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बैंकॉक में भूकंप के बाद सुरक्षित घरों की तलाश में लोग.

Bangkok Earthquake: थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक 28 मार्च को आए एक शक्तिशाली भूकंप से थर्रा गई थी. 7.7 तीव्रता के भूकंप से इमारतें हिलने लगीं. हालांकि इसका केंद्र म्यांमार में था, लेकिन तबाही के निशान बैंकाक में ज्यादा देखने को मिले. बताया जा रहा है कि इस भूकंप की वजह से बैंकॉक में एक निर्माणाधीन इमारत भी गिर गई. ग्रेटर बैंकॉक क्षेत्र में 1.7 करोड़ से ज्यादा लोग रहते हैं, जिनमें से ज्यादातर लोग ऊंची इमारतों में रहते हैं. भूकंप की वजह से सैकड़ों लोगों की मौत हो गई. 

भीषण भूकंप से शहर हिलने के बाद बैंकाक के रहने वाले फात्सकोन कावेक्ला का डर तब और बढ़ गया जब वे घर लौटे और 22वीं मंजिल पर स्थित अपने फ्लैट की दीवारों में बड़ी-बड़ी दरारें देखीं. राजधानी में कई पीढ़ियों में आए सबसे बड़े भूकंप से क्षतिग्रस्त हुई इमारत में असुरक्षित महसूस करते हुए 23 वर्षीय थाई नागरिक ने वहां नहीं रहने का निर्णय लिया. जब तक कि विशेषज्ञ इमारत को पूरी तरह सुरक्षित घोषित नहीं कर देते.

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सुरक्षित घर की तलाशएएफपी की एक रिपोर्ट के अनुसार पेशे से सेल्स कोऑर्डिनेटर फात्सकोन अब बैंकॉक के उन अनेक निवासियों में से एक हैं जो इस बात पर विचार कर रहे हैं कि क्या उन्हें शहर में सुरक्षित घर की तलाश करनी चाहिए. क्योंकि 28 मार्च को पड़ोसी म्यांमार में आए 7.7 तीव्रता के भूकंप में सैकड़ों आवासीय इमारतें क्षतिग्रस्त हो गई थीं. फात्सकोन जिस बहुमंजिला इमारत में रहते हैं उसके मालिकों ने उन्हें आश्वासन दिया कि इंजीनियरों ने इमारत के हर हिस्से की जांच कर ली है और निष्कर्ष निकाला है कि यह रहने योग्य है. लेकिन वह अभी भी दरारों को लेकर डरे हुए हैं. उन्होंने कहा, “मुझे थोड़ा डर लग रहा है. और मेरी मां ने भी मुझे यहां से चले जाने को कहा है.”

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ऊंची इमारतों को लेकर डरभूकंप के केंद्र से 1,000 किमी (620 मील) से अधिक दूर थाई राजधानी सैकड़ों टावरों और चमचमाती ऊंची इमारतों का शहर है. बैंकाक में वास्तव में कभी भी ऐसे भूकंप नहीं आते हैं. बैंकॉक स्थित रियल एस्टेट सलाहकार 40 वर्षीय ओवेन झू ने कहा कि उनके क्षेत्र पर इसका प्रभाव महत्वपूर्ण रहा है. चीनी प्रॉपर्टी एक्सपर्ट ने कहा, “लोगों को यह एहसास हो गया है कि ऊंची इमारतों में रहने से भूकंप प्रतिरोध के मामले में दो मंजिला या कम ऊंचाई वाली इमारतों की तुलना में अधिक जोखिम हो सकता है.” उन्होंने कहा कि भूकंप के कारण पिछले सप्ताह उन निवासियों की ओर से पूछताछ की बाढ़ आ गई थी, जो जमीन से बहुत ऊपर रहने के कारण डरे हुए थे और किसी दूसरी जगह शिफ्ट होना चाहते थे.

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घरों में आ गईं दरारेंजब भूकंप आया तुर्की के यिगित बुयुकरगुन पत्नी के साथ बैंकॉक में अपने घर पर थे. भूकंप के थमने के बाद, वे टेबल के नीचे से निकलकर अपने 22वीं मंजिल के फ्लैट में हुए नुकसान का निरीक्षण करने लगे. 25 वर्षीय युवक बुयुकरगुन ने कहा, “हर जगह दरारें हैं, खास तौर पर गलियारे में. आप देख सकते हैं कि छत की हालत बहुत खराब है.” बुयुकेरगुन की सुरक्षा संबंधी चिंताओं के बावजूद, उस घर के मालिक बेफिक्र दिखे. उन्होंने कहा, “वे कहते हैं कि यह 100 प्रतिशत सुरक्षित है, लेकिन मैं इस पर विश्वास नहीं करता.”

