Pushkar Mela 2025: पुष्कर मेले में रईसी का जलवा! घोड़ों की एंट्री ने किया सबको हैरान, कीमत सुनकर उड़ जाएंगे होश

Last Updated:November 04, 2025, 19:07 IST
Pushkar Mela 2025: अंतरराष्ट्रीय पुष्कर मेला अपनी धार्मिक, सांस्कृतिक और पशु प्रदर्शनी परंपरा के लिए प्रसिद्ध है. इस बार मेले की शुरुआत 22 अक्टूबर से पशु मेले के साथ हुई, जबकि 30 अक्टूबर को डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने औपचारिक उद्घाटन किया. सांस्कृतिक कार्यक्रम, ऊंट सजावट शो और प्रतियोगिताओं ने पर्यटकों को आकर्षित किया.

यह मेला न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि पशु मेले के लिए भी अलग पहचान रखता है. इस बार पशुपालन विभाग ने पशु मेले की शुरुआत 22 अक्टूबर से शुरू कर दी थी, 30 अक्टूबर को मेले की विधिवत शुरुआत झण्डारोहण के साथ हुई, डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने ने उद्घाटन के साथ इस मेले की शुरुआत की .

यह मेला न केवल धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि पशु मेले के लिए भी अलग पहचान रखता है. इस बार पशुपालन विभाग ने पशु मेले की शुरुआत 22 अक्टूबर से शुरू कर दी थी, 30 अक्टूबर को मेले की विधिवत शुरुआत झण्डारोहण के साथ हुई, डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने ने उद्घाटन के साथ इस मेले की शुरुआत की .

30 तारीख के बाद से ही मेले में विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन शुरू हो गया. धार्मिक मेले की शुरुआत पंचतीर्थ स्नान के साथ 2 अक्टूबर को हुई. उद्घाटन के बाद रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम हुए, जिनमें कालबेलिया नृत्य, ढोल-मंजीरा और लोक-गीतों ने समां बांध दिया. ऊंट-सजावट शो, मूंछ प्रतियोगिता और साफा-बांध मुकाबले ने दर्शकों का दिल जीत लिया. पुष्कर सरोवर पर धार्मिक स्नान और ब्रह्मा मंदिर में आरती के साथ मेले की शुरुआत का धार्मिक आशीर्वाद भी लिया गया.

मेले में इस बार पारंपरिक कार्यक्रमों के साथ-साथ आधुनिकता और पर्यटन को बढ़ावा देने पर भी विशेष ध्यान दिया गया है. स्थानीय कारीगरों और हस्तशिल्पियों के लिए लगाए गए स्टॉल विदेशी पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बने हुए हैं. ऊंट, घोड़े और पशुधन की खरीद-फरोख्त के लिए विशेष मंडी बनाई गई है, जहां राजस्थान, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और हरियाणा से पशुपालक अपने पशुओं के साथ पहुंचे हैं. पशु सजावट, दौड़ और नस्ल प्रदर्शन प्रतियोगिताओं ने मेले को और भी रोचक बना दिया है.

30 अक्टूबर को मेले की विधिवत शुरुआत झण्डारोहण के साथ हुई, डिप्टी सीएम दिया कुमारी ने ने उद्घाटन के साथ इस मेले की शुरुआत की .30 तारीख के बाद से ही मेले में विभिन्न प्रकार की प्रतियोगिताओं का भी आयोजन शुरू हो गया. धार्मिक मेले की शुरुआत पंचतीर्थ स्नान के साथ 2 अक्टूबर को हुई. पुष्कर मेले का समापन 5 नवंबर को महास्नान के साथ होगा .

मेले में इस बार सबसे ज्यादा आकर्षण का केंद्र करोड़ों रुपए कीमत वाले घोड़े बने हुए हैं. इन घोड़ों को विशेष देखरेख और सुविधा के साथ मेले तक लाया जा रहा है. कई पशुपालकों ने अपने घोड़ों को महंगी-से-महंगी लक्जरी गाड़ियों में बैठाकर पुष्कर तक पहुंचाया है. कुछ ने अपने घोड़ों के लिए वातानुकूलित ट्रेलर, हाइड्रोलिक लोडिंग वाहन और खास रबर मैट वाले ट्रांसपोर्ट वैन तैयार करवाए हैं. इन गाड़ियों में पशुओं की सुरक्षा, आराम और स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा गया है.
First Published :
November 04, 2025, 19:07 IST
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पुष्कर मेले में रईसी का जलवा! घोड़ों की एंट्री ने किया सबको हैरान



