Patrika Market Campaign : Kishanpole Bazar Chaura Rasta Johari Bazar – पत्रिका अभियान: बाजारों की समस्याओं का हो निदान तो व्यापार को मिले जान, इस त्योहारी सीजन से हैं काफी उम्मीदें

पत्रिका अभियान: बाजारों की समस्याओं का हो निदान तो व्यापार को मिले जान, इस त्योहारी सीजन से हैं काफी उम्मीदें
जयपुर। कोरोना महामारी के चलते पिछले करीब डेढ़ साल से मंदी की मार झेल रहे व्यापारियों को इस साल दीपावली और त्योहारी सीजन से काफी उम्मीदें हैं। माना जा रहा हैं कि आने वाले दिनों में व्यापार में एक बार फिर से रौनक लौटेगी। पत्रिका ने परकोटे के तीन प्रमुख बाजारों जौहरी बाजार, चौड़ा रास्ता और किशनपोल बाजार में मौके पर जाकर स्थिति का जायजा लिया। व्यापार मंडल के पदाधिकारियों के साथ चर्चा की। जिसमें सामने आया कि तीनों ही बाजार किसी न किसी समस्या और अव्यवस्था से जूझ रहे हैं। व्यापारियों का कहना है कि यदि कुछ समस्याओं को दूर किया जाए तो इस सीजन में व्यापार बढ़ने की उम्मीद हैं। छोटी से लेकर बड़ी समस्याओं पर संबंधित विभाग यदि रूचि लेकर काम करें तो इससे न सिर्फ व्यापारियों और स्थानीय निवासियों को फायदा होगा बल्कि जयपुर में सैलानियों की भी बढ़ोतरी होगी। जिससे हमारा जयपुर संपन्नता की ओर अग्रसर होगा…
1— किशनपोल बाजार
जयपुर के सबसे पुराने बाजारों में से एक किशनपोल बाजार अजमेरी गेट से छोटी चौपड़ तक स्थित है। इस बाजार से जुड़े अन्य रास्तों में कई छोटे बाजार भी जुड़े हुए हैं। मुख्य बाजार में करीब तीन सौ पचास छोटी बड़ी दुकानें हैं। ज्वैलर्स, आयुर्वेदिक दवा और बांस-जूट समेत कई मामलों में ये बाजार पूरे राज्य में अपना खास मुकाम रखता है। इसके अलावा साइकिल और फिटनेस उपकरण के खरीदार भी यहां दूर-दूर से आते हैं। व्यापारियों के मुताबिक बाजार की बड़ी समस्या शौचालय का अभाव है। बाजार में कुछ लोगों ने सड़क तक पर अतिक्रमण कर रखा है। इसके अलावा व्यापारियों को पार्किंग से संबंधित समस्या के समाधान का भी अब तक इंतजार है। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की ओर से किशनपोल के लिए किए गए कई वादे आज भी अधूरे हैं।
किशनपोल बाजार पूरे राजस्थान में विशेष पहचान रखता है। यदि बाजार की समस्याएं दूर होगी तो व्यापार भी निश्चित रूप से बढ़ेगा। बाजार के एक कोने पर एक ही सुलभ शौचालय है। इससे महिलाओं को बड़ी समस्या होती हैं। मजबूरन कई लोग जब गलियों में जाते हैं तो पुलिस इनके चालान काटती हैं।
मनीष खूंटेटा, अध्यक्ष
किशनपोल बाजार व्यापर मंडल
स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट के तहत किशनपोल बाजार में कई काम होना प्रस्तावित थे, लेकिन कई साल गुजर जाने के बावजूद आज तक पूरे नहीं हुए। बाजार में कैमरे लगाने का काम अधूरा हैं, साथ ही वाइ—फाई की सुविधा भी अब तक नहीं मिल पाई है। प्रोजेक्ट में तय हुए काम समय पर पूरे होने चाहिए।
आनंद महरवाल, महामंत्री
किशनपोल बाजार व्यापार मंडल
ये हैं व्यापार मंडल के पदाधिकारी
किशनपोल व्यापार मंडल में सुरेश दुसाद और गुलाबचंद रावत उपाध्यक्ष, देवेन्द्र मेहता कोषाध्यक्ष, राजा खुंटेटा संयुक्त सचिव तथा अरविंद गुप्ता मुख्य सलाहकार के रूप में कार्यरत हैं।
2- चौड़ा रास्ता
सभी प्रकार की किताबों के लिए प्रसिद्ध चौड़ा रास्ता में स्टूडेंट्स खिंचे चले आते हैं। यहां लगभग 380 छोटी-बड़ी दुकानें हैं। लोहे से लेकर सोना, कपड़े और रजाई तक की खरीदारी के लिए बाजार जाना जाता है। इसके अलावा कई ढाबे, रेस्टोरेंट और चश्मों की ढ़ेर सारी दुकानें मौजूद हैं। न्यू गेट से शुरू होने वाला यह बाजार त्रिपोलिया तिराहे पर जाकर खत्म होता है। यहां व्यापारियों को सबसे ज्यादा शिकायत नगर निगम को लेकर है। लोगों का कहना है कि टॉयलेट्स की सफाई ठीक से नहीं होती। राहगीरों के चलने के लिए बनाए गए बरामदों में कई जगह टूट फूट है। निगम के अधिकारी दौरा नहीं करते ऐसे में समस्याएं बनी रहती हैं। इसके अलावा पार्किंग से संबंधित भी कई विवाद आए दिन देखने को मिलते हैं। व्यापारियों का कहना है कि इस बाजार में रोजाना हजारों की संख्या में खरीदार आते हैं। इसके अलावा पर्यटकों की भी आवाजाही रहती है। ऐसे में बाजार की सभी समस्याओं का जल्द समाधान होना चाहिए।
