Positive News : 200 साल पहले टूटे थे इन दो गांवों के रिश्ते, जानिए अब कैसे हुए एक
रिपोर्ट: जुगल कलाल
डूंगरपुर. डूंगरपुर में एक अनोखा किस्सा देखने को मिला है. यहां 200 साल पहले शादी ब्याह में हंसी मजाक में एक दूल्हे की मौत से दो गांव के बीच रिश्ते ऐसे टूट गए थे. इन रिश्तों को जोड़ने में 200 साल लग गए. अब दोनों गांव एक बार फिर एक हो गए हैं.
दोनों ही गांव के लोगों ने पुराने विवाद भूलकर सामाजिक समरसता और सामाजिक विकास के लिए संविधान की शपथ ली है. अब दोनों ही गांवों में सामाजिक रीति रिवाज के साथ बेटे-बेटियों की शादी भी हो सकेंगी. दोनों गांव के लोगों ने सभी पंचों ने बैठकर एक दूसरे को गुड़ खिलाया और हवन यज्ञ कर सभी रीति रिवाज चालू करने का निर्णय किया है.
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200 साल पहले खाट टूटने से हुई थी दूल्हे की मौत
खेमपुर गांव के रामजी पाटीदार ने बताया कि दोनों गांव के बीच 200 साल पहले रिश्ता टूट गया था, जबकि दोनों गांवों के बीच सिर्फ डेढ़ से 2 किमी की दूरी है. दोनो गांवों के खेत, खलिहान मिले हुए हैं. दोनों गांवों में वागड़िया पाटीदार समाज के 250 से ज्यादा घर हैं.
बुजुर्ग बताते हैं कि 200 साल पहले खेमपुर गांव के एक दूल्हे की शादी गणेशपुर गांव में हो रही थी. दूल्हा बारात लेकर गणेशपुर आया. उस समय मजाक मस्ती में लोगों ने दूल्हे के बैठने के लिए एक खाट बनाई. उसी खाट पर बैठते ही खाट टूट गई. दूल्हे के सिर में चोट लग गई और मौत हो गई. दोनों गांवों के बीच रिश्ता ऐसा टूटा की दोनों गांवों में किसी तरह की शादी-ब्याह पर रोक लग गई.
एक ही समाज के होते हुए भी इस घटना के बाद में दोनों गांव फिर नहीं मिले. एक दूसरे की रिश्तेदारी होते हुए भी उनके बीच शादी-ब्याह का रिश्ता खत्म हो गया. इसके बाद सालभर पहले दोनों गांवों के लोगों ने फिर एक होने के प्रयास शुरू किए. कई बार बातचीत के दौर चले, लेकिन सफलता नहीं मिली. इस बार गांव के बड़े बुजुर्गों ने मिलकर टूटे गांवों को मिलाने का बड़ा कदम उठाया.
बसंत पंचमी पर एक हुए दोनों गांव
दोनों गांवों के सभी परिवार बसंत पंचमी के दिन मिले. दोनों गांवों के बीच सीमा पर गांव के बड़े बुजुर्ग, महिलाएं, बच्चे इकट्ठे हुए. दोनों ही गांवों के लोगों ने मिलकर भगवान सत्यनारायण की पूजा अर्चना की. सत्यनारायण भगवान की कथा के बाद हवन कुंड में आहुतियां दी और 200 साल पुराने सभी गिले—शिकवे को मिटाकर एक होने का संकल्प लिया.
इसके बाद दोनों गांवों के लोगों ने मिलकर प्रसाद बनाकर भगवान को भोग लगाकर खाया. गांव के लोग बताते हैं कि 200 साल बाद जुड़े रिश्ते अब कभी नहीं टूटेंगे. दोनों गांव के लोग मिल-जुलकर रहेंगे. दोनों गांवों के बीच अब फिर से शादी ब्याह के रिश्ते हो सकेंगे और समाज एकजुट होगा.
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Tags: Dungarpur news, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED : January 30, 2023, 12:56 IST