Rajasthan

Proposal from Oxford for Ayodhya Ram Mandir | अयोध्या राम मंदिर के लिए ऑक्सफ़ोर्ड से प्रस्ताव…पढें और देखें क्या है मामला

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए चलाए गए निधि संग्रहण अभियान की स्टडी (अध्ययन) कराएगा। इसका अध्ययन भारत में ही होगा और किसी भारतीय संस्थान से ही कराया जाएगा

जयपुर

Published: March 07, 2022 08:36:02 pm

जयपुर। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए चलाए गए निधि संग्रहण अभियान की स्टडी (अध्ययन) कराएगा। इसका अध्ययन भारत में ही होगा और किसी भारतीय संस्थान से ही कराया जाएगा। न्यास को आॅक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से स्टडी के लिए प्रस्ताव आया है, लेकिन तीर्थ क्षेत्र ने इसे टाल दिया है। जयपुर आए तीर्थ क्षेत्र के महासचिव एवं विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष चंपतराय ने सोमवार को यह जानकारी दी। उन्होंने यह अभियान अपने आप में अनोखा है, इसलिए इसके अध्ययन के लिए होड लगी है। यही कारण है कि आॅक्सफोर्ड भी इस पर स्टडी चाहता है।

अयोध्या राम मंदिर के लिए ऑक्सफ़ोर्ड से प्रस्ताव...पढें और देखें क्या है मामला

अयोध्या राम मंदिर के लिए ऑक्सफ़ोर्ड से प्रस्ताव…पढें और देखें क्या है मामला

उन्होंने बताया कि अभियान की हमने पूरी आॅडिट करवाई है। राजस्थान में जयपुर और जोधपुर प्रांत की आॅडिट हो चुकी है और चित्तौड़गढ़ प्रांत में अभी काम चल रहा है। चंपतराय ने कहा कि निधि संग्रहण अभियान सर्वाधिक सहयोग राजस्थान से मिला है। यहां से करीब 539 करोड़ रुपए मंदिर निर्माण के लिए दिए गए हैं। इसमें जयपुर प्रांत से 139 और जोधपुर प्रांत से करीब 214 करोड़ रुपए एकत्रित किए गए हैं।

राजस्थान वासियों की सराहना
राजस्थान वासियों की सराहना करते हुए उन्होंने कहा कि भगवान श्रीराम के जन्मस्थल पर निर्माणाधीन स्मारक हेतु राजस्थान के लोगों ने उत्साह से सर्वाधिक निधि संग्रह किया। यह राजस्थान के लिए गौरव का विषय है कि राम मंदिर व स्मारक में राजस्थान के पत्थरों एवं यहां के कारीगरों का सर्वाधिक उपयोग और सहयोग रहा है। साथ ही अप्रवासी राजस्थानियों ने भी श्रीरामजन्मभूमि हेतु बढ़-चढ़कर सहयोग किया।

निर्माण कार्य का दूसरे चरण में प्रवेश
मंदिर की नींव का काम लगभग पूरा हो चुका है। जन्मस्थल पर संपूर्ण संस्कृतिक केंद्र के निर्माण काम भी तेजी चल रहा है। मंदिर का निर्माण कार्य दूसरे चरण में प्रवेश कर चुका है। यहां सर्वाधिक पत्थर भी राजस्थान के बंशी पहाड़पुर, जोधपुर और मकराना से मंदिर निर्माण में काम आएगा।

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