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राजस्थान में जनता को फिर लगेगा बिजली का तगड़ा ‘झटका’, मंत्री ने दिए बिल बढ़ने के संकेत, सामने रखे ये तर्क

जयपुर. राजस्थान के उपभोक्ता पहले से ही देशभर में सबसे महंगी बिजली खरीद रहे हैं. अब एक बार फिर से राजस्थान में जल्द बिजली की दरें और बढ़ेंगी. राजस्थान के ऊर्जा राज्य मंत्री हीरालाल नागर ने आज इसके संकेत दे दिए हैं. नागर ने कहा कि पिछली कांग्रेस सरकार के कुप्रबंधन के चलते बिजली उत्पादन की लागत बढ़ गई है. इसका बोझ भी आम उपभोक्ता पर ही पड़ने वाला है. नागर ने कहा कि लेकिन इसके लिए वर्तमान बीजेपी सरकार नहीं बल्कि पिछली कांग्रेस पूरी तरह से जिम्मेदार है.

ऊर्जा मंत्री ने कहा कि बिजली कंपनियों की फिक्स और वैरिबल लागत होती है. पिछली कांग्रेस सरकार ने महंगा और इम्पोर्टेड कोयला खरीदा था. इससे उत्पादन निगम की वैरिबल लागत बढ़ गई. वहीं गहलोत सरकार ने रबी की फसल के समय जो बिजली बैंकिंग से उधार ली थी वो हमें महंगे दामों में खरीदकर लौटानी पड़ रही है. इससे भी बिजली कंपनियों की लागत बढ़ गई है.

पिछले दिनों ही फ्यूल सरचार्ज में मिल रही छूट पर चलाई थी कैंचीऊर्जा मंत्री नागर ने कहा कि लागत बढ़ने पर हमें नियमों के तहत राजस्थान विद्युत नियामक आयोग में याचिका दायर करनी पड़ेगी. उसका जो भी निर्णय होगा उसकी हमें पालना करनी पड़ेगी. सरकार के इस कदम राजस्थान में बिजली की दरें एक बार फिर से और बढ़ने की संभावना बन गई है. राजस्थान सरकार ने पिछले दिनों ही फ्यूल सरचार्ज में मिल रही छूट को समाप्त कर दिया था.

बिजली कंपनियों का घाटा डेढ़ लाख करोड़ के पास पहुंच गया हैराजस्थान में वर्तमान में बिजली कंपनियों का घाटा डेढ़ लाख करोड़ के पास पहुंच गया है. प्रदेश में पिछली सरकार के समय से बिजली उपभोग पर दी जा रही छूट अभी लागू है. वर्तमान में प्रदेश करीब 69.88 लाख से ज्यादा घरेलू उपभोक्ताओं का बिल जीरो आ रहा है. क्योंकि घरेलू उपभोक्ताओं को दो कैटेगिरी में 100 से 200 यूनिट तक बिजली मुफ्त दी जा रही है. लगभग 10.09 लाख कृषि उपभोक्ताओं के बिल भी शून्य आ रहे हैं. क्योंकि उन्हें प्रत्येक महीने 2000 हजार यूनिट बिजली मुफ्त दी जा रही है. लेकिन धीरे-धीरे हालात बदलने लगे हैं.

FIRST PUBLISHED : August 5, 2024, 17:09 IST

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