Rajasthan

HERITAGE MUNICIPAL CORPORATION 3 IN 1 SMART SEWER JETTIN MACHINES – थ्री इन वन मशीनों से होगी सीवर की सफाई

दिल्ली और हैदराबाद के बाद अब जयपुर में भी अत्याधुनिक मशीनों से सीवर लाइनें साफ होंगी। इसके लिए हेरिटेज नगर निगम (Heritage Municipal Corporation) बेड़े में अब 20 थ्री इन वन स्मार्ट सीवर जेटिंग मशीने (3 in 1 Smart Sewer Jetting Machines) शामिल हो गई है। इसके साथ ही अब सफाई के लिए कर्मचारी को सीवर लाइन में नहीं उतरना पड़ेगा। ये थ्री इन वन मशीनें ही सीवरेज साफ करने के साथ मलबा आदि भी बाहर निकाल सकेगी।

थ्री इन वन मशीनों से होगी सीवर की सफाई

– दिल्ली-हैदराबाद के बाद अब जयपुर में भी थ्री इन वन मशीन
– हेरिटेज नगर निगम के बेड़े में 20 थ्री इन वन सीवर जेटिंग मशीनें हुई शामिल

जयपुर। दिल्ली और हैदराबाद के बाद अब जयपुर में भी अत्याधुनिक मशीनों से सीवर लाइनें साफ होंगी। इसके लिए हेरिटेज नगर निगम (Heritage Municipal Corporation) बेड़े में अब 20 थ्री इन वन स्मार्ट सीवर जेटिंग मशीने (3 in 1 Smart Sewer Jetting Machines) शामिल हो गई है। इसके साथ ही अब सफाई के लिए कर्मचारी को सीवर लाइन में नहीं उतरना पड़ेगा। ये थ्री इन वन मशीनें ही सीवरेज साफ करने के साथ मलबा आदि भी बाहर निकाल सकेगी। हेरिटेज नगर निगम मुख्यालय से 20 थ्री इन वन सीवर जेटिंग मशीनों को हरी झंडी दिखाकर मंगलवार को रवाना किया।
थ्री इन वन सीवर जेटिंग मशीनों को महापौर मुनेश गुर्जर के साथ परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, मुख्य सचेतक महेश जोशी, विधायक रफीक खान, अमीन कागजी ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। हेरिटेज महापौर मुनेश गुर्जर ने बताया कि 1500 लीटर की इन थ्री इन वन सीवर जेटिंग मशीनों को 5.38 करोड़ रूपए में खरीदा गया है। ये मशीनें स्मार्ट सिटी के बजट से खरीदी गई है। एक मशीन की कीमत करीब 26 लाख रुपये है। इन मशीनों से जाम सीवर लाइन को साफ करने के साथ ही प्लास्टिक बैग, कपडे आदि को निकाला जा सकेगा। वहीं ये मशीनें ही सीवर लाइन से मलबा-कचरा बाहर निकाल सकेगी, जिससे सफाईकर्मी को सीवर लाइन में नहीं उतारना पड़ेगा। ये मशीन शहर की तंग गलियों में भी आसानी से पहुंच सकेंगी।

यूं काम करेंगी ये थ्री इन वन सीवर जेटिंग

1. जेटिंग- थ्री इन वन सीवर जेटिंग मशीनों से सीवर लाइन चॉक होने पर उसे चालू किया जा सकेगा।
2. रोडिंग – इन मशीनों में एक मीटर की 100 नग रिप्लट रॉड है, जो एक दूसरे जुड़ सकती है, जिसपर 4 प्रकार के कटर को जोड़ा जा सकेगा, जो सीवर लाइन में फंसे कपड़े, प्लास्टिक व पेड़ों की जड़ों को काट कर निकाल सकेगी।
3. ग्रेबिंग – सीवर लाइन के मैनहोल से कचरा- मलबा निकाला जा सकेगा।

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