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Pali News: बाली तहसील के पैरवा गांव में तेंदुओं का कुदरती आशियाना.

Last Updated:April 25, 2025, 13:11 IST

Pali News Hindi: पाली के बाली तहसील के पैरवा गांव में तेंदुओं ने महादेव पहाड़ी पर कुदरती चट्टानी मकान को अपना आशियाना बना लिया है. यह तस्वीर वन्यजीव विशेषज्ञ लक्ष्मण पारंगी ने कैमरे में कैद की है.X
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हाइलाइट्स

पाली के पैरवा गांव में तेंदुओं का कुदरती चट्टानी घर है.महादेव पहाड़ी पर तेंदुओं का आशियाना बना हुआ है.बाली तहसील में तेंदुओं का महत्वपूर्ण संरक्षण क्षेत्र है.

Leopard Conservation: आमतौर पर आपने तेंदुओं को शिकार करते या जंगल में घूमते देखा होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन तेंदुओं का भी इंसानों की तरह एक घर होता है जहां वे शाम को थककर आराम करते हैं? यह घर तेंदुओं ने खुद नहीं बनाया है, लेकिन कहा जा सकता है कि कुदरत ने उनके लिए यह घर तैयार किया है. बाली तहसील के पैरवा गांव की महादेव पहाड़ी के पास ही एक पहाड़ी पर तेंदुओं का यह कुदरती चट्टानी घर बना हुआ है. इसमें दरवाजेनुमा प्रवेश द्वार, छत और दोनों तरफ बरामदे भी हैं. यह तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई, जिसे देख हर कोई हैरान रह गया.

एक मात्र पहाडी जहां रहते है तेंदुएं बाली तहसील के पैरवा गांव की महादेव पहाड़ी पर तेंदुए रहते हैं. उन्होंने पहाड़ी पर बने कुदरती चट्टानी घर को अपना ठिकाना बना लिया है. इस घर में दरवाजेनुमा प्रवेश द्वार, छत और दोनों तरफ बरामदा भी है. शाम ढलने से पहले, भूख लगने पर तेंदुआ शिकार के लिए बाहर निकलता है. वन्यजीव विशेषज्ञ लक्ष्मण पारंगी ने इस नज़ारे को अपने कैमरे में कैद किया है, जिसमें तेंदुआ पैरवा पहाड़ी में देर शाम अपने घर से शिकार के लिए निकलता दिख रहा है.

तेंदुआ देश के नाम से जाना जाता है बाली पाली जिले की बाली तहसील, राजस्थान में तेंदुओं का एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है. यह जवाई लैपर्ड कंजर्वेशन एरिया के बाद राज्य का दूसरा सबसे बड़ा तेंदुआ संरक्षण क्षेत्र है. यहां बेरा नाम का एक गांव है, जिसे “तेंदुआ देश” के नाम से जाना जाता है, क्योंकि यहां तेंदुओं की संख्या बहुत अधिक है. बाली तहसील के बेरा में तेंदुओं की उपस्थिति दिखाती है कि कैसे प्राकृतिक आवास, संरक्षण प्रयास और पर्यटन के माध्यम से वन्यजीवों की सुरक्षा की जा सकती है.

First Published :

April 25, 2025, 13:11 IST

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