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सबसे ज्यादा होंगे 'हम हिंदुस्तानी'! आबादी में अगले साल चीन से आगे निकल सकते हैं हम

नई दिल्ली. भारत अगले साल चीन को पीछे छोड़कर दुनिया में सबसे ज्यादा आबादी वाला देश बन सकता है। विश्व जनसंख्या दिवस पर जारी संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट में यह संभावना जताई गई है। रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया की आबादी इस साल नवंबर के मध्य तक आठ अरब तक पहुंचने का अनुमान है।
संयुक्त राष्ट्र के जनसंख्या विभाग की आर्थिक और सामाजिक मामलों की इकाई ने ‘विश्व जनसंख्या संभावना 2022’ शीर्षक वाली रिपोर्ट में बताया कि दुनिया के सबसे बड़े देशों में असमान जनसंख्या वृद्धि दर उनकी रैंकिंग बदल देगी। भारत के 2023 में दुनिया के सबसे ज्यादा आबादी वाले चीन से आगे निकलने का अनुमान है। भारत की आबादी अभी 1.41 अरब, जबकि चीन की 1.45 अरब है।
अनुमान है कि भारत की आबादी 2050 में 1.66 अरब हो जाएगी, जबकि तब तक चीन की आबादी 1.31 अरब के आसपास होगी। 2050 तक वैश्विक जनसंख्या में अनुमानित वृद्धि का आधे से अधिक हिस्सा आठ देशों भारत, कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य, मिस्र, इथियोपिया, नाइजीरिया, पाकिस्तान, फिलीपींस और तंजानिया का होगा। संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि स्वास्थ्य क्षेत्र की प्रगति ने जीवन काल बढ़ाया है और नाटकीय रूप से मातृ एवं बाल मृत्यु दर में कमी आई है।

1950 के बाद जनसंख्या दर अपेक्षाकृत घटी
संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक 1950 के बाद दुनिया की आबादी अपेक्षाकृत धीमी गति से बढ़ रही है। इसकी दर 2020 में एक फीसदी से कम दर्ज की गई। संयुक्त राष्ट्र के नए अनुमानों में कहा गया कि दुनिया की आबादी 2030 में 8.5 अरब और 2050 में 9.7 अरब तक पहुंच सकती है। इसके बाद 2080 तक जनसंख्या 10.4 अरब के शिखर तक पहुंचने का अनुमान है।

सबसे ज्यादा योगदान इन दो क्षेत्रों का…
रिपोर्ट में बताया गया कि इस समय दुनिया के दो सबसे ज्यादा आबादी वाले क्षेत्र पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी एशिया हैं। इनकी आबादी 2.3 अरब है। यह दुनिया की आबादी का 29 फीसदी है। मध्य और दक्षिणी एशिया में 2.1 अरब लोग हैं, जो कुल विश्व जनसंख्या का 26 फीसदी प्रतिनिधित्व करते हैं।

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