Free Vaccine Is The Moral And Legal Responsibility Of Center – फ्री वैक्सीन लगाना केंद्र सरकार की नैतिक और कानूनी जिम्मेदारी- खाचरियावास

परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बंगाल में रैलियां करना छोड़ कर मेडिकल व्यवस्थाओं को ठीक करने पर ध्यान देना चाहिए।

जयपुर
परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बंगाल में रैलियां करना छोड़ कर मेडिकल व्यवस्थाओं को ठीक करने पर ध्यान देना चाहिए। पूरे देश में कोरोना महामारी के कारण कब्रिस्तान और श्मशान में लाशों के ढेर लगे हुए हैं। मंदिर, मस्जिद, गिरजाघर और गुरुद्वारे बंद पड़े हैं। धर्म,शक्ति और भक्ति का भारत वर्तमान में ऑक्सीजन,रेमडेसिविर इंजेक्शन के लिए तरस रहा है। अस्पतालों में मरीजों की सांसें फूल रही है और केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बड़ी-बड़ी बातें करके देश के खजाने प्रधानमंत्री राहत कोष पर कुंडली मारकर बैठ गए हैं।
खाचरियावास ने कहा कि इस वक्त देश के लाखों लोगों की अस्पतालों में सांसे टूट रही है और भारत के प्रधानमंत्री वैक्सीन का मोलभाव करने में लगे हुए हैं। व्यक्तियों की सुरक्षा का ध्यान ना करते हुए वैक्सीन का मोल भाव हो रहा है और पहली बार जान, संक्रमण से बचाने के लिए दी जाने वाली वैक्सीन के अलग अलग दाम निर्धारित कर दिए गए हैं। खाचरियावास ने कहा कि इस वक्त जब लोगों की सांसे टूट रही है तो हर उम्र के व्यक्ति को फ्री में वैक्सीन लगाना केंद्र सरकार की नैतिक और कानूनी जिम्मेदारी बनती है। मंत्री खाचरियावास ने कहा कि आखिर जनता के टैक्स से इकट्ठा किया गया पैसा कब काम आएगा?
भाजपा नेता चुपचाप देख रहे
खाचरियावास ने कहा कि प्रधानमंत्री सहित केंद्र के सब भाजपा नेताओं के आंख का पानी मर चुका है। इनके दिल में ना कोई दर्द है ना परेशानी। राजस्थान के 25 सांसद जिनमें तीन केंद्रीय मंत्री और एक लोकसभा अध्यक्ष चुपचाप बैठे देख रहे हैं। केंद्र सरकार से प्रदेश की जनता को राहत दिलाने में मुंह तक नहीं खुल रहा है। ऑक्सीजन के नाम पर भी अब राजनीति होने लगी है और राजस्थान के लिए एक शब्द भी केंद्र में इन मंत्रियों के मुंह से नहीं निकल रहा है।
पूरे देश में हो एक नीति
खाचरियावास ने कहा कि गुजरात और राजस्थान में मरीज बराबर आ रहे हैं लेकिन गुजरात को ऑक्सीजन केंद्र द्वारा ज्यादा दी जा रही है और राजस्थान से भेदभाव करते हुए कम दी जा रही है। राजस्थान हो या गुजरात बंगाल हो या केरल सब जगह दर्द बराबर है। केंद्र सरकार को पूरे देश में एक नीति लागू करके फ्री वैक्सीन-फ्री इलाज और लोगों के खाते में डायरेक्ट पैसा डाल कर राज्य सरकारों को अलग से बड़ा पैकेज देकर देश के लोगों को महामारी से बचाने के लिए आगे आना चाहिए।