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Pali News: हैकरों ने सरकारी योजनाओं से करोड़ों का फर्जी ट्रांसफर किया, पीएम किसान निधि योजना में बड़ी गड़बड़ी

Last Updated:March 09, 2025, 19:18 IST

Pali News: हैकर ने मारवाड़ जंक्शन और रानी ब्लॉक की पीएम किसान आई हैक कर 9068 ऐसे लोगों के अकाउंट में करोड़ों रुपए ट्रांसफर कर दिए. जो किसान नहीं है. जिनमें ज्यादातर बिहार-बंगाल के किसान के अकाउंट में राशि ट्रांसफ…और पढ़ेंहैकरों ने सरकारी योजनाओं से करोड़ों का फर्जी ट्रांसफर किया

प्रधानमंत्री किसान निधि योजना

अपडेट तकनीक के साथ ही हैकर अब इतने शातिर हो चुके है. अब सरकारी योजनाओं से संबंधित आईडी भी हैक कर करोडो रूपए का ट्रांसफर कर रहे है. ऐसा ही हैकिंग का मामला पाली के मारवाड़ जंक्शन और रानी ब्लॉक में देखने को मिला. जहां पर प्रधानमंत्री किसान निधि योजना में किसानों की जाने वाली सहायता राशि में भारी गड़बड़ी का मामला सामने आया है.

हैकर ने मारवाड़ जंक्शन और रानी ब्लॉक की पीएम किसान आई हैक कर 9068 ऐसे लोगों के अकाउंट में करोड़ों रुपए ट्रांसफर कर दिए. जो किसान नहीं है. जिनमें ज्यादातर बिहार-बंगाल के किसान के अकाउंट में राशि ट्रांसफर की गई. यह मामला मारवाड़ जंक्शन और रानी ब्लॉक के भौतिक सत्यापन में पकड़ा गया. ऐसे में रानी और मारवाड़ जंक्शन के तहसीलदार ने संबंधित थानों में मामले दर्ज करवाए हैं.

जब संदेश हुआ जांच की तो हुआ यह पूरा खुलासापाली जिले के रानी तहसीलदार मनोहरसिंह ने 3 मार्च को रानी थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई. जिसमें बताया कि प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत ऑनलाइन किसानों से आवेदन www.pmkisan.gov.in पोर्टल पर लिए जाते है. जिसे पटवारी,तहसीलदार या जिला कलेक्टर सत्यापित किया जाता है. प्रकिया पूर्ण होने पर किसान के बैंक एकाउंट में सीधे सरकार की ओर से सालाना दी जाने वाली अनुदान राशि 6 हजार भारत सरकार की ओर से ट्रांसफर किए जाते है. रिपोर्ट में बताया कि रानी की पीएम किसान आईडी पर वार्षिक भौतिक सत्यापन के दौरान सामने आया कि वर्ष 2019-20 से 2022-23 तक करीब 32 जार आवेदन ऑनलाइन आए. जिसमें कई आवेदन संदेहास्पद लगे.

9004 किसानों के खातों में करोड़ों रुपए की अनुदान राशि ट्रांसफरऐसे में दिसम्बर 2023 और जनवरी 2024 के आवेदनों की जांच की. सामने आया कि रानी तहसील क्षेत्र के बाहर के रहने वाले पश्चिम बंगाल, बिहार के लोगों के बैंक एकाउंट में भी सरकार की इस योजना रुपया ट्रांसफर हुआ है. ऐसे में पटवारियों से भौतिक सत्यापन करवाया गया. जिसमें 9004 एकाउंट ऐसे मिले. जो अन्य राज्य के थे. बोगस, कईयों की मौत तक हो चुकी है. कई आवेदक ऐसे थे जो टेक्स पे करते है. जो योजना के तहत सरकार की ओर से दी जाने वाली अनुदान राशि लेने के लिए योग्य नहीं है. ऐसे में उन्हें जनवरी 2024 को अप्रात्र घोषित किया. संभवत हैकर ने रानी की पीएम किसान आईडी हैक कर फर्जी तरीके से 9004 किसानों के खातों में करोड़ों रुपए की अनुदान राशि ट्रांसफर की. रानी थानाप्रभारी पन्नालाल ने बताया कि मामला दर्जकर जांच शुरू की है.

यूपी-बिहार व वेस्ट बंगाल के साइबर ठगो पर संदेह पुलिस में दी गई रिपोर्ट में संदेह जताया गया है कि यूपी-बिहार, वेस्ट बंगाल व हरियाणा के मेव-मेवात के साइबर ठगों का काम हो सकता है. ऐसे लोगों की संख्या और रुपयों का आंकड़ा बढ़ सकता है, क्योंकि यह आंकड़ा तो उन गांवों का है. जहां संदेह होने पर प्रशासन नें गांवों में जाकर भौतिक सत्यापन किया. अभी काफी सारे संदिग्ध किसानों के नाम-एड्रेस का भौतिक सत्यापन चल रहा है. योजना में हर चार महीने में 2000 रुपए की तीन किस्तों में सीधे खाते में भुगतान होता है. अमीर खान मंसूरी, मेहराज खान, रईसा, शरीफ जैसे 15 ऐसे नाम हैं. जिनके आधार कार्ड में एड्रेस यूपी के मुजफ्फराबाद, बलरामपुर, शिकोहाबाद का है. इसमे जांच की जा रही है.

मारवाड़ जंक्शन में भी जांच की तो हुआ खुलासा इसी तरह मारवाड़ जंक्शन तहसीलदार दीपक सांखला ने मारवाड़ जंक्शन में 6 मार्च को रिपोर्ट दर्ज करवाई. जिसमें बताया कि वार्षिक भौतिक सत्यापन में सामने आया कि 62 लोगों के बैंक एकाउंट में पीएम किसान निधि योजना की अनुदान राशि ट्रांसफर की गई है. जो अपात्र है. संभवत किसान निधि मारवाड़ की आईडी हैक कर ऐसा किया गया है. मारवाड़ जंक्शन SHO भारत रावत ने मामला दर्जकर जांच शुरू की.

हर साल ट्रांसफर होते है 5 करोड 40 लाख 24 हजार प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि भारत सरकार की एक पहल है जो किसानों को न्यूनतम आय सहायता के रूप में प्रति वर्ष 6 हजार रुपए देती है. इस पहल की घोषणा पीयूष गोयल ने 1 फरवरी 2019 को भारत के अंतरिम केंद्रीय बजट 2019 के दौरान की थी. रानी तहसीलदार की ओर से रानी थाने में दी रिपोर्ट में बताया कि वर्ष 2019-20 से 2022-23 के दौरान 9004 बैंक एकाउंट में अपात्र किसानों के खातों में यह राशि ट्रांसफर हुई है, जो करोड़ों में है. सिर्फ एक साल की बात करे तो 6 हजार रुपए के हिसाब से 9004 किसानों के खातों में 5 करोड़ 40 लाख 24 हजार रुपए ट्रांसफर होते है. वर्ष 2019-20 से 2022-23 के दौरान फर्जी 9004 बैंक एकाउंट कितनी बार रुपए ट्रांसफर हुए है. इसको लेकर प्रशासन स्तर पर भी जांच की जा रही है ताकि कयह सामने आ सके कि इन अपात्र किसानों के अकाउंट में कितने करोड ट्रांसफर हुए है.

First Published :

March 09, 2025, 19:18 IST

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हैकरों ने सरकारी योजनाओं से करोड़ों का फर्जी ट्रांसफर किया

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