Rajasthan Vidhansabha Up Chunav BJP Congress Latest Updates – Satish Poonia बोले, ‘मामला गरम है, इसलिए उठते हैं विरोध-बगावत के स्वर, हम मना लेंगे’

Rajasthan Vidhansabha Up-Chunav Latest News Updates : प्रत्याशियों के नामांकन कार्यक्रम में शिरकत करने उदयपुर पहुंचे Dr. Satish Poonia ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उपचुनाव में टिकट वितरण पर निर्णय हर बार की तरह पार्लियामेंट्री बोर्ड ने ही लिया है।

जयपुर/ उदयपुर।
वल्लभनगर और धरियावद की दो विधानसभा सीटों पर उपचुनाव में टिकट वितरण के बाद भाजपा में खासतौर से विरोध और बगावत के स्वर उठने लगे हैं। इस बीच पार्टी प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने उम्मीद जताई है कि बगावत करने वाले नेताओं को जल्द मना लिया जाएगा। प्रत्याशियों के नामांकन कार्यक्रम में शिरकत करने उदयपुर पहुंचे डॉ पूनिया ने मीडिया से बातचीत में कहा कि उपचुनाव में टिकट वितरण पर निर्णय हर बार की तरह पार्लियामेंट्री बोर्ड ने ही लिया है।
उन्होंने बताया कि केंद्रीय संगठन ने इस बार पार्टी के नेताओं के पारिवारिक सदस्य को टिकट नहीं देने का नीतिगत फैसला लिया है। राजस्थान में ही नहीं बल्कि देश के अन्य राज्यों में जहां भी उपचुनाव हो रहे हैं वहां परिवारवाद या वंशवाद को दरकिनार किया गया है।
बगावत करने वाले नेताओं पर कार्रवाई के सवाल पर डॉ पूनिया ने कहा कि अभी फिलहाल मामला गरम है। टिकट नहीं मिलने पर नेता भावनात्मकता की वजह से विरोध करते हैं और बगावत का कदम उठाते हैं। ऐसे नेताओं से बातचीत कर उन्हें नामांकन वापस लेने को लेकर मनाया जाएगा। पूनिया ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ता अनुशासित है। साथ ही उन्होंने उम्मीद जताई कि पार्टी के वरिष्ठ नेता इस नाराज़गी को सक्षम तरीके से सुलझाने में कामयाब होंगे।
संकट कड़ी करेंगे कन्हैया और भींडर !
टिकट चयन के बाद से भाजपा को बगावत का डर सत्ता रहा है। दोनों सीटों पर प्रत्याशियों के नामों की घोषणा के बाद से विरोध के स्वर मुखर होने शुरू हो गए हैं। धरियावद में जहां स्व. गौतम लाल मीणा के पुत्र कन्हैया लाल मीणा और उनके समर्थक टिकट नहीं मिलने से नाराज़ है तो वहीं वल्लभनगर में जनता सेना प्रमुख व भाजपा के पूर्व विधायक रणधीर सिंह भींडर मुश्किलें खड़ी कर रहे हैं। धरियावद से कन्हैया ने बतौर निर्दलीय जबकि वल्लभनगर से भींडर और उनकी पत्नी ने अपने-अपने नामांकन भर दिए हैं।
फिलहाल पार्टी को इंतज़ार है कि नामांकन वापसी के दिन तक कन्हैया और भींडर अपने नामांकन वापस ले लें ताकि पार्टी प्रत्याशी की जीत की राह आसान हो सके।