Political fight with Sachin Pilot reached Pulwama veerangana Ashok Gehlot reneges his promise BJP hits back
हाइलाइट्स
जयपुर में पुलवामा के शहीद की वीरांगनाओं का प्रदर्शन
पहले सरकार ने मानी मांग, फिर मुख्यमंत्री ने बदला फैसला
अब बीजेपी ने राज्यपाल से मामले में दखल देने की मांग की
जयपुर. पुलवामा (Pulwama) में शहीद हुए 3 सपूतों की वीरांगनाएं 9 दिन से जयपुर (Jaipur) में धरने पर बैठी हैं. शहीदों की विधवाओं की मांग पहले गहलोत सरकार ने मंगलवार को मान ली, लेकिन फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) पलट गए. इस बीच सचिन पायलट (Sachin Pilot) पर वीरांगनाओं की आड़ में सियासत करने का आरोप लगा. अब बीजेपी ने बुधवार को राज्यपाल से मिलकर वीरांगनाओं को इंसाफ के लिए दखल देने की मांग की. पुलवामा हमले में शहीद हुए रोहिताश लाांबा की पत्नी मंजू, जीतराम की पत्नी सुंदरी और हेमराज की पत्नी मधु देवी पिछले 3 दिन से कांग्रेस नेता सचिन पायलट के घर के बाहर धरने पर बैठी हैं. जयपुर में वीरांगनाओं के धरने का आज 9वां दिन है.
बीजेपी के एक प्रतिनिधिमंडल ने अब राज्यपाल से मिलकर वीरांगनाओं को इंसाफ दिलाने के लिए दखल देने की मांग की है. दरअसल मंगलवार को पूरे मामले में नाटकीय घटनाक्रम हुआ. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीएम अशोक गहलोत से इस मसले पर फोन पर बात की. इसके बाद सीएम गहलोत ने 2 मंत्रियों को धरना स्थल पर भेजा. वीरांगनाओं से वार्ता के बाद दोनों मंत्रियों ने सरकार की ओर से सभी मांगें मान ली. न्यूज18 इंडिया से विशेष बातचीत में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास और मंत्री शंकुतला रावत ने कहा कि सभी मांगें जायज हैं. कहा हम सरकार की ओर से वादा कर रहे हैं कि परिजनों को नौकरी देने और शहीद की प्रतिमा लगाने समेत सभी मांगे पूरी कर दी जाएगी.
सरकार ने बदला अपने फैसला
वीरांगनाओं से किए वादे के बाद देर रात को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने ही सरकार के मंत्रियों के वादे से पलट गए. कहा किसी और रिश्तेदार को नौकरी देने से वीरांगनाओं के बच्चों का हक मारा जाएगा. ऐसे ही शहीद हेमराज की पत्नी की प्रतिमा लगाने की मांग भी खारिज कर दी. आरोप लगाया कि बीजेपी के नेता राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए वीरांगनाओ का इस्तेमाल कर रहे हैं. दरअसल, सीएम गहलोत के निशाने पर विपक्ष के नाम पर सचिन पायलट थे. सचिन पायलट ने ही सोमवार रात को पत्र लिखकर मांग की थी कि वीरांगनाओं की सभी मांगें पूरी की जाएं और उनके साथ हुई बदसलूकी के मामले में भी कार्रवाई की जाए. वीरांगनाएं इंसाफ के लिए पायलट के घर जाकर बैठी थीं. फिर मांग की कि इस मामले में कार्रवाई के लिए उन्हें सोनिया गांधी से मिलवाएं. वीरांगनां मंजू जाट ने भी आरोप लगाया कि ये वादाखिलाफी है.
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पिछले 8 दिन से गहलोत सरकार में पुलवामा शहीदों की वीरांगनाओं की मांगों पर कार्रवाई को लेकर भारी कंफ्यूज है. 4 दिन पहले वीरांगनाएं मुख्यमंत्री से मिलने पहुंचीं तो वीरांगनाओं के साथ बदसलूकी के बाद गहलोत सरकार की मुश्किल और बढ़ गई. वीरांगनाएं अब उनके साथ मारपीट करने वाले पुलिसकर्मियों को सस्पेंड करने की मागं पर अड़े हैं. गहलोत कैंप को लगता है कि सचिन पायलट के घर के बाहर बैठी वीरांगनाए उनके इशारे पर सरकार पर मांगों को लेकर दबाब बना रही है.
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Tags: Ashok gehlot, Jaipur news, Rajasthan news, Sachin pilot
FIRST PUBLISHED : March 08, 2023, 17:50 IST