पेंसिल, बैग और खून से सनी सड़क… कोटा में दर्दनाक हादसा, वैन पलटने से स्कूली छात्राओं की मौत!

Last Updated:November 01, 2025, 16:53 IST
Kota News: इटावा में स्कूल वैन हादसे में दो छात्राओं की मौत, छह बच्चे घायल हुए. गेता गांव में शोक का माहौल, ओम बिरला और हीरालाल नागर ने संवेदना जताई. जांच जारी है.
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कोटा. जिले के इटावा क्षेत्र में मंगलवार सुबह हुए सड़क हादसे ने पूरे इलाके को झकझोर दिया. स्कूल जा रही वैन के पलटने से दो मासूम छात्राओं की मौके पर ही दर्दनाक मौत हो गई, जबकि करीब आधा दर्जन बच्चे घायल हो गए. हादसे के बाद आसपास के लोग मौके पर पहुंचे और घायलों को तत्काल अस्पताल पहुंचाया. घटना की खबर मिलते ही परिजनों में कोहराम मच गया. गांव गेता में हर घर में मातम का माहौल फैल गया और पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई.
दोनों मृत छात्राओं का अंतिम संस्कार बुधवार को गेता गांव में किया गया. पूरे गांव में गमगीन माहौल था. बच्चों की मौत से लोग स्तब्ध थे और किसी के घर चूल्हा तक नहीं जला. परिवारों के रोने-बिलखने की आवाजों से वातावरण शोकमय हो उठा. ग्रामीणों ने बताया कि दोनों बच्चियां हमेशा हंसमुख और पढ़ाई में आगे थीं, लेकिन अचानक हुए इस हादसे ने सबको तोड़ दिया. हादसे में घायल अन्य बच्चों का इलाज अस्पताल में जारी है. डॉक्टरों के अनुसार कुछ बच्चों की हालत अभी भी नाजुक बनी हुई है.
नेताओं ने जताया दुख, शिक्षा मंत्री पहुंचे अस्पतालदर्दनाक हादसे की सूचना पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला, ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर, पूर्व मंत्री शांति धारीवाल और अन्य जनप्रतिनिधियों ने गहरा शोक व्यक्त किया. सभी ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना जताते हुए बच्चों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. वहीं, शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने अस्पताल पहुंचकर घायलों का हाल जाना और चिकित्सकों से उनके बेहतर इलाज के निर्देश दिए. उन्होंने आश्वासन दिया कि घायलों के उपचार में किसी भी प्रकार की कमी नहीं रहने दी जाएगी.
जांच में जुटी पुलिस, स्कूल प्रशासन से भी पूछताछ
पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है. प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, वैन चालक का वाहन पर नियंत्रण खो गया था, जिससे यह हादसा हुआ. पुलिस ने चालक और स्कूल प्रशासन से पूछताछ की है. फिलहाल मामले की गहन जांच की जा रही है. इस हादसे ने पूरे कोटा जिले को गहरे दुख में डाल दिया है, जहां अब हर कोई यही कह रहा है कि स्कूल जाने वाले मासूमों को सड़क हादसों से बचाने के लिए सख्त कदम उठाने होंगे.Anand Pandey
नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल…और पढ़ें
नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल… और पढ़ें
First Published :
November 01, 2025, 16:53 IST
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पेंसिल, बैग और खून से सनी सड़क… कोटा में वैन पलटने से स्कूली छात्राओं की मौत



