847 गेंद में खत्म हो गया पर्थ टेस्ट मैच… इतिहास के पन्नों में हुआ दर्ज, 20वीं सेंचुरी का सबसे छोटा एशेज टेस्ट का बना रिकॉर्ड

Last Updated:November 22, 2025, 19:28 IST
Shortest Ashes Tests aus vs eng: ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेला गया पहला टेस्ट मैच दो दिन में खत्म हो गया. एशेज सीरीज के पहले टेस्ट मैच में गेंदबाजों का जलवा रहा. दो दिन में खत्म हुए इस टेस्ट मैच में कई रिकॉर्ड बने. बीसवीं सेंचुरी की शुरुआत के बाद एशेज के इतिहास में गेंद के मामले में सबसे छोटा टेस्ट बन गया. पर्थ टेस्ट के दूसरे दिन ट्रेविस हेड ने धुआंधार शतक जड़कर कई रिकॉर्ड कायम किए. 
ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड (AUS vs ENG) के बीच एशेज सीरीज 2025-26 (Ashes 2025-26) का पहला टेस्ट मैच दो दिन में खत्म हो गया. इस टेस्ट मैच में तेज गेंदबाजों ने अपनी मौजूदगी साबित की. पर्थ में खेला गया पहला टेस्ट मैच 847 गेंद में ही खत्म हो गया. 20वीं सदी की शुरुआत के बाद एशेज के इतिहास में यह सबसे छोटा टेस्ट मैच है. शुरुआती दोनों दिन विकेटों के पतझड़ देखने को मिले. पहले दिन 19 वहीं दूसरे दिन 13 विकेट गिरे.

पर्थ टेस्ट मैच सबसे कम गेंदों के लिहाज से खत्म होने वाला ओवरऑल तीसरा टेस्ट बना. इस लिस्ट में मैनचेस्टर टेस्ट पहले नंबर पर है जहां 1888 में खेले गए इस टेस्ट मैच में 788 गेंदों पर मैच खत्म हो गया था वहीं दूसरे नंबर पर लॉडर्स टेस्ट है जो 1888 में 792 गेंदों पर खत्म हुआ था. इस लिस्ट में तीसरे नंबर पर पर्थ और चौथे नंबर पर सिडनी टेस्ट रहा जो 1895 में 911 गेंदों पर खत्म हुआ था.

आक्रामक ओपनर ट्रेविस हेड ने 69 गेंदों में सेंचुरी जड़कर अपने नाम महारिकॉर्ड दर्ज कर लिया. हेड की 69 गेंदों में सेंचुरी एशेज सीरीज के इतिहास में किसी भी बैट्समैन की दूसरी सबसे तेज सेंचुरी है. इसके अलावा वह ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच खेले गए टेस्ट मैच की चौथी पारी में सबसे तेज शतक जड़ने वाले ओपनर भी बन गए. उन्होंने इस दौरान जो डार्लिंग का 127 साल पुराना रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया. डार्लिंग ने 1898 में ऑस्ट्रेलिया की ओर से सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर 275 रन के चेज में पारी की शुरुआत की थी और 85 गेंदों में सेंचुरी बनाई थी.
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स्टीव स्मिथ की अगुवाई वाली ऑस्ट्रेलियाई टीम टेस्ट में 200 प्लस रनों का लक्ष्य सबसे तेज हासिल करने वाली टीम बन गई है. कंगारू टीम ने 28.2 ओवर में लक्ष्य हासिल कर वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया. इंग्लैंड ने साउथ अफ्रीका के खिलाफ इससे पहले साल 1994 में टेस्ट मैच में 204 रनों का टारगेट 35.3 ओवर्स में चेज किया था.

ऑस्ट्रेलिया टेस्ट में 200 प्लस रन का टारगेट सबसे अधिक रन रेट से चेज करने वाली टीम बन गई. ऑस्ट्रेलिया ने 204 रन का टारगेट 7.23 के रन रेट से चेज किया.साल 2022 में इंग्लैंड ने इससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ 299 रनों का टारगेट 5.98 के रन रेट से चेज किया था.

ट्रेविस हेड (123) ने इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों पर दबदबा बनाते हुए शतक जड़ा जिससे ऑस्ट्रेलिया ने तीन दिन बाकी रहते एशेज सीरीज के पहले टेस्ट में आठ विकेट से जीत दर्ज की. हेड ने इंग्लैंड की ‘बैजबॉल’ की रणनीति पर पलटवार करते हुए 69 गेंद में शतक जड़ दिया जिससे यह एशेज क्रिकेट के शानदार सैकड़ों में शामिल हो गया. उस्मान ख्वाजा के चोटिल होने के कारण हेड को पारी का आगाज करने के लिए उतारा गया और उन्होंने मैदान में हर तरफ बाउंड्री लगाईं. जीत के लिए 205 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए हेड ने इंग्लैंड के तेज गेंदबाजों की धज्जियां उड़ाते हुए 83 गेंद में 16 चौके और चार छक्के की मदद से 123 रन बनाए.

ट्रेविस हेड टीम को जल्दी से जीत तक पहुंचाने की कोशिश में आउट हुए जब स्कोर दो विकेट पर 192 रन था और टीम को जीत के लिए महज 13 रन की दरकार थी. मार्नस लाबुशेन ने छक्का जड़कर स्कोर बराबर किया और जब टीम दो विकेट पर 205 रन पर पहुंची तो वह 51 रन बनाकर नाबाद रहे.

पर्थ में दो दिन में पांच सत्र में तीन पारियों में तेज गेंदबाजों का दबदबा रहा जिसमें 113 ओवर में 468 रन पर 30 विकेट गिरे. इसमें पहले दिन 19 विकेट और दूसरे दिन चाय काल से पहले 11 विकेट गिरे. ऑस्ट्रेलिया ने इस तरह घरेलू एशेज टेस्ट में अजेय लय 16 मैच तक बढ़ा दी, उसने 2010-11 में सीरीज गंवाने के बाद से 14 जीत और दो ड्रॉ खेले हैं. इंग्लैंड ने पहले चार सत्र में दबदबा बनाया लेकिन दूसरे दिन लंच के बाद बल्लेबाजी क्रम के लड़खड़ाने बाद नियंत्रण गंवा दिया.
First Published :
November 22, 2025, 19:28 IST
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847 गेंद में खत्म हो गया पर्थ टेस्ट मैच, सबसे छोटा एशेज टेस्ट का बना रिकॉर्ड



