Rajasthan

Purani Mandi Bazaar Udaipur | 400-Year-Old Wedding Market Rajasthan

Last Updated:November 06, 2025, 11:56 IST

Udaipur Wedding Market: उदयपुर की 400 साल पुरानी ‘पुरानी मंडी बाजार’ आज भी शादियों की पहली पसंद बनी हुई है. यहां पारंपरिक विवाह सामग्री से लेकर आधुनिक सजावट तक सब कुछ मिलता है. स्थानीय कारीगरों की हस्तनिर्मित वस्तुएं इस बाजार की पहचान हैं, जो इसे आधुनिकता के दौर में भी प्रासंगिक बनाए रखती हैं.

उदयपुर. लेकसिटी उदयपुर अपनी खूबसूरती, रॉयल कल्चर और डेस्टिनेशन वेडिंग्स के लिए दुनियाभर में पहचान बना चुका है. देसी हो या विदेशी कपल्स, हर कोई अपनी शादी के खास लम्हों को इस शहर की झीलों और महलों के बीच यादगार बनाना चाहता है. लेकिन आधुनिक दौर की इन रॉयल शादियों के बीच आज भी एक ऐसा बाजार है जो सदियों पुराना होते हुए भी उतना ही जीवंत और लोकप्रिय है- ‘पुरानी मंडी बाजार’.

यह बाजार करीब 400 वर्ष पुराना है और आज भी शादियों से जुड़ी हर वस्तु का प्रमुख केंद्र माना जाता है. यह उस दौर का है जब महाराणाओं ने उदयपुर शहर को बसाया था. तब से लेकर आज तक यह बाजार हर मौसम, हर पीढ़ी और हर परंपरा का हिस्सा बना हुआ है. बाजार के वरिष्ठ व्यापारी पूनमचंद जैन बताते हैं कि यह स्थान तब से सक्रिय है जब शहर की स्थापना हुई थी. उस समय यहां मुख्य रूप से पूजा सामग्री, विवाह के लिए पारंपरिक वस्त्र, पाटले, मानक थंब और पूजन के लिए आवश्यक सामग्री बेची जाती थी.

पारंपरिक वस्तुएं आज भी जीवित हैंयहां की दुकानों पर आज भी दूल्हा-दुल्हन के लिए पारंपरिक ‘मोड़’, ‘मंडप सजावट सामग्री’, ‘गणेश पाटा’, ‘कलश’, ‘सुपा’ से लेकर ‘शगुन की थाली’ तक सब कुछ बड़ी सहजता से उपलब्ध होता है. खास बात यह है कि बाजार में आज भी हाथों से तैयार की गई चीजों की मांग बनी हुई है, जिन्हें स्थानीय कारीगर बड़े जतन से तैयार करते हैं. यही वजह है कि आधुनिक सजावट और ऑनलाइन शॉपिंग के युग में भी यह बाजार अपनी परंपरा और विश्वसनीयता की वजह से ग्राहकों की पहली पसंद बना हुआ है.

शादियों के मौसम में दिखती है रौनकशादियों के सीजन में पुरानी मंडी की गलियों में इतनी भीड़ होती है कि यहां पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है. देशभर से लोग यहां खरीदारी के लिए पहुंचते हैं. व्यापारी बताते हैं कि नवविवाहित जोड़े यहां से पूजन सामग्री खरीदना शुभ मानते हैं क्योंकि यह बाजार न केवल ऐतिहासिक है, बल्कि धार्मिक दृष्टि से भी शुभ स्थल माना जाता है.

संस्कृति और विरासत को जीवंत रखे है यह बाजारयह बाजार न केवल व्यापारिक दृष्टि से, बल्कि सांस्कृतिक रूप से भी उदयपुर की पहचान है. आज जब शहर डेस्टिनेशन वेडिंग्स के आधुनिक ट्रेंड में रंगा है, तब भी ‘पुरानी मंडी’ का यह कोना उस पुराने राजसी दौर की खुशबू को संजोए हुए है. हर दुकान से परंपरा, संस्कृति और अपनापन झलकता है — जो उदयपुर की पहचान को और गहरा बनाता है.

Location :

Udaipur,Udaipur,Rajasthan

First Published :

November 06, 2025, 11:53 IST

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उदयपुर की पुरानी मंडी बाजार… 400 साल पुरानी परंपरा, आज भी शादियों की पहली..

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