Rajasthan

profitable crops in autumn | small farmer income | Rabi crops | wheat mustard farming | chickpea and pea cultivation | agriculture tips India | organic farming methods

Last Updated:November 01, 2025, 15:01 IST

Rabi Season Farming: शरद ऋतु छोटे किसानों के लिए सुनहरा मौका लाती है. इस मौसम में कई ऐसी फसलें होती हैं जो कम मेहनत में अधिक मुनाफा देती हैं. गेहूं, सरसों, चना, आलू, मटर और पालक जैसी फसलें किसानों के लिए आय का बड़ा स्रोत बन सकती हैं. सही सिंचाई और जैविक खाद से उत्पादन बढ़ाया जा सकता है.शरद ऋतु का मौसम, अपनी हल्की धूप और सुहावने मौसम के साथ किसानों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होता है। यह समशीतोष्ण जलवायु उन फसलों के लिए आदर्श होती है जो चरम गर्मी या सर्दी में नहीं उग सकतीं। छोटे किसानों के लिए यह अवसर है ऐसी मूल्यवान सब्जियां उगाने का जिनकी बाजार में अच्छी मांग और कीमत होती है। इससे न केवल जमीन का बेहतर उपयोग होता है बल्कि आय का एक अतिरिक्त स्रोत भी बनता है।

शरद ऋतु का मौसम, अपनी हल्की धूप और सुहावने मौसम के साथ किसानों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद होता है. यह समशीतोष्ण जलवायु उन फसलों के लिए आदर्श होती है जो चरम गर्मी या सर्दी में नहीं उग सकतीं. छोटे किसानों के लिए यह अवसर है ऐसी मूल्यवान सब्जियां उगाने का जिनकी बाजार में अच्छी मांग और कीमत होती है. इससे न केवल जमीन का बेहतर उपयोग होता है बल्कि आय का एक अतिरिक्त स्रोत भी बनता है.

पालक पालक एक पोषक तत्वों से भरपूर पत्तेदार सब्जी है जो शरद ऋतु की ठंडी और नम जलवायु में खूब फलती-फूलती है। इसका छोटा जीवनचक्र (लगभग 30-35 दिन) एक ही मौसम में कई बार कटाई की संभावना प्रदान करता है। आयरन, विटामिन्स और अन्य मिनरल्स से भरपूर पालक की घरेलू उपयोग और बाजार दोनों में साल भर मांग बनी रहती है।

पालक: पालक एक पोषक तत्वों से भरपूर पत्तेदार सब्जी है जो शरद ऋतु की ठंडी और नम जलवायु में खूब फलती-फूलती है. इसका छोटा जीवनचक्र (लगभग 30-35 दिन) एक ही मौसम में कई बार कटाई की संभावना प्रदान करता है. आयरन, विटामिन्स और अन्य मिनरल्स से भरपूर पालक की घरेलू उपयोग और बाजार दोनों में साल भर मांग बनी रहती है.

मेथी मेथी की हरी पत्तियों का इस्तेमाल सब्जी और औषधि दोनों रूपों में किया जाता है। यह फसल शरद ऋतु के हल्के मौसम में तेजी से बढ़ती है और इसकी देखभाल पर कम लागत आती है, जिससे यह छोटे किसानों के लिए एक आदर्श विकल्प बन जाती है। इसके विशिष्ट स्वाद और सुगंध के कारण इसकी बाजार में अच्छी खासी कीमत मिल जाती है।

मेथी: मेथी की हरी पत्तियों का इस्तेमाल सब्जी और औषधि दोनों रूपों में किया जाता है. यह फसल शरद ऋतु के हल्के मौसम में तेजी से बढ़ती है और इसकी देखभाल पर कम लागत आती है, जिससे यह छोटे किसानों के लिए एक आदर्श विकल्प बन जाती है. इसके विशिष्ट स्वाद और सुगंध के कारण इसकी बाजार में अच्छी खासी कीमत मिल जाती है.

गाजर गाजर, अपनी मिठास और कुरकुरेपन के लिए जानी जाती है, और यह शरद ऋतु की ठंडक में बेहतरीन ढंग से विकसित होती है। ठंडा मौसम गाजर के स्वाद और रंग को और भी समृद्ध बना देता है। हालाँकि इसके पकने में 70 से 80 दिनों तक का समय लग सकता है, लेकिन बाजार में इसके भाव अच्छे मिलने के कारण यह प्रतीक्षा लाभकारी साबित होती है।

गाजर: गाजर, अपनी मिठास और कुरकुरेपन के लिए जानी जाती है, और यह शरद ऋतु की ठंडक में बेहतरीन ढंग से विकसित होती है. ठंडा मौसम गाजर के स्वाद और रंग को और भी समृद्ध बना देता है. हालांकि इसके पकने में 70 से 80 दिनों तक का समय लग सकता है, लेकिन बाजार में इसके भाव अच्छे मिलने के कारण यह प्रतीक्षा लाभकारी साबित होती है.

धनिया धनिया एक ऐसी सुगंधित जड़ी-बूटी है जिसकी हर रसोई में आवश्यकता होती है। यह शरद ऋतु में बहुत तेजी से बढ़ता है। इसकी खास बात यह है कि इसकी ताज़ी पत्तियों और सूखे बीज (धनिया) दोनों का ही बाजार मूल्य होता है, जिससे किसानों को एक ही फसल से दोहरा लाभ मिलने की संभावना होती है।

धनिया: धनिया एक ऐसी सुगंधित जड़ी-बूटी है जिसकी हर रसोई में आवश्यकता होती है. यह शरद ऋतु में बहुत तेजी से बढ़ता है. इसकी खास बात यह है कि इसकी ताज़ी पत्तियों और सूखे बीज (धनिया) दोनों का ही बाजार मूल्य होता है, जिससे किसानों को एक ही फसल से दोहरा लाभ मिलने की संभावना होती है.

फूलगोभी फूलगोभी एक प्रमुख ठंडे मौसम की फसल है जो शरद ऋतु में हल्के तापमान पर सबसे अच्छी बढ़ती है। इसके घने, सफेद और स्वच्छ फूल (हैड) की बाजार में विशेष पहचान और मांग है। मौसम के बाहर (ऑफ-सीजन) में इसकी कीमतें काफी बढ़ जाती हैं, जिससे किसानों को अतिरिक्त लाभ होता है।

फूलगोभी: फूलगोभी एक प्रमुख ठंडे मौसम की फसल है जो शरद ऋतु में हल्के तापमान पर सबसे अच्छी बढ़ती है. इसके घने, सफेद और स्वच्छ फूल (हैड) की बाजार में विशेष पहचान और मांग है. मौसम के बाहर (ऑफ-सीजन) में इसकी कीमतें काफी बढ़ जाती हैं, जिससे किसानों को अतिरिक्त लाभ होता है.

मूली मूली भी एक लोकप्रिय ठंडे मौसम वाली जड़ वाली सब्जी है जो शरद ऋतु में आसानी से उगाई जा सकती है। यह बहुत तेजी से बढ़ती है और कम देखभाल में भी अच्छी पैदावार देती है। इसके कुरकुरे और हल्के तीखे स्वाद के कारण इसका उपयोग सलाद से लेकर सब्जी तक में किया जाता है, जिससे इसकी बाजार में नियमित मांग बनी रहती है।

मूली: मूली भी एक लोकप्रिय ठंडे मौसम वाली जड़ वाली सब्जी है जो शरद ऋतु में आसानी से उगाई जा सकती है. यह बहुत तेजी से बढ़ती है और कम देखभाल में भी अच्छी पैदावार देती है. इसके कुरकुरे और हल्के तीखे स्वाद के कारण इसका उपयोग सलाद से लेकर सब्जी तक में किया जाता है जिससे इसकी बाजार में नियमित मांग बनी रहती है.

First Published :

November 01, 2025, 15:01 IST

homeagriculture

किसान बनेंगे लखपति! शरद ऋतु में उगाएं ये फसलें और हर महीने कमाएं लाखों रुपये

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj