Railway: दौसा-गंगापुर ट्रैक हुआ तैयार, खत्म होगा 28 साल का इंतजार, जल्द दौड़ेंगी ट्रेनें
हाइलाइट्स
वर्ष 1996 में घोषित हुआ था यह प्रोजेक्ट
इस मार्ग पर कुल 11 स्टेशनों में 6 क्रॉसिंग और 5 फ्लैग स्टेशन बनाए गए हैं
दौसा-गंगापुर रेलवे मार्ग पर राजस्थान की सबसे लंबी रेल सुरंग बनाई गई है
दौसा. दौसा-गंगापुर का बहुप्रतीक्षित रेल मार्ग (Dausa-Gangapur Railway Track) शीघ्र ही शुरू होने वाला है. यह रेल मार्ग दिल्ली-अहमदाबाद और जयपुर- मुंबई रेल मार्ग (Delhi-Ahmedabad and Jaipur-Mumbai Rail Routes) को जोड़ेगा. वर्ष 1996 में घोषित हुए इस रेल मार्ग का कार्य अब लगभग पूरा हो चुका है. इसके शुरू होने से लोगों का करीब 28 साल का लंबा इंतजार खत्म हो जाएगा. हाल ही में रेलवे के डीआरएम नरेंद्र कुमार दौसा आए थे. उन्होंने दौसा के मंडी फाटक से डीडवाना तक दौसा गंगापुर रेल मार्ग का अवलोकन किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि शीघ्र ही इस रेलमार्ग को शुरू किया जाएगा. इसके लिए निरीक्षण किया जा रहा है. उसके बाद सीआरएस का सर्वे होगा. सर्वे में इस रेलमार्ग को संचालित करने की जैसे ही हरी झंडी मिलेगी तो यहां ट्रेनें दौड़ने लगेंगी.
लोगों को लंबे समय से इस रेल मार्ग के शुरू होने का इंतजार है. उनका यह इंतजार आगामी कुछ महीनों में खत्म होने वाला है. कुछ दिन पूर्व जब रेल मंत्री और जीएम दौरे पर आए थे तो उन्होंने भी कहा था कि 2023 के शुरुआती महीनों में ही इस रेलमार्ग को शुरू करने की योजना है. रेल मंत्री और जीएम के निर्देशों के बाद दौसा- गंगापुर रेल मार्ग को शुरू करने की कवायद शुरू हो चुकी है. संभावना है कि मार्च माह तक इस दौसा- गंगापुर रेल मार्ग के प्रथम खंड को शुरू कर दिया जाएगा. इस साल में ही दौसा से गंगापुर तक संपूर्ण रेल मार्ग को शुरू करने की योजना है.
5 साल 5 माह बाद ट्रैक की सुध ली गई है
उल्लेखनीय है कि करीब पांच साल पहले 17 अगस्त 2017 को मुख्य संरक्षा आयुक्त (सीआरएस) सुशील चंद्रा ने दौसा से डीडवाना स्टेशन तक 35 किमी का निरीक्षण किया था. तब पटरियों के एक-एक नट-बोल्ट को ठोक बजाकर देखने के बाद सीआरएस चंद्रा ने ट्रैक को ओके बताकर ट्रेन चलाने के लिए हरी झंडी भी दे दी थी. तत्कालीन जीएम आनंद प्रकाश ने 2-3 डिब्बों की ट्रेन चलाने के सिलसिले में अधिकारियों से रायशुमारी की थी। लेकिन अधिकारियों ने रुचि नहीं दिखाई. इससे ट्रेन चलने की उम्मीद लगाए बैठे लोगों को निराशा हुई थी. अब फिर 5 साल 5 माह बाद ट्रैक की सुध ली गई है.
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राजस्थान की सबसे लंबी रेल सुरंग है
इस ट्रैक पर 11 स्टेशन बनाए गए हैं. उनकी बिल्डिंगें बनकर तैयार हैं. ट्रैक और लालसोट में सुरंग का काम भी लगभग पूरा है. यह राजस्थान की सबसे लंबी रेल सुरंग है. इस सुरंग की लंबाई 2150 मीटर, ऊंचाई 6.15 मीटर और चौड़ाई 5.20 मीटर है. यहां से सिंगल ट्रेन ही निकल सकेगी. सुरंग की ऊंचाई 6.15 मीटर रखी गई है ताकि उसे आसानी से इलेक्ट्रिफाइलड किया जा सके. इस परियोजना पर अब तक 820 करोड़ रुपये से अधिक खर्च हो चुके हैं.
मार्ग पर कुल 11 स्टेशनों में 6 क्रॉसिंग और 5 फ्लैग स्टेशन हैं
इस मार्ग पर कुल 11 स्टेशनों में 6 क्रॉसिंग और 5 फ्लैग स्टेशन हैं. क्रॉसिंग स्टेशन में बनियाना, सलेमपुरा, लालसोट, मंडावरी, बामनवास और खूंटला है. नांगल राजावतान, डीडवाना, बिंदौरी, पिपलाई व उदई कलां में फ्लैग स्टेशन बनाए गए हैं. ट्रैक पर 10 बड़े व 82 छोटे ब्रिज बनाए गए हैं. पूरा ट्रैक विदेशी तकनीक से तैयार किया गया है.
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Tags: Dausa news, Indian Railway news, Rajasthan news, Sawai madhopur news
FIRST PUBLISHED : January 15, 2023, 14:53 IST