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फ्लैट में रहने को लेकर विवादबैंकॉक की विशाल आवासीय परियोजनाओं में अनेक स्टूडियो फ्लैट सालाना एग्रीमेंट कर किराये पर दिए जाते हैं, जिसके लिए दो महीने की जमानत राशि देनी होती है. अधिकांश फ्लैट ओनर सुरक्षा कारणों से कम अवधि पर किराये पर नहीं देते हैं. झू का कहना है कि किरायेदारों और संपत्ति मालिकों के बीच भूकंप से क्षतिग्रस्त फ्लैटों में रहने की स्थिति को लेकर असहमति है, और विवाद आम बात होती जा रही है. उन्होंने कहा, “दोनों पक्षों के बीच धारणा में अंतर है. मकान मालिक अपने फ्लैट को सुरक्षित मानता है, जबकि किरायेदार को यह असुरक्षित लगता है. वह बाहर निकलकर अपनी जमा राशि वापस लेने पर जोर देता है.”

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सुरक्षा मानक हुए सख्तझू ने कहा कि आपदा से पहले थाईलैंड में इमारतों के लिए भूकंप सुरक्षा मानक विशेष रूप से सख्त नहीं थे और संपत्ति खरीदने वाले ग्राहकों द्वारा इसके बारे में विशेष रूप से नहीं पूछा जाता था. भूकंप के बाद चिंता की एक वजह बैंकॉक में एक 30 मंजिला इमारत का पूरी तरह ढह जाना है, जिसमें दर्जनों मजदूर फंस गए थे. जिनमें से अधिकांश का एक सप्ताह बाद भी पता नहीं चल पाया है. शहर के अधिकारी अब इस बात की जांच कर रहे हैं कि क्या इसके निर्माण में घटिया सामग्री का इस्तेमाल किया गया था. झू का कहना है कि अब उनके अधिकतर ग्राहक कम ऊंचाई वाली इमारतों का चुनाव कर रहे हैं. घर की तलाश करने वाले जो लोग अभी भी ऊंची इमारतों पर विचार कर रहे हैं, वे भी चाहते हैं कि संपत्ति को हाल के भूकंप के दौरान कोई नुकसान न हुआ हो. या कम से कम गंभीर रूप से प्रभावित न हो.”

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किसी पर नहीं रहा भरोसाओवेन झू का मानना है कि लंबे समय में संपत्ति की कीमतें बढ़ेंगी, क्योंकि सुरक्षित इमारतों की मांग के कारण महंगे भूकंपरोधी उपायों को अपनाया जाएगा. उन्होंने कहा, “थाईलैंड के रियल एस्टेट क्षेत्र के लिए मानक बढ़ा दिए गए हैं.” भवन निर्माण नियमों में सख्ती की बात बुयुकेरगुन जैसे लोगों के डर को शांत करने के लिए पर्याप्त नहीं है. हालांकि उनके गृह देश तुर्की में आए भूकंपों ने उन्हें असहज महसूस कराया था. लेकिन उन्होंने यह नहीं सोचा था कि थाईलैंड के बारे में भी उन्हें एक दिन ऐसा ही महसूस होगा. उन्होंने याद किया कि पहले वे सोचते थे, “थाईलैंड सुरक्षित है. इसलिए मुझे यकीन नहीं हुआ कि भूकंप आया है.”

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म्यांमार में था भूकंप का केंद्रबैंकॉक में आए भूकंप से जुड़ी कई तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर वायरल हुए थे. भूकंप के दौरान जमीन करीब एक मिनट तक हिलती रही थी, जिससे पूरे शहर में अफरातफरी का माहौल हो गया था. रिपोर्ट्स के मुताबिक, भूकंप का केंद्र मध्य म्यांमार में था, जो मोनीवा शहर से लगभग 50 किलोमीटर पूर्व में था. गृह युद्ध झेल रहे म्यांमार में भूकंप से कितना नुकसान हुआ है, इसकी सही तस्वीर सामने नहीं आ सकी. क्योंकि इस देश में सैन्य सरकार है, जहां से जानकारी बाहर कम ही आ पाती है. 

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