपनी प्रगति के बारे में तीन साल में रिपोर्ट करेगा. भारत की अर्थव्यवस्था के बढ़ने के साथ-साथ इसके आतंकवादी फंडिंग और मनी लॉन्ड्रिंग विरोधी ढांचे में निरंतर सुधार की जरूरत है.

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भारत का दर्जा ऊंचायह दर्जा केवल कुछ अन्य G20 देशों को दिया गया है, जो भारत को क्षेत्रीय AML/CFT प्रयासों में सबसे आगे बनाता है. एफएटीएफ मानकों को लागू करने में उच्च स्तर हासिल करने से वैश्विक वित्तीय बाजारों में भारत की विश्वसनीयता बढ़ती है. इससे अंतरराष्ट्रीय वित्तीय संस्थानों तक बेहतर पहुंच और निवेशकों का भरोसा बढ़ सकता है. जो भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए महत्वपूर्ण है.

Tags: Global Terrorism, Money Laundering, Money Laundering Case, Terror Funding

FIRST PUBLISHED : September 19, 2024, 21:51 IST

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