बाजार में रिपेरिंग का काम बहुत धीमा है। पार्किंग के दौरान ठेकेदार के लोग काफी मनमानी करते हैं। अव्यवस्थित तरीके से पार्किंग कराई जाती है। यदि ग्राहकों को बाजार में सुविधा नहीं मिलेगी तो सीधे तौर पर इससे व्यापार प्रभावित होगा। पेड़ों की कांट छांट भी समय पर नहीं होती। कई जगह फेरोकवर लम्बे समय से टूटे पड़े हैं।
सौभागमल अग्रवाल
अध्यक्ष, चौड़ा रास्ता व्यापार मंडल
चौड़ा रास्ता में पुलिसकर्मी मुस्तैदी से तैनात नहीं रहते। ताड़केश्वर मंदिर के सामने लगभग रोज ही यातायात बाधित रहता है। इसके अलावा ठेले और थड़ी वालों का अतिक्रमण बढ़ता जा रहा है। नगम निगम को चाहिए कि समय रहते अतिक्रमण पर ध्यान दें। कई वाहन चालक डिवाइडर को फांदकर दूसरी साइड आ जाते हैं। इन पर कोई कार्यवाही नहीं होती और खतरे की आशंका बनी रहती है।
विवेक भारद्वाज
महामंत्री, चौड़ा रास्ता व्यापार मंडल
ये हैं चौड़ा रास्ता व्यापार मंडल के पदाधिकारी
चौड़ा रास्ता व्यापार मंडल में प्रभुनारायण फतेहपुरिया संरक्षक, ललित किशोर खंडेलवाल, बृज मोहन सोनी और अनिल शर्मा उपाध्यक्ष, आलोक गुप्ता कोषाध्यक्ष और राजेन्द्र सेठी प्रमुख सलाहकार हैं। इसके अलावा अन्य पदाधिकारी भी कार्यरत हैं।
3- जौहरी बाजार
जयपुर का जौहरी बाजार मुख्य रुप से हीरे—जवाहरात के लिए विश्व प्रसिद्ध हैं। इसके अलावा कपड़े, हैंडीक्राफ्ट का भी मुख्य बाजार है। वहीं एक हिस्से में किराना और घी-तेल की दुकानें है। बाजार में अतिक्रमण की समस्या ने व्यापारियों और ग्राहकों को परेशान कर रखा है। व्यापारियों का कहना है कि अगर अतिक्रमण और पार्किंग वसूली की समस्या दूर हो तो यहां व्यापार को बढ़ावा मिलेगा। व्यापारियों ने बताया कि यहां निगम ने पार्किंग स्थल निर्धारित करने के लिए पीली पट्टी खींची थी, जो पांच दिन बाद से ही दिखना बंद हो गई। ऐसे में पार्किंग स्थल की सीमा ठीक से दिख ही नहीं पाती। इसके अलावा बाजार में कई जगह बिजली के पोल लगे हुए हैं। जहां खुले तार हैं। जो हर समय हादसे को निमंत्रण देते रहते हैं। कई बार इन्हें अंडरग्राउंड करने की योजनाएं आती हैं जो केवल कागजों तक ही सिमट कर रह जाती हैं। ऐसे में शहर के सबसे खास इस बाजार की समस्याएं दूर करने और इसे संवारने की जरूरत है।
मैट्रो ट्रेन के काम के दौरान बड़ी चौपड़ पर बना सुलभ शौचालय और एक प्याउ तोड़ दिया गया। व्यापारियों के विरोध के बाद विरोध मैट्रो के अधिकारियों ने दोनों चीजे फिर से बनाने का आश्वासन दिया था। लेकिन संबंधित अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद अब तक ये वादा पूरा नहीं हुआ। बाजार की समस्याओं को निगम और स्मार्ट सिटी के अधिकारी एक दूसरे पर टाल देते हैं।
अजय अग्रवाल
अध्यक्ष, जौहरी बाजार व्यापार मंडल
पुरोहितजी के कटले के लिए पानी की फायरलाइन अंडरग्राउंड करने के दौरान दुकानों की पाइप लाइन और इंटरनेट की लाइन टूट गई। अधिकारियों ने दिवाली से पहले काम पूरा करने के लिए आश्वासन दिया था। लेकिन काम पूरा नहीं हुआ। जगह-जगह गड्डे हैं। काम की धीमी गति से व्यापारी और ग्राहक दोनों परेशान हैं। व्यापारियों की समस्या सुनने वाला कोई नहीं है।
कैलाश मित्तल,
महासचिव, जौहरी बाजार व्यापार मंडल
ये हैं व्यापार मंडल के अन्य पदाधिकारी
जौहरी बाजार व्यापार मंडल की कमान संरक्षक वीरेन्द्र सिंह राणा, कोषाध्यक्ष अशोक सौखिंया, उपाध्यक्ष राजकुमार वाधवानी और कैलाश अग्रवाल समेत अन्य ने संभाल रखी है।
कंसेप्ट—शैलेंद्र शर्मा
रिपोर्ट—अब्दुल बारी, हिमांशु शर्मा
फोटो— रघुवीर सिंह