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Public opinion : 6 साल, 15 टेंडर और अब भी सपना अधूरा… सरकारी फाइलों के जाल में फंसी जोधपुर एलिवेटेड रोड!

Last Updated:November 12, 2025, 16:27 IST

Jodhpur News : जोधपुर की बहुप्रतीक्षित एलिवेटेड रोड परियोजना छह साल बाद भी शुरू नहीं हो सकी है. 7.6 किलोमीटर लंबी यह परियोजना फाइलों में उलझी पड़ी है. जनता लगातार जाम और धूल में परेशान है. लोग अब नई घोषणाएं नहीं, काम की शुरुआत मांग रहे हैं.

जोधपुर. जोधपुर की जनता को एलिवेटेड रोड परियोजना के नाम पर केवल वादे और आश्वासन मिले हैं. छह वर्ष बीत जाने के बाद भी यह परियोजना फाइलों से बाहर नहीं निकल सकी है. जोधपुर की जनता ने बताया कि दावों के बावजूद यह बहुप्रतीक्षित प्रोजेक्ट आज भी सरकारी लालफीताशाही और निर्णयहीनता का शिकार बना हुआ है. यह परियोजना साल 2019 में शुरू होनी थी, परंतु आज 2025 आ चुका है और अब तक काम का वास्तविक आरंभ नहीं हो पाया है.

महामंदिर से आखलिया तिराहे तक 7.6 किलोमीटर लंबी यह एलिवेटेड रोड, जो जोधपुर के ट्रैफिक जाम से स्थायी राहत दिलाने का वादा करती थी, आज भी तारीखों के फेर में उलझी है. पिछले छह वर्षों में इस परियोजना के लिए 15 बार टेंडर की तारीखें बदली गईं, लेकिन काम की शुरुआत की कोई निश्चित तिथि आज तक तय नहीं हो पाई है. जनता अब पूछ रही है, आखिर कब तक यह प्रोजेक्ट वादों और टेंडरों के बीच ही अटका रहेगा.

जनता में बढ़ रही नाराजगीस्थानीय निवासी अभिषेक त्रिवेदी ने बताया कि ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं की घटनाएँ लगातार बढ़ रही हैं, मगर सरकार के पास केवल बयान और दिखावे के मॉडल हैं. हर बार शिलान्यास या सर्वेक्षण की नई घोषणा होती है, लेकिन काम आज तक साइट पर नहीं पहुंचा. यह परियोजना केवल फाइलों में सिमटी है, जबकि शहर की सड़कों पर जनता धूल और जाम में परेशान हो रही है. लोगों का कहना है कि अब उन्हें नई घोषणाएं नहीं, काम की शुरुआत चाहिए.

विकास का वादा, विलंब की हकीकतस्थानीय दुकानदार कमल ने कहा कि जोधपुर को स्मार्ट सिटी बनाने का दावा किया गया था, लेकिन स्मार्ट योजनाएँ अब सिर्फ कागजों पर ही चमक रही हैं. एलिवेटेड रोड परियोजना, जो शहर की पहचान बन सकती थी, अब तक शुरू नहीं हो सकी है. उन्होंने कहा कि पिछले आठ सालों से वे सुनते आ रहे हैं कि काम जल्द शुरू होगा और ट्रैफिक की समस्या खत्म होगी, लेकिन अब तक सड़क पर एक पत्थर तक नहीं लगा है.

स्थानीय लोगों का दर्दस्थानीय निवासी जसराज ने बताया कि रोज़ आने-जाने में आधा घंटा सिर्फ ट्रैफिक में फंसकर निकल जाता है. उन्होंने कहा कि सरकार हर बार कहती है कि काम जल्द शुरू होगा, लेकिन सच्चाई यह है कि जगह-जगह खुदी सड़कों और ट्रैफिक के कारण आम लोगों की ज़िंदगी मुश्किल हो गई है. अब जनता कह रही है कि हमें वादे नहीं, काम चाहिए.

Anand Pandey

नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल…और पढ़ें

नाम है आनंद पाण्डेय. सिद्धार्थनगर की मिट्टी में पले-बढ़े. पढ़ाई-लिखाई की नींव जवाहर नवोदय विद्यालय में रखी, फिर लखनऊ में आकर हिंदी और पॉलीटिकल साइंस में ग्रेजुएशन किया. लेकिन ज्ञान की भूख यहीं शांत नहीं हुई. कल… और पढ़ें

Location :

Jodhpur,Rajasthan

First Published :

November 12, 2025, 16:27 IST

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6 साल, 15 टेंडर और अब भी सपना अधूरा…फाइलों के जाल में फंसी जोधपुर एलिवेटेड रोड

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