अज्ञातवास के दौरान पांडवों ने यहां बिताया था समय, साक्ष्य आज भी है मौजूद, ASI ने भी की है शोध और खुदाई

Last Updated:March 15, 2025, 12:47 IST
Jaipur Mahabharata Period Bhima Gatte: महाभारत में उल्लेख है कि अज्ञातवास काल के समय जब पांडव विराट नगर आए थे. यहां राजा विराट ने उनको शरण दी थी. ऐसी मान्यता है कि यहां भीम की डूंगरी में भीम ने निवास किया था. य…और पढ़ेंX
title=भीम के गट्टे आज भी मौजूद
/>
भीम के गट्टे आज भी मौजूद
हाइलाइट्स
पांडवों ने विराटनगर में अज्ञातवास बिताया था.भीम के गट्टे और निशान आज भी मौजूद हैं.एएसआई ने यहां प्रीहिस्टोरिक साक्ष्य खोजे हैं.
जयपुर. राजधानी जयपुर से 85 किलोमीटर दूर विराटनगर में महाभारत काल के दौरान पांडवों ने कुछ समय यहां पर बिताया था. इन्होंने अज्ञातवास के दौरान पांडवों ने वेश बदलकर मत्स्य राजा विराट के साम्राज्य में शरण ली थी. यहां पर पांडव आए थे, इसके सबूत आज भी यहां पर देखने को मिलते हैं. विराटनगर शहर का उल्लेख महाभारत में भी मिलता है.
यहां पंचखंड पर्वत पर पांडव अपने अस्त्र-शस्त्र छिपाते थे. इस जगह पर विशालकाय भीम के पैरों के निशान भी बने हुए हैं. जिसे भीम ताल कहा जाता है. यह भीम ताल पानी से भरा हुआ है. स्थानीय लोगों के अनुसार भीमताल आज तक कभी सुख नहीं है.
भीम के गट्टे आज भी मौजूद
महाभारत में उल्लेख है कि अज्ञातवास काल के समय जब पांडव विराट नगर आए थे तो, राजा विराट ने उनको शरण दी थी. मान्यता है कि यहां स्थित भीम की डूंगरी में भीम ने निवास किया था. यहीं पर पहाड़ों से बनी कुछ विशाल आकृतियां है, जिनमें भीम गट्टे जिनके बारे में कहा जाता है कि भीम इनसे खेलते थे. पर्वत पर विशालकाय गोल आकार के पत्थर हैं. देखने पर लगता है कि इन पत्थरों को अलग से रखा गया है. यह प्राकृतिक नहीं है, ऐसे में कहां जाता है कि भीम खेलने के लिए इन पत्थरों का उपयोग करते थे. इन विशालकाय पत्थरों पर आज भी भीम की उंगलियों के निशान बने हुए हैं. भीम लत जहां एक पांव की आकृति है, बताया जाता है भीम ने यहां एक जोरदार लात मारी थी जिससे यह आकृति बन गई.
खुदाई में प्रीहिस्टोरिक साक्ष्य मिले
विराटनगर की इस जगह पर एएसआई ने शोध और खुदाई का कार्य किया था. यहां पर उन्हें कई प्रीहिस्टोरिक साक्ष्य मिले मिले हैं. यहां की खुदाई में एएसआई को स्कल्पचर्स, सिक्के तथा धातु की अन्य चीजें भी मिली है, जो बहुत प्राचीन है. इसके अलावा एएसआई ने भीम ताल की गहराई और इसके काल को लेकर भी शोध किया था. लेकिन, इसको लेकर किसी परिणाम तक नहीं पहुंचा जा सका.
Location :
Jaipur,Rajasthan
First Published :
March 15, 2025, 12:47 IST
homehistory
अज्ञातवास के दौरान पांडवों ने यहां बिताया था समय, ASI ने भी की है शोध और खुदाई