शेखावाटी की सबसे बड़ी ठगी? एजेंटों, नेताओं और नेटवर्क पर पुलिस की नजर… क्या खुलने वाला है पूरा सच?

Last Updated:November 27, 2025, 20:52 IST
Jhunjhunu News : झुंझुनूं में एक्सपीओ नाम की कंपनी को लेकर बड़ा निवेश घोटाला सामने आने की आशंका से हजारों लोग डर और चिंता में हैं. भरतपुर में कार्रवाई के बाद अब झुंझुनूं पुलिस ने इस संभावित फ्रॉड की जांच तेज कर दी है. गिरफ्तार आरोपितों ने कई स्थानीय नाम उजागर किए हैं जिनकी सिफारिश पर लोगों ने करोड़ों रुपए निवेश किए थे. मामला बड़ा आर्थिक घोटाला साबित हो सकता है और पुलिस पूरे नेटवर्क को खंगाल रही है.
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कृष्ण सिंह शेखावत/झुंझुनूं. शेखावाटी में इस वक्त निवेशकों की धड़कनें तेज कर देने वाली बड़ी खबर सामने आई है. भरतपुर में कार्रवाई के बाद झुंझुनूं पुलिस ने भी एक ऐसे बड़े संभावित फ्रॉड की जांच तेज कर दी है, जिसकी तुलना लोग नेक्सा एवरग्रीन घोटाले से भी बड़ी ठगी से कर रहे हैं. जिले में एक्सपीओ नाम की एक कंपनी के खिलाफ जिस तरह शिकायतें बढ़ रही हैं, उससे हजारों निवेशकों में हड़कंप मच गया है क्योंकि उन्होंने इस कंपनी में करोड़ों रुपए लगा रखे हैं. अब पुलिस की कार्रवाई और कुछ गिरफ्तारियों के बाद धीरे–धीरे ऐसे नाम सामने आने लगे हैं, जिन पर लोगों को भरोसा था और उन्हीं की सिफारिश पर लोगों ने पैसा लगाया था. इस खुलासे से गांव–कस्बों में चर्चा तेज हो गई है और लोग चिंता में हैं कि कहीं यह मामला भी बड़े स्तर की आर्थिक ठगी में न बदल जाए.
भरतपुर में एक्सपीओ से जुड़े आरोपितों पर कार्रवाई के बाद झुंझुनूं पुलिस पूरी तरह सतर्क हो गई है. जांच के दौरान अब तक गिरफ्तार किए गए आरोपितों ने पूछताछ में ऐसे कई स्थानीय लोगों के नाम उजागर किए हैं जो इलाके में निवेशकों को जोड़ने का काम कर रहे थे. इनमें बख्तावरपुरा निवासी विजय मौर्य, सुजडौला के पूर्व सरपंच सुरेंद्र बरवड़ और सुरेंद्र सैनी नाम के एक युवक का नाम प्रमुख रूप से सामने आया है. पुलिस का कहना है कि यह पूरा नेटवर्क कई जिलों में फैला हुआ है और इसकी जड़ें कितनी गहरी हैं, इसका अंदाज़ा अभी लगाना भी मुश्किल है. दूसरी ओर, निवेशक भी यह समझ नहीं पा रहे कि उनके लगाए पैसे का क्या होगा और आगे की कानूनी प्रक्रिया उन्हें राहत दे पाएगी या नहीं. कई लोग तो पिछले कुछ दिनों से पुलिस थानों और साइबर विंग के दफ्तरों में सिर्फ यही पूछते नजर आ रहे हैं कि क्या उनका पैसा सुरक्षित रहेगा.
एक्सपीओ पर निवेशकों का भरोसा टूटा, पुलिस ने बढ़ाई सख्तीजांच से जुड़े अधिकारियों का कहना है कि एक्सपीओ कंपनी ने शेखावाटी में जिस तेज़ी से निवेशकों को जोड़ने का अभियान चलाया था, वह कहीं न कहीं नेक्सा एवरग्रीन जैसी स्कीमों का पैटर्न दिखाता है. लोगों को जल्द मुनाफ़े का सपना दिखाकर बड़े पैमाने पर निवेश कराया गया. कई गांवों में तो स्थानीय एजेंटों ने भरोसे और रिश्तों की आड़ में लोगों को इस स्कीम से जोड़ दिया. यही वजह है कि अब जब कार्रवाई शुरू हुई है तो इलाके के हजारों लोग चिंता में हैं. पुलिस ने उन नामों की पुष्टि की है जो गिरफ्तार आरोपितों ने पूछताछ में बताए हैं. इनमें विजय मौर्य, पूर्व सरपंच सुरेंद्र बरवड़ और सुरेंद्र सैनी की भूमिका को लेकर सवाल उठ रहे हैं और उन्हें जांच के दायरे में रखा गया है. पुलिस अब कंपनी के फंड फ्लो, खातों, नेटवर्क और पूरे निवेश पैटर्न की जांच कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि यह मामला कितने बड़े स्तर का है.
शेखावाटी में बढ़ी बेचैनी, हजारों लोग चिंतितपुलिस अधिकारियों का कहना है कि मामले की गंभीरता को देखते हुए आने वाले दिनों में और भी गिरफ्तारियां हो सकती हैं. अगर यह मामला नेक्सा एवरग्रीन जैसा निकला तो इसका असर पूरे शेखावाटी में हजारों परिवारों की आर्थिक स्थिति पर पड़ सकता है. फिलहाल पुलिस पीड़ितों को सतर्क रहने और किसी भी नए वादे या स्कीम में पैसा लगाने से पहले जांच पर भरोसा करने की सलाह दे रही है. गांव–कस्बों में चर्चाएं लगातार बढ़ रही हैं और लोग एक–दूसरे से कंपनी के बारे में जानकारी लेने की कोशिश कर रहे हैं ताकि यह पता चल सके कि उनका पैसा फंस गया है या अभी उम्मीद बची है. फिलहाल पूरा मामला जांच के अधीन है और पुलिस आगे की कार्रवाई तेजी से कर रही है.
नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल…और पढ़ें
नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल… और पढ़ें
Location :
Jhunjhunu,Rajasthan
First Published :
November 27, 2025, 20:52 IST
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सबसे बड़ी ठगी! एजेंटों, नेताओं और नेटवर्क पर पुलिस की नजर… खुलने वाला है सच?



