Rajasthan BJP Politics : ‘हिचकोले’ खा रही संगठन चुनाव की गाड़ी, 17 जिलाध्यक्षों के लिए क्यों फंसा है पेंच?

Agency: Rajasthan
Last Updated:February 10, 2025, 11:09 IST
Rajasthan BJP Politics News : राजस्थान बीजेपी संगठन चुनावों की गाड़ी धक्के खा-खाकर आगे चल रही है. इसके तहत अभी तक जिलाध्यक्षों चुनाव पूरे नहीं हो पाए हैं. ऐसे में अध्यक्ष के चुनाव में फिलहाल देरी होना तय है. जा…और पढ़ें
राजस्थान के कई जिलों में तो अभी तक मंडल अध्यक्षों का भी ऐलान नहीं हो पाया है.
हाइलाइट्स
बीजेपी संगठन चुनावों में देरी हो रही है।17 जिलों में जिलाध्यक्षों की घोषणा नहीं हुई है।सहमति न बनने से चुनाव प्रक्रिया अटकी है।
जयपुर. राजस्थान बीजेपी में इन दिनों संगठन के चुनाव को लेकर अंदरखाने जमकर खींचतान चल रही है. बीजेपी में संगठन की दृष्टि से पूरे प्रदेश में 44 जिले हैं. लेकिन इनमें से अभी तक 27 जिलों में ही जिलाध्यक्षों की ही घोषणा हो पाई है. 17 जिलों में अभी तक जिलाध्यक्षों की घोषणा नहीं हो पाई है. इसके पीछे कारण इन जिलों के पुराने चेहरों और पूर्व सीएम वसुंधरा राजे, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी और सतीश पूनिया समेत कई दिग्गजों के ‘खास’ नेताओं की जगह नए चेहरे को लाने की कवायद है. लेकिन उन नामों पर सहमति नहीं बन पा रही है. बस इस पर खींचतान हो रही है. इस खींचतान के चलते सूबे में बीजेपी के संगठन चुनावों में देरी पर देरी हो रही है.
राजस्थान बीजेपी में चल रही इस खींचतान के चलते प्रदेशाध्यक्ष का चुनाव भी आगे से आगे खिसकता जा रहा है. तय कार्यक्रम के अनुसार तो मंडल अध्यक्षों और जिलाध्यक्षों के चुनाव दिसंबर माह के अंत तक और प्रदेशाध्यक्ष का चुनाव 5 फरवरी तक हो जाने चाहिए थे. लेकिन आधी फरवरी बीतने को है और अभी तक मंडल अध्यक्षों और जिलाध्यक्षों के चुनाव भी पूरे नहीं हो पाए हैं. ऐसे हालत में प्रदेशाध्यक्ष के चुनाव की अंतिम तिथि का कोई अता पता नहीं है.
Rajasthan BJP Politics: मंडल अध्यक्षों और जिलाध्यक्षों के चुनाव बने गले की फांस, कारण ‘मनमुटाव’ या फिर कुछ और!
बी.एल. संतोष भी आए थे राजस्थानसंगठन के चुनावों में हो रही देरी को देखते हुए पिछले दिनों पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री बी. एल. संतोष भी राजस्थान आए थे. उन्होंने पार्टी के दिग्गज नेताओं के साथ बैठक पूरे हालात का फीडबैक लिया था. उन्होंने संगठन चुनावों की प्रक्रिया पूरी करने के निर्देश दिए थे. लेकिन गाड़ी आपसी खींचतान के फेर में फंस गई. राजस्थान बीजेपी की कोशिश है कि सर्वसम्मती से जिलाध्यक्षों के नाम सामने आने चाहिए. लेकिन ‘नाक’ के सवाल अपने ‘खास’ के चलते ऐसा संभव नहीं हो पा रहा है. ऐसे में पार्टी पेशोपेश में है कि आखिरकार इसका हल कैसे निकाला जाए.
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इन जिलों में अभी तक नहीं बन पाई है सहमतिप्रदेश के जिन जिलों में अभी तक अध्यक्ष के नाम पर सहमति नहीं बन पाई है उनमें पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का गृह क्षेत्र झालावाड़, सीएम भजनलाल शर्मा और डिप्टी सीएम दीया कुमारी का क्षेत्र जयपुर शहर, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी का जिला चित्तौड़गढ़, केन्द्रीय मंत्री अर्जुनलाल मेघवाल का इलाका बीकानेर शहर, केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत का क्षेत्र जोधपुर उत्तर और पूर्व मंत्री प्रताप सिंह सिंघवी का बारां जिला शामिल है.
नए चेहरों पर एक राय नहीं बन पा रही हैइनके अलावा मंत्री किरोड़ीलाल मीणा का इलाका दौसा और सवाई माधोपुर, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का क्षेत्र जयपुर उत्तर देहात, शेखावाटी का झुंझनूं, पूर्वी राजस्थान का करौली, धौलपुर, टोंक, वागड़ का डूंगरपुर जिला, आदिवासी बाहुल्य प्रतापगढ़ तथा हाड़ौती का बूंदी जिला भी इस फेहरिस्त में शामिल है जहां जिलाध्यक्ष का चुनाव नहीं हो पाया है. इन सभी जिलों में पुराने चेहरे को यथावत रखने और नए चेहरे को लाने के बीच जद्दोजहद चल रही है. सबसे बड़ी दिक्कत नए चेहरों पर एक राय नहीं हो पा रही है.
तीन से चार नाम सामने आ रहे हैंबताया जा रहा कि इन इलाकों को दिग्गज नेता अपने सिपाहसालरों को ही अध्यक्ष बनाना चाहते हैं ताकि उनके इलाकों में संगठन की बागडोर अप्रत्यक्ष रूप से उनके हाथों में रहे. वहीं संगठन का प्रयास है कि पूरे घर का बदलाव होना चाहिए ताकि मनमुटाव की गुंजाइश खत्म होकर पार्टी एक एकजुट होकर आगे बढ़े. इसके चलते इन जिलों में जिलाध्यक्ष पद के लिए सर्वसम्मती की बजाय तीन से चार नाम सामने आ रहे हैं. उनमें एक पर मुहर नहीं लग पा रही है. बहरहाल प्रयास जारी है.
इन जिलों में हो चुका है अध्यक्षों का ऐलानराजस्थान में अभी तक सीएम भजनलाल शर्मा के गृह जिले भरतपुर समेत 27 जिलाध्यक्षों की घोषणा हो चुकी है. प्रदेश में जिन जिलों में अध्यक्षों का ऐलान हो चुका है उनमें सिरोही, अलवर उत्तर, अलवर दक्षिण, अजमेर शहर, अजमेर देहात, नागौर शहर, हनुमानगढ़, बाड़मेर, कोटा शहर, कोटा देहात, बीकानेर देहात, श्रीगंगानगर बालोतरा, जोधपुर शहर, जोधपुर दक्षिण देहात, सीकर, पाली और जैसलमेर जिला शामिल हैं. इनके अलावा चूरू, राजसमंद, जालोर, जयपुर देहात, उदयपुर शहर, उदयपुर देहात और बांसवाड़ा जिले में भी जिलाध्यक्षों का ऐलान हो गया है.
Location :
Jaipur,Jaipur,Rajasthan
First Published :
February 10, 2025, 11:09 IST
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हिचकोले खा रही BJP संगठन चुनाव की गाड़ी, जिलाध्यक्षों के लिए क्या फंसा है पेंच