pinaka-fire near pakistan with extended range in pokhran | DRDO Tested Pinaka : डीआरडीओ ने पाकिस्तान के निकट किया शक्ति परीक्षण, राम नवमी से पहले पोकरण में दागे 24 राकेट
रामनवमी से ठीक एक दिन पहले रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने शनिवार पिनाका रॉकेट प्रणाली का शक्ति परीक्षण किया है। इस परीक्षण राजस्थान के जैसेलमेर स्थित पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में किया गया। युद्धक क्षमताओं की शक्ति की परख के लिए कुल 24 ईपीआरएस रॉकेटों का टेस्ट किया गया।
जयपुर
Published: April 09, 2022 07:23:58 pm
जयपुर रामनवमी से ठीक एक दिन पहले रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) ने शनिवार पिनाका रॉकेट प्रणाली का शक्ति परीक्षण किया है। उन्नत किए गए पिनाका एम के 1 (EPRS) और पिनाका एरिया डिनायल मुनिशन (ADM) का यह परीक्षण पूरी तरह से सफल रहा। इस परीक्षण राजस्थान के जैसेलमेर स्थित पोखरण फील्ड फायरिंग रेंज में किया गया। युद्धक क्षमताओं की शक्ति की परख के लिए कुल 24 ईपीआरएस रॉकेटों का टेस्ट किया गया। इसके साथ ही इस मल्टी बैरल रॉकेट लांचर सिस्टम का परीक्षण पूरा हो गया है।

pinaka-fire near pakistan with extended range in pokhran
पाकिस्तान की शाहीन को जवाब
भारत में यह परीक्षण ऐसे दिन किया है जब पाकिस्तान ने भी सतह से सतह पर मार करने वाली बैलिस्टिक मिसाइल शाहीन-3 का परीक्षण किया। पाकिस्तान ने यह परीक्षण अरब सागर में किया। गौरतलब है कि शाहीन पाकिस्तान की सबसे ताकतवार मिसाइलों में से एक है।
आइए जानते हैं रॉकेट प्रणाली के बारे में
पिनाका एमके 1 रॉकेट प्रणाली की मारक क्षमता लगभग 45 किलोमीटर है। पिनाका-II की मारक क्षमता 60 किलोमीटर है। डीआरडीओ ने इसे पुणे की आयुध अनुसंधान एवं विकास प्रतिष्ठान (एआरडीई) व हाई एनर्जी मैटेरियल रिसर्च लेबोरेटरी (एचईएमआरएल) के साथ मिलकर डिजाइन किया है। इस तकनीक को भारतीय उद्योग क्षेत्र को हस्तांतरित कर दिया गया है।
एडवांस नवीगेशन से लैस है पिनाका
डीआरडीओ ने पिनाका रॉकेट लॉन्चर प्रणाली की क्षमता को बढ़ाते हुए उन्नत संस्करण पिनाका-ईपीआरएस (विस्तारित रेंज) का सफल परीक्षण किया है। पिछले एक दशक से सेना में सेवा दे रही पिनाका का यह उन्नत संस्करण है। इस प्रणाली को नई टेक्नोलॉजी के साथ उभरती आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है। एडवांस नेवीगेशन और कंट्रोल सिस्टम से लैस पिनाका मिसाइल अब सेना में एक दशक से सेवा दे रहे पिनाका की जगह लेगा।
सेना के लिए ऐसे तैयार हुआ पिनाका
1 1980 के दशक में पिनाका को विकसित करना शुरू हुआ।
2 1990 के आखिर में पिनाका मार्क-1 का सफल परीक्षण हुआ।
3 पिनाका की बैटरी में छह राकेट लान्चिंग वाहन होते हैं।
4 पिनाका-II को एक गाइडेड मिसाइल की तरह है
5 पिनाका से नजदीक दुश्मन टारगेट को ध्वस्त किया जा सकता है।
6 यह छोटी रेंज की इन्फैंट्री, आर्टिलरी और हथियार युक्त वाहनों है निशाना
Anand Mani Tripathi
आनंद मणि त्रिपाठी राजस्थान पत्रिका में राजनीति, अपराध, विदेश, रक्षा एवं सामरिक मामलों के पत्रकार हैं। पत्रकारिता के तीनों माध्यम प्रिंट, टीवी और आनलाइन में गहरा और अपनी तेज तर्रार रिपोर्टिंग के लिए जाने जाते हैं। पश्चिम बंगाल के कलकत्ता में जन्म हुआ। प्रारंभिक शिक्षा उत्तर प्रदेश के कानपुर और बस्ती में हुई। माध्यमिक शिक्षा नवोदय विद्यालय बस्ती, फैजाबाद और पूर्वोत्तर त्रिपुरा के धलाई जिले में हुई। अयोध्या के साकेत महाविद्यालय से स्नातक और 2009 में जेआईआईएमसी,दिल्ली से पत्रकारिता का डिप्लोमा किया।
हरियाणा से पत्रकारिता आरंभ की। शिक्षा, विज्ञान, मौसम, रेलवे, प्रशासन, कृषि विभाग और मंत्रालय की रिपोर्टिंग की। इंवेस्टिगेटिव रिपोर्टिंग से शिक्षा और रेलवे विभाग के कई भ्रष्टाचार का खुलासा किया। रक्षा मंत्रालय के रक्षा संवाददाता पाठयक्रम-2016 पूरा किया। इसके बाद रक्षा मामलों की पत्रकारिता शुरू कर दी। चीन, पाकिस्तान और कश्मीर मामलों पर तीक्ष्ण नजर रहती है।
लेफ्टिनेंट उमर फैयाज की हत्या 2017, राइफलमैन औरंगजेब की हत्या 2018, जम्मू—कश्मीर में बदले 2018 में बदले राजनीतिक समीकरण, पुलवामा हमला 2019, कश्मीर से 370 का हटना, गलवान घाटी मुठभेड़ 2020 को बेहद करीब से जम्मू और कश्मीर में रहकर ही कवर किया। कोरोना काल 2020 में भी लददाख से नेपाल तक की यात्रा चीन के बदलते समीकरण को लेकर की।
इसके साथ ही लोकसभा चुनाव 2019 में जम्मू कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा और पंजाब की रिपोर्टिंग की। 9 नवंबर 2019 को श्रीराम जन्म भूमि अयोध्या मामले में आए फैसले की अयोध्या से कवर किया। 2022 उत्तरप्रदेश् चुनाव को सहारनपुर से सोनभद्र तक मोटर साइकिल के माध्यम से कवर किया। पत्रकारिता से इतर आनंद मणि त्रिपाठी को संगीत और पर्यटन का जबरदस्त शौक है। इन्हें किसी भी कार्य में असंभव शब्द न प्रयोग करने के लिए जाना जाता है…
अगली खबर