Tonk SDM Thappad Kand: नरेश मीणा को लेकर पुलिस ने लिया बड़ा एक्शन, जानें अब क्या नया होने वाला है?
दौलत पारीक.
टोंक. टोंक जिले के देवली उनियारा उपचुनाव में एरिया मजिस्ट्रेट एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ मारने के आरोपी निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा को शनिवार देर रात प्रोडक्शन वारंट पर जिला मुख्यालय स्थित कोतवाली थाने लाया गया. मीणा से अब यहां उनियारा सीओ रघुवीर सिंह भाटी पूछताछ करेंगे. नरेश मीणा को कोतवाली लाए जाने के दौरान खासा हलचल रही. यहां बड़ी तादाद में पुलिस जाब्ता तैनात किया गया. इस दौरान पुलिस प्रशासन के आलाधिकारी भी मौजूद रहे.
जानकारी के अनुसार थप्पड़ कांड का आरोपी नरेश मीणा कोर्ट के आदेश पर 14 दिन की न्यायिक हिरासत में है. मीणा को टोंक जिला जेल में रखा गया था. अब उसे पूछताछ के लिए प्रोडक्शन वारंट पर टोंक कोतवाली लाया गया है. मीणा को कोतवाली लाए जाने से पहले ही उसके मेडिकल के लिए डॉक्टर्स की टीम भी वहां पहुंच गई थी. नरेश मीणा को लाए जाने के दौरान किसी तरह का कोई बवाल नहीं हो इसके लिए पुलिस लाइन से अतिरिक्त जाब्ता बुलाकर कोतवाली के बाहर तैनात किया गया.
मीणा की गिरफ्तारी को लेकर मच गया था भारी बवालथप्पड़ कांड में नरेश मीणा को 14 नवंबर को समरावता गांव गिरफ्तार किया गया था. फिर 15 नवंबर को वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के जरिये मीणा की निवाई कोर्ट में पेशी हुई. वहां से मीणा को 14 दिन के लिए जेल भेज दिया गया था. 13 नवंबर को देवली उनियारा उपचुनाव के दौरान समरावता गांव में ही ग्रामीणों के बीच एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ जड़ दिया था. उसके बाद इलाके में भारी बवाल मच गया था. मीणा को हिरासत में लेने के दौरान उसके समर्थकों ने कई वाहनों में आग लगा दी थी. पुलिस पर पथराव कर दिया था. बचाव में पुलिस को कई राउंड हवाई फायरिंग करनी पड़ी. फिर पुलिस ने लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ा था.
मीणा की गिरफ्तारी के बाद तीन जिलों में कड़ी करनी पड़ी सुरक्षा व्यवस्थाउसके बाद अगले दिन पुलिस ने समरावता गांव से ही नरेश मीणा को गिरफ्तार किया था. मीणा की गिरफ्तारी का विरोध करने के लिए उसके समर्थकों ने टोंक समेत कई जिलों में रास्ते जाम कर दिए थे. दूसरी तरफ इस घटनाक्रम को लेकर आरएएस अधिकारियों और अन्य कर्मचारी संगठनों में भी आक्रोश फैल गया था. उन्होंने भी पेन डाउन स्ट्राइक कर दी थी. इस पूरे घटनाक्रम के बाद उपजे हालात को देखते हुए सरकार को टोंक समेत मीणा के प्रभाव वाले कोटा और बूंदी जिले में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी करनी पड़ी थी.
FIRST PUBLISHED : November 17, 2024, 07:58 IST