Rajasthan Developing Ecosystem For Startups, Says Industry Secretary – सरकार प्रदेश में स्टार्ट अप्स के लिए विकसित कर रही तंत्र— पेडणेकर

— सीआइआइ की समिट में बोले उद्योग सचिव, कई जाने—माने उद्यमियों ने भी विचार व्यक्त किए

जयपुर. उद्योग सचिव आशुतोष ए.टी. पेडणेकर ने कहा है कि सरकार प्रदेश में स्टार्ट अप्स के लिए एक समग्र इको सिस्टम विकसित कर रही है। अब यह सिर्फ समय की बात है, हम अवश्य ही सफल होंगे। सरकार स्टार्ट अप्स के लिए एक ओर जहां नीतिगत फैसले कर रही है, वहीं उन्हें सीधा फायदा देने के लिए भी कदम उठाए गए हैं।
पेडणेकर ने शुक्रवार को सीआइआइ राजस्थान स्टार्टअप समिट 2021 को संबोधित करते हुए कहा कि हाल ही नए एमएसएमई एक्ट में नए उद्योगों को तीन वर्ष के लिए राज्य सरकार के अधीन विभिन्न निरीक्षणों से छूट दी गई है। राजस्थान निवेश प्रोत्साहन योजना के तहत भी आकर्षक रियायतें दी हैं। बड़े निवेशकों के लिए सरकार वन स्टॉप शॉप लाई है। जबकि राजस्थान वेंचर कैपिटल फंड के तहत पांच करोड़ रुपए के प्रावधान के साथ छोटे स्टार्टअप को फायदा देने का फैसला कर लिया गया है। इस मौके पर सीआइआइ राजस्थान के अध्यक्ष संजय साबू ने कहा कि भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा स्टार्ट अप इको सिस्टम है, जहां यूनिकॉर्न के तौर पर 63 फर्मों का मूल्य एक अरब रुपए से अधिक आंका गया है। 12 अगस्त को ही सरकार ने 54 हजार नए स्टार्ट अप्स को अनुमति दी है।
कार देखो डॉट कॉम के सह संस्थापक अमित जैन ने कहा कि राज्य सरकार ने स्टार्टअप्स के विकास के लिए कदम उठाए हैं। अब हमें केन्द्र के साथ मिल कर इस दिशा में आगे बढऩा है। सीआइआइ इंडिया एट 75 के चेयरमैन राजन नवानी ने कहा कि बड़े व्यवसाय में नवाचार की आवश्यकता होती है। यूनिकॉर्न आगे बढ़ रहे हैं, लेकिन इसकी कोई सीमा नहीं होनी चाहिए। ईट फिट के सह संस्थापक अंकित नागौरी ने कहा कि जयपुर में स्टार्ट अप्स के लिए माहौल ठीक है। यदि ऐसा इकोसिस्टम विकसित होता है तो बंगलौर और गुडगांव जैसे शहरों से लोग यहां वापस आएंगे। डिलशेयर डॉट कॉम के सीइओ उनके ई.कॉमर्स व्यवसाय में राजस्थान का बड़ा योगदान है। सीआइआइ उपाध्यक्ष गौरव रूंगटा ने धन्यवाद प्रस्ताव में सरकार को स्टार्ट अप्स का पंजीकरण निर्धारित समय में पूरा करने और समन्वय के लिए एक अलग एजेंसी बनाने का सुझाव दिया। कार्यक्रम में किराना किंग के संस्थापक अनूप कुमार, प्राइम वेंचर्स पार्टनर्स के उपाध्यक्ष गौरव रंजन, जेवीएस फूूडïï्स निदेशक विवेक लोढ़ा, सीआइआइ निदेशक नितिन गुप्ता समेत विभिन्न उद्यमियों ने विचार व्यक्त किए।