National

पाकिस्‍तान कभी सुधरेगा नहीं! FATF की नजर से बचने के लिए चली नई चाल, कश्‍मीर में अब इस तरह फैला रहा आतंकवाद

हाइलाइट्स

पाकिस्‍तान कुछ वक्‍त पहले ही FATF की ग्रे लिस्‍ट से बाहर निकला है.दोबारा इस लिस्‍ट में जाने से बचने के लिए नए संगठन बनाकर कश्‍मीर में आतंक फैलाया जा रहा है. भारत सरकार ने 2023 में चार संगठनों पर बैन भी लगाया था.

नई दिल्‍ली. पाकिस्तान FATF की ग्रे लिस्ट से मुश्किल से बाहर आया है और वो इससे बाहर ही रहना चाहता है लेकिन इसके साथ ही वो कश्मीर में आतंकी घटनाओं को भी जारी रखना चाहता है. ऐसे में वो लगातार गिरगिट की तरह रंग बदल लेता है. खास बात तो ये है कि जिस भी आतंकी संगठन पर भारत सरकार प्रतिबंध लगाती है वो उस संगठन के नए नामकरण के साथ एक्टिव हो जाता है और ऐसा ही नया आतंकी गुट हमलो की ज़िम्मेदारी ले रहा है, वो है कश्‍मीर टाइगर. सूत्रों की माने तो जिम्‍मेदारी लेने वाला ये नया गुट है लेकिन असल में वो जैश का ही नया चेहरा है, जो कि नाम बदलकर हमलों की ज़िम्मेदारी ले रहा है. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक लश्कर और उसका शैडो संगठन TRF नॉर्थ पीर पंजाल रेंज यानी की कश्मीर घाटी में एक्टिव है जबकि जैश और उसका शैडो संगठन PAFF जम्मू के इलाके में सक्रिय है.

जम्मू में पिछले दो आतंकी हमले में ना तो TRF ने ज़िम्मेदारी ली ना ही PAFF ने. जिम्‍मेदारी लेने वाला संगठन है कश्मीर टाइगर. जम्मू के यात्री बस पर हमले के बाद से ये अस्तित्व में आना शुरू हुआ. वैसे तो कश्मीर में छोटे बड़े दर्जनों आतंकी संगठन एक्टिव है लेकिन पाकिस्तान से ऑप्रेट होने वाले तीन बड़े आतंकी संगठन है लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज़्बुल मुजाहिद्दीन. जिनकी मदद के लिए बाकायदा ISI की तरफ से फंड दिया जाता है. जो की दशकों से जम्मू कश्‍मीर में आंतकवाद का मुख्य जड़ बना है. FATF की ग्रे लिस्ट से बाहर आने के लिए पाकिस्तान ने इन आतंकी संगठनों के मुखौटे बदले और आतंकी घटनाओं को जारी रखा और सामने आए नए दो गुट TRF यानी द रजिसटेंस फ्रंट और PAFF यानी पीपल्स एंटी फासिस्‍ट फ्रंट. खुफिया रिपोर्ट के मुताबिक जम्मू हमलों से ध्यान भटकाने और इन घटनाओं से पल्ला झाड़ने की पाकिस्तान एक नई कोशिश है. भारत सरकार ने इसी तरह के 4 शैडो संगठनों को साल 2023 में UAPA के तहत आतंकी संगठन करार दिया था. ये  संगठन जिसमे द रजिसटेंस फ़्रंट यानी TRF , पीपल्स एंटी फ़ासिस्ट फ़्रंट ( PAFF ), जम्मू कश्मीर गजनवी फ़ोर्स ( JKGF) और खालिस्तान टाइगर फोर्स ( KTF) शामिल है! TRF लश्कर का एक शैडो ऑर्गेनाइज़ेशन है, जो कि 2019 में नए कश्मीर में एक्टिव हुआ था. ये कश्मीर में सुरक्षा बलों पर हमले, निर्दोष नागरिको, प्रतिबंधित आतंकी संगठनों को हथियार मुहैया करने, आतंकियों की भर्ती, ड्रग और हथियारों की LOC पार से स्मगलिंग करने में लिप्त है.

यह भी पढ़ें:- आपने LG को क्‍यों नहीं बताया ऐसा नहीं कर सकते… सुप्रीम कोर्ट ने दिल्‍ली सरकार को जमकर झाड़, क्‍या है मामला?

PAFF जैश का शैडो ऑर्गेनाइज़ेशन है जो कि 2019 में अस्तित्व में आया था. ये युवाओं को आतंकी संगठन में भर्ती के लिए बरगलाने, हथियार और विस्फोटक की ट्रेनिंग के अलावा सुरक्षा बलों, राजनीतिक लीडर, सरकारी कर्मचारियों को धमकी और हमले करने में शामिल है. इसके साथ ही जम्मू कश्मीर गजनवी फोर्स 2020 में एक्टिव हुआ था. इस संगठन ने जैश, लश्कर, तहरीक उल मुजाहिद्दीन, हरकत उल जेहाद ए इस्लामी जैसे प्रतिबंधित आतंकी संगठनों के कैंडर से तैयार किया गया था. इसका काम भी बाक़ी संगठनों की तरह ही घुसबैठ, हथियारों और ड्रैग की स्मगलिंग, सुरक्षा बलों पर हमले और धमकी देने में शामिल हैं. गृह मंत्रालय की तरफ से जारी जानकारी के मुताबिक मार्च 2023 तक कुल 54 आतंकी और 44 आतंकी संगठनों को UAPA के तहत लिस्ट में शामिल किया गया था. जम्मू हमले के बाद PAFF और TRF से ध्यान भटकाने के लिए इंटरनेट पर तैयार किया गया. FATF की ब्लैक लिस्ट में जाने से बचने आर ग्रे लिस्ट में बाहर आने के लिए पाकिस्तान ने समय समय पर कई नए शैडो ऑर्गेनाइज़ेशन बनाए. ताकि वो अंतरराष्ट्रीय स्तर पर इस बात को साबित कर सके और कश्मीर टाइगर नाम का संगठन उसी कडी की हिस्सा है.

Tags: Jammu kashir latest news, Kashmir news, Pakistan News Today

FIRST PUBLISHED : July 12, 2024, 23:50 IST

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj