National

पीएम मोदी कितने साल बाद पहुंचे पटना के गांधी मैदान? जानें पिछली बार आए थे तो कौन सी घटना घटी थी? | PM MODI| CM NITISH KUMAR

Last Updated:November 20, 2025, 18:31 IST

PM Modi Gandhi Maidan: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 नवंबर को नीतीश कुमार के 10वें शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान पहुंचे. पीएम मोदी 12 साल पहले भी गांधी मैदान आए थे. जानें पीएम मोदी की हुंकार रैली में तब क्या बड़ी घटना घटी थी? मोदी कितने साल बाद पहुंचे गांधी मैदान? पिछली बार जब आए थे, तो क्या हुआ था?पीएम मोदी कितने साल बाद गांधी मैदान आए?

पटना. पीएम मोदी गुरुवार यानी 20 नवबंर को नीतीश सरकार के शपथ ग्रहण में पटना के गांधी मैदान करीब 12 साल बाद आए थे. पीएम मोदी का गांधी मैदान के साथ कई यादें जुड़ी हैं. लोकसभा चुनाव 2014 से पहले जब पीएम मोदी की इसी गांधी मैदान में पहली सभा हुई थी, तो उस सभा में ताबड़तोड़ बम बिस्फोट से पूरा पटना दहल गया था. इस विस्फोट में कई शख्स की मौत हुई थी. नीतीश कुमार तब आरजेडी के साथ मिलकर सरकार चला रहे थे. आज उसी गांधी मैदान में एक बार फिर से पीएम मोदी और सीएम नीतीश कुमार एक साथ नजर आए हैं. साल 2014 का कड़वाहट कैसे बदल गया और पीएम मोदी और सीएम नीतीश की दोस्ती अब कितनी पक्की हो गई?

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 20 नवंबर को पटना के गांधी मैदान पहुंचना सिर्फ एक शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होना नहीं था, बल्कि यह बिहार की राजनीति के इतिहास में एक महत्वपूर्ण पल था. पीएम मोदी करीब 12 साल बाद इस मैदान में आए थे. पिछली बार उनके आने पर इस मैदान में जो घटना घटी थी, वह आज भी बिहार की जनता और राजनीति के लिए एक काला अध्याय है. आज उसी मैदान में नीतीश कुमार के साथ उनकी मौजूदगी एनडीए की एकजुटता और बिहार की बदलती राजनीति की गवाही देती है. लेकिन पिछली बार ऐसा नहीं था.

नीतीश कुमार फिर बने सीएम

12 साल पहले की वह खौफनाक घटना

ॉप्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आखिरी बार पटना के गांधी मैदान में 27 अक्टूबर, 2013 को आए थे. यह समय 2014 के लोकसभा चुनाव से पहले का था. जब पीएम मोदी गुजरात के मुख्यमंत्री थे और बीजेपी के पीएम पद के उम्मीदवार घोषित हो गए थे. इस घोषणा के बाद ही सीएम नीतीश कुमार एनडीए से अलग हो गए थे. पीए मोदी की गांधी मैदान में ‘हुंकार रैली’ के दौरान एक के बाद एक सीरीज में बम विस्फोट हुए थे. इस घटना में 6 से अधिक लोगों की मौत हो गई थी और 80 से अधिक लोग घायल हुए थे.

कैसे मिले नीतीश और मोदी?

उस समय नीतीश कुमार बीजेपी से अलग होकर आऱजेडी के साथ सरकार चला रहे थे. इस घटना के बाद सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े हुए थे. यह घटना दोनों नेताओं और दोनों दलों के बीच राजनीतिक तनाव को चरम पर पहुंचाने वाली मानी गई थी. लेकिन, 20 नवंबर, 2025 को जब पीएम मोदी ने उसी गांधी मैदान में दोबारा कदम रखा तो तस्वीर पूरी तरह बदल चुकी थी. नीतीश कुमार 10वीं बार मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ले रहे थे और पीएम मोदी मुख्य अतिथि के रूप में मंच पर मौजूद थे.

नीतीश कुमार ने पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में 10वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेकर नया रिकॉर्ड बना दिया.

शपथ ग्रहण समारोह के बाद नीतीश कुमार ने पीए मोदी को पूरा मान सम्मान दिया. पीएम मोदी का हाथ पकड़कर नीतीश कुमार ने आगे खींचने पर पीएम मोदी का झुककर जनता को प्रणाम करना साफ दिखाता है कि अब दोनों नेताओं के बीच पुरानी कड़वाहट खत्म हो चुकी है. राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पीएम मोदी का पटना आना केवल एक औपचारिकता नहीं है, बल्कि यह 2029 के लोकसभा चुनावों के लिए बिहार में एनडीए की एकजुटता और रणनीति का परिचायक है. 12 साल पहले हिंसा और तनाव के गवाह रहे इसी मैदान में आज दोनों शीर्ष नेताओं का सहज और गर्मजोशी भरा साथ दिखना बिहार की राजनीति में ‘ऑल इज वेल’ का जोरदार संदेश देता है.

रविशंकर सिंहचीफ रिपोर्टर

भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा…और पढ़ें

भारतीय विद्या भवन से पत्रकारिता की पढ़ाई करने वाले रविशंकर सिंह सहारा समय न्यूज चैनल, तहलका, पी-7 और लाइव इंडिया न्यूज चैनल के अलावा फर्स्टपोस्ट हिंदी डिजिटल साइट में भी काम कर चुके हैं. राजनीतिक खबरों के अलावा… और पढ़ें

First Published :

November 20, 2025, 18:31 IST

homebihar

मोदी कितने साल बाद पहुंचे गांधी मैदान? पिछली बार जब आए थे, तो क्या हुआ था?

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj