मदरसे गए थे बच्चे, दोपहर तक नहीं आए वापस, Phone Pay पर आया ऐसा मैसेज!

बीकानेर जिले के खाजूवाला तहसील के दंतौर गांव में एक मदरसे से दो नाबालिग बच्चों के गायब होने से हड़कंप मच गया. दंतौर पुलिस की त्वरित और सराहनीय कार्रवाई के चलते दोनों बच्चे दिल्ली में सकुशल बरामद कर लिए गए हैं. 14 वर्षीय अयान और 12 वर्षीय शकील को गुड़गांव निवासी एक किडनैपर से छुड़ाया गया, जिसे दिल्ली के जामिया नगर पुलिस को सौंप दिया गया. इस ऑपरेशन में खाजूवाला सर्कल ऑफिसर (CO) अमरजीत चावला के सुपरविजन और दंतौर थानाधिकारी जेठाराम की अहम भूमिका रही. मामले की हर पहलू से जांच की जा रही है.
मदरसे से हुए थे गायबदंतौर गांव के एक मदरसे से दो नाबालिग बच्चे, अयान (14 वर्ष) और शकील (12 वर्ष), अचानक गायब हो गए थे. इस घटना ने स्थानीय समुदाय में सनसनी फैला दी. परिजनों ने तुरंत दंतौर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पुलिस ने तत्काल कार्रवाई शुरू की. प्रारंभिक जांच में पता चला कि बच्चों को एक अज्ञात व्यक्ति ने अगवा किया था, जिसने परिजनों से फोन-पे के जरिए कुछ रुपये मांगने के साथ-साथ बच्चों को नुकसान पहुंचाने की धमकी भी दी थी. इस सूचना ने मामले की गंभीरता को और बढ़ा दिया.
पुलिस की सक्रियता और सफलतादंतौर पुलिस ने तुरंत एक विशेष टीम गठित की, जिसका नेतृत्व थानाधिकारी जेठाराम ने किया. खाजूवाला CO अमरजीत चावला के मार्गदर्शन में पुलिस ने तकनीकी और मैनुअल जांच के जरिए किडनैपर का पता लगाया. जांच के दौरान पता चला कि बच्चे दिल्ली में हैं. पुलिस टीम तुरंत दिल्ली रवाना हुई और वहां स्थानीय जामिया नगर पुलिस के सहयोग से बच्चों को रेलवे स्टेशन के पास से सकुशल बरामद किया गया. किडनैपर, जो गुड़गांव का निवासी बताया जा रहा है, को हिरासत में लिया गया और जामिया नगर पुलिस को सौंप दिया गया. बच्चों को सुरक्षित उनके परिजनों के हवाले कर दिया गया है.
स्थानीय प्रशासन और समुदाय की भूमिकाइस ऑपरेशन में दंतौर की निकटवर्ती ग्राम पंचायत 17 KHM के सरपंच शेर मोहम्मद दहिया भी पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे और सहयोग प्रदान किया. उनकी उपस्थिति ने स्थानीय समुदाय को आश्वस्त किया और पुलिस के प्रयासों को बल प्रदान किया. इस घटना ने दंतौर और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा और जागरूकता के मुद्दों को फिर से चर्चा में ला दिया है.
जांच के विभिन्न पहलूपुलिस इस मामले की हर संभव दृष्टिकोण से जांच कर रही है. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, किडनैपर ने बच्चों को अगवा करने के बाद परिजनों से फिरौती के लिए संपर्क किया था. पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि किडनैपर का मकसद क्या था और क्या इसमें कोई बड़ा गिरोह शामिल है. इसके अलावा, मदरसे की सुरक्षा व्यवस्था और बच्चों के गायब होने की परिस्थितियों की भी गहन जांच की जा रही है. दंतौर पुलिस ने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि की जानकारी तुरंत पुलिस को दें.
क्षेत्र में सुरक्षा और संवेदनशीलताखाजूवाला, जो भारत-पाकिस्तान सीमा के नजदीक एक संवेदनशील क्षेत्र है, में ऐसी घटनाएं सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठाती हैं. हाल के वर्षों में इस क्षेत्र में नशीली दवाओं की तस्करी और अन्य आपराधिक गतिविधियों की खबरें सामने आई है. इस घटना ने स्थानीय प्रशासन और पुलिस पर दबाव बढ़ा दिया है कि वे सीमावर्ती क्षेत्रों में सुरक्षा और निगरानी को और मजबूत करें.
सामाजिक और प्रशासनिक प्रतिक्रियाइस घटना के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस की त्वरित कार्रवाई की सराहना की है. सोशल मीडिया पर भी दंतौर पुलिस और CO अमरजीत चावला की सक्रियता की तारीफ हो रही है. साथ ही, समुदाय ने मांग की है कि मदरसों और स्कूलों में बच्चों की सुरक्षा के लिए और सख्त कदम उठाए जाएं. प्रशासन ने आश्वासन दिया है कि इस तरह की घटनाओं को रोकने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे.