राजस्थान कांग्रेस ‘विभीषणों’ को निकालेगी बाहर, संगठन के ढांचे में करेगी बड़ा परिवर्तन, जानें क्या हो रहा है?

Last Updated:March 17, 2025, 15:21 IST
Rajasthan Congress Politics: राजस्थान में संगठन को मजबूत करने के लिए कांग्रेस अब नए फॉर्मूले पर काम करेगी. पार्टी में रहकर विभीषण की भूमिका निभाने वालों को बाहर का रास्ता दिखाया जाएगा. अब पदाधिकारियों के लिए बै…और पढ़ें
कांग्रेस की बैठक में गुफ्तगूं करते सुखजिंदर सिंह रंधावा, सचिन पायलट और गोविंद सिंह डोटासरा. (Photo Credit : x.com/GovindDotasra)
हाइलाइट्स
कांग्रेस संगठन में बड़ा बदलाव करेगी.बैठकों में न आने वाले पदाधिकारियों को हटाया जाएगा.बीजेपी का साथ देने वालों को पार्टी से निकाला जाएगा.
जयपुर. राजस्थान कांग्रेस ने बड़ी बैठक कर संगठन के प्रदेश स्तरीय ढांचे में बदलाव का मानस बनाया है. वहीं पार्टी में रहकर बीजेपी का साथ देने वालों को बाहर का रास्ता दिखाने के लिए सक्रियता का फॉर्मूला तैयार किया है. पार्टी के प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा अब राहुल गांधी के नये फैसले के मुताबिक गुजरात की तर्ज पर राजस्थान में भी पार्टी में छिपकर भाजपा का काम कर रहे विभिषणों को बाहर का रास्ता दिखाने की तैयारी कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं का डीएनए देखा जाएगा कि वो कांग्रेसी है कि नहीं. इसकी प्रयोगशाला की शुरुआत राजस्थान से ही होगी. उन्होंने साफ कहा कि जिनके डीएनए में कांग्रेस नहीं है ऐसे विभिषणों को बाहर किया जाएगा.
पिछले विधानसभा चुनावों में मिली हार का कांग्रेस को अब तक मलाल है. प्रदेश प्रभारी सुखजिंदर सिंह रंधावा इस बात को लेकर अब तक मंथन कर रहे हैं. कांग्रेस इस साल संगठन वर्ष मना रही है. राजस्थान कांग्रेस ने रविवार को जयपुर में अहम संगठनात्मक बैठक कर बड़े फैसले लिए हैं. बैठक में सचिन पायलट भी शामिल हुए थे लेकिन अशोक गहलोत नहीं आए. बैठक में सुखजिन्दर सिंह रंधावा ने कहा कि संगठन के कार्यों में रूचि नहीं लेने वाले कार्यकर्ताओं को पदमुक्त करने में बिल्कुल समय नहीं लगाया जाएगा. रंधावा ने कहा कि बिना किसी कारण के तीन बार लगातार बैठक में अनुपस्थित रहने वालों को पद से मुक्त कर उनकी जगह सक्रिय कार्यकर्ताओं को उस पद पर काम करने मौका देने का कार्य किया जाएगा.
बैठकों में भाग लेना होगा आवश्यकउन्होंने कहा कि संगठन की मजबूती के लिए सभी कांग्रेस कार्यकर्ताओं को मिलकर कार्य करना होगा. उन्होंने कहा कि पूरे देश में सबसे मजबूत कांग्रेस का संगठन राजस्थान में ही है. कांग्रेस के सभी बड़े नेता ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों की बैठकों में भाग लेंगे. वे स्वयं बिना बताए ब्लॉक कांग्रेस कमेटियों की बैठकों में पहुंचकर संगठनात्मक गतिविधियों की समीक्षा करेंगे. इसके साथ ही संगठनात्मक दृष्टि से जिलाध्यक्षों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी. यह 40 से 50 की जा सकती है.
200 समन्वयकों की नियुक्ति की जा चुकी हैबैठक में पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने प्रदेशभर में प्रशिक्षण शिविर आयोजित करने के निर्देश दिए. उन्होंने प्रदेश के उन विधानसभा क्षेत्रों में जहां कांग्रेस का चुनाव में प्रदर्शन कमजोर रहा है वहां से प्रशिक्षण की शुरूआत करने की घोषणा की. डोटासरा ने कहा कि संगठन की जमीनी इकाई बूथ, मण्डल और ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के कार्यकर्ता को गतिशील करने के लिए 200 समन्वयकों की नियुक्ति की जा चुकी है.
सभी विधानसभा क्षेत्रों के नियुक्त होंगे बीएलएवे प्रतिमाह विधानसभा क्षेत्रों में ब्लॉक और मण्डल स्तरीय मीटिंग लेंगे. पदाधिकारियों की उपस्थिति और अनुपस्थिति से प्रदेश कांग्रेस कमेटी को अवगत करवाने के लिए अपनी रिपोर्ट पेश करेंगे. डोटासरा ने कहा कि आगामी एक माह में सभी विधानसभा क्षेत्रों के बीएलए नियुक्त किए जाएंगे. प्रभारी पदाधिकारी अपने-अपने प्रभार क्षेत्रों में जाकर बीएलए की सूची प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भिजवाना सुनिश्चित करेंगे.
Location :
Jaipur,Jaipur,Rajasthan
First Published :
March 17, 2025, 15:21 IST
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कांग्रेस ‘विभीषणों’ को निकालेगी बाहर, संगठन के ढांचे में करेगी बड़ा परिवर्तन