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Rajasthan Jaipur किशनबाग में बता रहे कैसे बने जीवाश्म, ज्वालामुखी, पहुंचे 500 से अधिक लोग | JAIPUR JDA KISHANBAGH DESERT PARK

Rajasthan राजधानी जयपुर में लोगो को राजस्थानी चट्टानें, वनस्पतियां व जीवाश्म दिखाए जा रहे है, वहीं ज्वालामुखी की जानकारी दी जा रही है। यहीं कारण है कि पिछले 6 दिन में ही Kishanbagh इन्हें देखने के लिए 639 लोग पहुंचे। वहीं Desert Park रविवार को एक ही दिन में यहां 500 से अधिक लोग पहुंचे।

जयपुर

Published: December 26, 2021 06:25:24 pm

Rajasthan राजधानी जयपुर में लोगो को राजस्थानी चट्टानें, वनस्पतियां व जीवाश्म दिखाए जा रहे है, वहीं ज्वालामुखी की जानकारी दी जा रही है। यहीं कारण है कि पिछले 6 दिन में ही Kishanbagh इन्हें देखने के लिए 639 लोग पहुंचे। वहीं Desert Park रविवार को एक ही दिन में यहां 500 से अधिक लोग पहुंचे।

Rajasthan Jaipur किशनबाग में बता रहे कैसे बने जीवाश्म, ज्वालामुखी, पहुंचे 500 से अधिक लोग

Rajasthan Jaipur किशनबाग में बता रहे कैसे बने जीवाश्म, ज्वालामुखी, पहुंचे 500 से अधिक लोग

विद्याधर नगर स्थित किशनबाग में विकसित किए गए ‘मरूस्थलीय पार्क’ देखने के लिए लोगों की भीड़ नजर आई। यहां लोगो केा जयपुर के धोरे दिखाए जा रहे है। वहीं खैर, रोंज, कुमठा, अकोल, धोंक, खेजडी, इंद्रोक, हिंगोट, ढाक, कैर, गूंदा, लसोडा आदि प्रजाति के पेड-पौधे भी देखने को मिल रहे है। पिछले 6 दिन में इस बाग को देखने के लिए 639 लोग पहुंचे है। जबकि रविवार को एक ही दिन में यहां 500 से अधिक लोग देखने पहुंचे। जेडीए के वन संरक्षक महेश तिवाड़ी बताते है कि ‘जयपुर के धोरें’ देखने के लिए लोगों का रुझान बढ़ता जा रहा है। यह अलग ढंग का पार्क है, इसमें राजस्थानी पेड़—पौधे के साथ यहां के जंगलों में पैदा होने वाली वनस्पतियों व औषधियों के बारे में जानकारी दी जा रही है। इस बाग में राजस्थान की चट्टानें और पत्थरों का संकलन कर रखा है। इसके अलावा जीवाश्म का भी संकलन है, यहां लोगों को ज्वालामुखी के बारे में बताया जा रहा है। उन्होंने बताया कि पहले राजस्थान में काफी ज्वालामुखी रही है, ग्रेनाइट पत्थर ज्वालामुखी से ही बनता है। यहां लोगों को पक्षियों के बारे जानकारी दी जा रही है।

किस दिन कितने सैलानी पहुंचे किशनबाग
19 दिसम्बर — 117
20 दिसम्बर — 20
21 दिसम्बर — 45
22 दिसम्बर — 45
23 दिसम्बर — 74
24 दिसम्बर — 86
25 दिसम्बर — 252
26 दिसम्बर — 500 से अधिक

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