Rajasthan Doctors Strike : हाई कोर्ट हुआ नाराज तो रेजिडेंट्स डॉक्टर्स नरम पड़े, हड़ताल वापस लेंगे, जानें अपडेट्स
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जयपुर. राजस्थान में रेजीडेंट्स डॉक्टर्स की हड़ताल पर हाई कोर्ट ने नाराजगी के बाद घटनाक्रम तेजी से बदला है. इस मामले में कोर्ट द्वारा नियुक्त किए गए न्याय मित्र सुरेश साहनी ने कहा कि रेजिडेंट्स डॉक्टर्स ने हड़ताल वापस लेने का आश्वासन दिया है. उन्होंने बताया कि हाईकोर्ट में JARD प्रतिनिधियों ने आश्वासन दिया है. रेजिडेंट्स डॉक्टर्स की मांगों पर कमेटी का गठन किया गया है. कमेटी की मीटिंग 26 अक्टूबर को होगी. इसके बाद कोर्ट में मामले की सुनवाई 21 नवंबर को होगी. इससे पहले हाई कोर्ट ने कहा था कि आप डॉक्टर बनकर शपथ लेते हैं, और अब आप शपथ तोड़ रहे हैं. डेढ़ साल में चार बार हड़ताल की गई है. आप इस तरह हड़ताल नहीं कर सकते. इस मामले में इंटरनल कमेटी गठित की जाएगी.
इधर, सवाई मान सिंह मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉ.दीपक माहेश्वरी की तबीयत बिगड़ गई. वे हाईकोर्ट में सुनवाई के लिए आए थे. इसके बाद तुरंत उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया. यहां एंजियोप्लास्टी हुई और उन्हें एक स्टंट लगाया गया है. रेजीडेंट्स डॉक्टर्स की हड़ताल से प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है. हजारों मरीजों को परेशान होना पड़ा है और कई सर्जरी टालनी पड़ गईं हैं. राजस्थानी जयपुर में स्थित प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल सवाई मानसिंह अस्पताल में भी हड़ताल का असर है; अन्य शहरों में भी इसका प्रभाव देखा जा रहा है. सवाई मानसिंह अस्पताल में 19 अक्टूबर से ही मरीजों और उनके परिजनों को परेशान हो पड़ रहा है. इस हड़ताल के कारण मरीजों को हॉस्पिटल के बाहर सड़कों पर बैठना पड़ा है.
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स्टाइपेंड और वेतन बढ़ाने जैसी मांगों पर हड़ताल पर थे रेजीडेंट्स डॉक्टर्सराजस्थान में हड़ताल कर रहे डॉक्टर्स का कहना है कि स्टाइपेंड और वेतन बढ़ाने जैसी मांगे हैं. बीते 10 महीनों में यह पांचवीं हड़ताल है. इधर, राजस्थान हाई कोर्ट ने हड़ताल मामले पर खुद से संज्ञान लिया था और अधिवक्ता अजय शुक्ला को इस संबंध में तथ्यात्मक रिपोर्ट पेश करने के लिए नियुक्त कर दिया. कोर्ट ने अधिवक्ता एसएस होरा को न्यायमित्र नियुक्त कर दिया है. कोर्ट ने रजिस्ट्रार जनरल और एएजी राजेश चौधरी को निर्देश दिया है कि अगर तथ्यात्मक रिपोर्ट में किसी सहायता की जरूरत हो तो उसके प्रबंध हों. हाईकोर्ट में JARD प्रतिनिधियों ने आश्वासन के बाद उम्मीद है कि हालात तेजी से सुधरेंगे.
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FIRST PUBLISHED : October 23, 2024, 16:10 IST