Rajasthan

बारिश ने बढ़ाए सब्जियों के भाव, आसमान पर चढ़े दाम, 3 गुना महंगे हो गए आलू-प्याज, ये है मंडी की रेट लिस्ट

भीलवाड़ा. बदलते मौसम औऱ मॉनसून की बारिश ने रसोई का बजट बिगाड़ दिया है. कल तक थाली के बैगन की तरह लुढ़कने वाली सब्जियां अब आसमान पर चढ़ कर इठला रही हैं. सबके भाव चढ़ गए हैं जो फिलहाल उतरते नहीं दिख रहे. यहां तक कि आलू प्याज के दाम में भी बेतहाशा बढ़ोतरी हो गयी है.

बारिश के कारण खेतों में पानी भर गया है. ग्रामीण इलाकों के रास्ते पानी और दलदल में हैं. इसका असर सब्जी सप्लाई पर पड़ा है. मंडी में सब्जियों की आवक कम हो गई है. इसलिए हरि सब्जियों के दाम महंगे हो गए हैं.आसमान छूते दाम के कारण अब आम आदमी के हाथ से सब्जियां दूर होती जा रही हैं.

अभी और बढ़ेंगे भावबीते एक महीन की बात की जाए तो सब्जियां के भाव दो तीन गुना बढ़ गए हैं. भाव बढ़ने से सब्जी मंडियो में ग्राहकों की भी कमी आई है. लोग कुछ सब्जियां खरीद कर अपने मन को संतुष्ट कर रहे हैं. पहले मंडियों में ज्यादातर सब्जियों के भाव 20 से 30 रुपए किलो चल रहे थे. अब उन सब्जियों के भाव 50 से 60 रुपए किलो पहुंच गए हैं. खासतौर से टमाटर, आलू, प्याज के भाव में ज्यादा तेजी आई है. थोक व्यापारियों का कहना है आगे यह भाव और भी तेज होने वाले हैं.

टमाटर, आलू, प्याज तीन गुना महंगेभीलवाड़ा के मंडी व्यापारी बबलू सैनी ने कहा मॉनसून की बारिश और मौसम में परिवर्तन के कारण सब्जियों की आवक कम हुई है. बाजार में सब्जी की कमी होने से दाम बढ़ गए हैं. पिछले दिनों में लोकल सब्जियों की आवक कम हो गई है. फिलहाल सारी सब्जियां बाहर से आ रही हैं. इसी कारण सभी सब्जियों के भावों में उछाल आया है. आने वाले समय में कुछ सब्जियों की फसल मौसम के कारण चौपट होने के कारण और भी तेज होने वाले हैं. खासतौर से टमाटर, प्याज और हरी सब्जियों के दाम और बढ़ेंगे.

ताजी सब्जियों के ताजा रेटभीलवाड़ा सब्जी मंडी में आज सब्जियों के भाव इस तरह रहे-पहले 20 से 30 रुपए किलो बिकने वाला टमाटर अब 60 रुपए किलो बिक रहा है.-20 रुपये किलो बिकने वाला प्याज 30 से 60 रुपये किलो– 40 से 50 रुपये किलो बिकने वाली मिर्ची 120 रुपये किलो– 10 किलो मिलने वाली लौकी 30 रुपये किलो– 20-25 रुपये किलो बिकने वाली कैरी 40 रुपये किलो-अरबी 30 किलो-15 किलो बिकने वाला सब्जियों का राजा आलू 50 रुपए किलो पहुंच गया है.– पालक 60 रुपये किलो

Tags: Bhilwara news, India agriculture, Local18

FIRST PUBLISHED : July 9, 2024, 17:04 IST

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