Dholpur’s Hyde Park Story | Rajasthan Heritage

Last Updated:November 10, 2025, 09:33 IST
Dholpur Hyde Park Story: धौलपुर के महाराजा उदयभान सिंह ने लंदन के हाइड पार्क से प्रेरणा लेकर अपने राज्य में भी वैसा ही पार्क बनवाने की योजना बनाई थी. उन्होंने गौरव पथ क्षेत्र में टाउन हॉल, निहाल टॉवर और सिटी जुबली हॉल जैसी ऐतिहासिक इमारतें लाल पत्थर से बनवाईं. हालांकि, यह पार्क पूरी तरह बन नहीं सका, लेकिन आज भी “गौरव पथ” उस अधूरे और दूरदर्शी सपने की निशानी बना हुआ है.
सचिन शर्मा.
धौलपुर। धौलपुर रियासत के महाराजा राणा उदयभान सिंह केवल एक शासक ही नहीं, बल्कि एक दूरदर्शी विचारक और आधुनिकता के प्रतीक थे. उन्हें आधुनिक धौलपुर का निर्माता भी कहा जाता है. सन 1931 में जब वे लंदन में आयोजित गोलमेज सम्मेलन में भाग लेने गए, तब उन्होंने वहाँ का प्रसिद्ध हाइड पार्क देखा — जो करीब 350 एकड़ में फैला था. हरे-भरे मैदानों, झीलों, नौका विहार, गुलाब उद्यान और डायना मेमोरियल फाउंटेन से सजे उस पार्क ने महाराजा को गहराई से प्रभावित किया, जिसके बाद उन्होंने धौलपुर में भी वैसी ही योजना को उतारने का निश्चय किया.
इतिहासकार अरविंद कुमार शर्मा बताते हैं कि लंदन से लौटने के बाद महाराजा उदयभान सिंह ने धौलपुर में एक ऐसा ही पार्क बनाने का निश्चय किया. इसके लिए उन्होंने वर्तमान गौरव पथ क्षेत्र को चुना, जो उनके सपनों के “हाइड पार्क” का रूप लेने लगा. यहाँ उन्होंने धौलपुर के प्रसिद्ध लाल पत्थर से कई ऐतिहासिक इमारतों का निर्माण करवाया. इनमें टाउन हॉल, उनके पिता महाराजा निहाल सिंह के समय शुरू हुआ निहाल टॉवर (घंटाघर) जिसका अधूरा निर्माण उन्होंने पूरा करवाया, और सिटी जुबली हॉल शामिल हैं, जो वास्तुकला के अद्भुत उदाहरण हैं.
चिड़ियाघर और टाइगर हाउस भी हुआ था निर्माणइतिहासकार बताते हैं कि महाराजा ने इस क्षेत्र में एक छोटा चिड़ियाघर और टाइगर के लिए विशेष स्थान भी बनवाया था, जो अब समय के साथ विलुप्त हो चुका है. पूरे गौरव पथ (हाइड पार्क) क्षेत्र में घने पेड़-पौधे लगाए गए थे, जिसके कारण इसे उस समय स्थानीय लोग ‘ठंडा रास्ता’ कहा करते थे. महाराजा का उद्देश्य इस क्षेत्र को प्राकृतिक सुंदरता और सार्वजनिक उपयोगिता का केंद्र बनाना था.
अधूरा रह गया महाराजा का सपनामहाराजा उदयभान सिंह इस हाइड पार्क को धौलपुर रियासत में पर्यटन को बढ़ावा देने और आर्थिक उन्नति का केंद्र बनाना चाहते थे. दुर्भाग्यवश, परिस्थितियों और समय के साथ यह पार्क पूर्ण रूप से तैयार नहीं हो सका. फिर भी, गौरव पथ आज भी उस अधूरे स्वप्न की ऐतिहासिक गवाही देता है — जो लंदन के हाइड पार्क से प्रेरित होकर राजस्थान की धरती पर जन्मा था और महाराजा की दूरदर्शी सोच को दर्शाता है.
Location :
Dhaulpur,Dhaulpur,Rajasthan
First Published :
November 10, 2025, 09:22 IST
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राजस्थान के धौलपुर में भी है ‘लंदन का हाइड पार्क’, अधूरा रह गया महाराजा….



