राजस्थान के सबसे बड़े अस्पताल में दवा की किल्लत, दवाई के लिए भटक रहे लोग, मेडिकल स्टोर पर लंबी कतार

Last Updated:March 21, 2025, 13:30 IST
Jaipur Sawai Mansingh Hospital Medicine Shortage: जयपुर के सवाई मानसिंह अस्पताल के ओपीडी और आईपीडी में दवाईयों की कमी के कारण लोगों की भीड़ उमड़ रही हैं. अस्पताल में सबसे ज्यादा इंसुलिन इंजेक्शन की कमी है, जिससे…और पढ़ेंX
सवाई मानसिंह अस्पताल के मेडिकल स्टोर के बाहर दवाईयों के लिए लाइन में खड़े लोग.
हाइलाइट्स
सवाई मानसिंह अस्पताल में दवाइयों की कमी से मरीज परेशान.इंसुलिन इंजेक्शन की कमी से डायबिटीज मरीजों को दिक्कत.मेडिकल स्टोर पर लंबी कतारें, स्टॉक का इंतजार.
जयपुर. राजस्थान में लगातार स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने के लिए काम किया जा रह है, लेकिन प्रदेश के बड़े अस्पतालों में बढ़ते मरीजों की संख्या से अस्पतालों में लगातार दवाईयों की कमी नज़र आ रही है. राजस्थान के सबसे बड़े सवाई मानसिंह अस्पताल के ओपीडी और आईपीडी में दवाईयों की कमी के कारण लोगों की जमकर भीड़ पड़ रही है. अस्पताल में सबसे ज्यादा इंसुलिन इंजेक्शन की कमी है. जिसके कारण मरीज सबसे ज्यादा परेशान हो रहे हैं. दवाईयों की कमी होने के कारण अस्पताल के नि:शुल्क मेडिकल स्टोर के बाहर लोग लाइन लगाएं खडे हैं.
अस्पताल में दवाईयों की कमी के चलते बाहरी मेडिकल स्टोर से लोग दवाईयां खरीद रहें हैं. आपको बता दें कि सवाई मानसिंह अस्पताल माधोपुर सबसे ज्यादा डायबिटीज और थायराइड के मरीजों की दवाईयां कीकमी है. इसके अलावा अन्य दवाईयां हैं, जिनका अस्पताल में स्टॉक खत्म हो चुका है. अस्पताल में मेडिकल स्टोर के बाहर लोग कई दिनों से डायबिटीज और थायराइड की दवाइयों के लिए लाइन लगाएं खड़े हैं, लेकिन उन्हें दवाईयां नहीं मिल रही.
ये दवाईयां और इंजेक्शन अस्पताल में नहीं है उपलब्ध
आपको बता दें सवाई मानसिंह अस्पताल में पिछले 15 दिनों से इंसुलिन का इंजेक्शन, शुगर-थायराइड की दवाइयां नहीं मिल रही है. जिसके चलते लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. आपको बता दें कि शुगर के मरीजों को दी जाने वाली डैपाग्लिफ्लोज़िन की 5 और 10MG की गोलियां, थायरोक्सिन सोडियम की 25 और 50 मिलीग्राम, टोफासिटनिब 5MG, सोडियम वैल्प्रोएट 500MG और रिफाक्सीमिन 200MG की दवाइयों का कई दिनों से स्टॉक में नहीं है, जिसके कारण लोगों को बाहर से दवाई खरीदनी पड़ रही है. इसके अलावा डीडीसी काउंटर पर इंजेक्शन नहीं होने से हर रोज औसतन 250 से ज्यादा मरीजों को परेशान होना पड़ रहा है, अस्पताल प्रशासन की जानकारी के अनुसार एंडोक्राइन डिपार्टमेंट में हर रोज 250 से ज्यादा मरीज ओपीडी में दिखाने आ रहे हैं, इसमें 80 फीसदी मरीज ऐसे होते हैं, जिनको डायबिटीज टाइप-1 है.
सेंट्रल स्टोर में खरीद की देरी से हो रही परेशानी
सवाई मानसिंह अस्पताल के प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार जितनी दवाइयां उपलब्ध नहीं हैं, उनकी लिस्ट बनाकर राजस्थान मेडिकल सर्विस कॉरपोरेशन लि. को भेजा गया है. दवाईयों के लिए रिमाइंडर लेटर भी दे चुके हैं, वहां से दवाइयां और इंजेक्शन अभी नहीं आए हैं, इसलिए जितना संभव हो रहा है, लोकल स्तर पर खरीद कर दवाइयां दे रहे हैं. आपको बता दें कि अस्पताल में कई दिनों से एस्पार्ट, डेग्लुडेक, ग्लार्जिन जैसे जरूरी रुटीन में काम आने वाले इंसुलिन के इंजेक्शन नहीं हैं, जिनकी मरीजों में सबसे ज्यादा डिमांड रहती है. इसलिए, अब अस्पताल के मेडिकल स्टोर के बाहर लोग दवाईयों के लिए भटक रहें हैं. अस्पताल में दवाईयों की कमी के चलते मरीजों से दवाइयों की पर्ची और आधार-जनआधार की फोटोकॉपी लेने के बाद 2 से 7 दिन बाद तक आने का समय दिया जा रहा है, लोग अपनी दवाईयों के इंतजार में मेडिकल स्टोर के बाहर लाइन लगाएं खड़े हैं.
Location :
Jaipur,Rajasthan
First Published :
March 21, 2025, 13:30 IST
homerajasthan
जयपुर के इस अस्पताल में दवाईयों की किल्लत, दवाईयों के लिए भटक रहें मरीज़