18 साल से ऊपर वालों को अब लगेगा यह टीका, भीलवाड़ा में शुरू हुई तैयारी, जानें क्यों पड़ी इसकी जरूरत
भीलवाड़ा: राजस्थान के भीलवाड़ा शहर सहित जिले भर में टीबी की रोक थाम के लिए भीलवाड़ा का चिकित्सा विभाग हाई अलर्ट मोड पर हैं. टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत राजस्थान के भीलवाड़ा और झुंझुनू में इसे पायलट प्रोजेक्ट के रूप में शुरू किया जाएगा. टीबी की रोकथाम के लिए अब बच्चों के साथ-साथ बड़ों को भी बीसीजी का टीका लगाया जायेगा. जिसमें करीब 6 कैटेगरी में यह अभियान चलाया जायेगा. इसके तहत 18 साल से अधिक आयु के लोगों को यह टीका लगाया जाएगा. भारत में फिलहाल बच्चों के जन्म के बाद ही टीकाकरण किया जाता है लेकिन इसके अच्छे परिणाम को देखते हुए अब 18 वर्ष से अधिक आयु वाले लोगों को भी टीके लगाए जाएंगे. अभियान को लेकर भीलवाड़ा चिकित्सा विभाग ने अपनी तैयारियां पूरी कर ली है और 2 हजार से अधिक चिकित्सा कर्मियों को भी प्रशिक्षित कर दिया गया है.
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर सी पी गोस्वामी ने कहा कि टीबी मुक्त भारत अभियान के तहत बड़ों को बीसीजी का टीका लगाने के लिए पायलेट प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई है. इसमें भीलवाड़ा जिला भी शामिल है. इसके लिए आशा वर्कर से जिले में सर्वे करवाया जा रहा है. आगामी महीने से टीके लगवाने की शुरुआत की जाएगी. भीलवाड़ा जिले में करीब 5 से 6 लाख लोगों को यह टीका लगाया जाएगा. इसके लिए अभी सर्वे करवाया जा रहा है. अभियान को लेकर तमाम चिकित्सा कर्मियों को प्रशिक्षित कर दिया गया है.18 वर्ष से ऊपर वाले लोगों को लगेगा यह टीकाडॉक्टर गोस्वामी कहते हैं की बीसीजी वैक्सीनेशन टीबी की बीमारी से बचाएगा. भीलवाड़ा में यह अभियान 6 कैटेगरी के अंतर्गत चलाया जाएगा. यह 18 साल से अधिक के लोगों को लगाया जाएगा. यह टीका पूरी तरह सुरक्षित है. बीसीजी का वैक्सीनेशन बच्चों में तो पहले से ही किया जा रहा है लेकिन अब इसे बड़ों को भी लगाया जा रहा है ताकि टीबी के प्रीवीयस रेट को कम किया जा सके.
भारत सरकार द्वारा भीलवाड़ा को चिन्हित किया गया है. भीलवाड़ा में करीब 2,000 से अधिक टीबी के मरीज हैं. भीलवाड़ा में टेक्सटाइल नगरी और लेबर काफी ज्यादा हैं. इन सभी को भीलवाड़ा में टीका लगाया जाएगा. टीका लगवाने के बाद इन पर निगरानी भी रखी जाएगी. यदि इनमें कोई सिमटम्स आते हैं या कोई रिएक्शन होता है तो उसे आईडेंटिफाई करके उसका इलाज किया जायेगा.
बीसीजी वैक्सीनेशन के तहत 6 प्रकार की केटेगरी को चिन्हित किया गया है. इस टीके के लिए स्वस्थकर्मी घर घर विजिट कर रहे हैं और 2 हजार से अधिक एएनएम, आशा कर्मी और आशा सहयोगिनी सहित चिकित्सा कर्मी सर्वे कर रहे हैं. इस सर्वे के बाद अगले महीने से लोगों को टीका लगाया जाएगा.
FIRST PUBLISHED : October 14, 2024, 16:25 IST