Rajasthan

Rajasthan Paper Leak: SI परीक्षा पेपर 10 लाख में खरीद 50 लाख में बेचा, डीएसपी नागौर का बेटा भी गिरफ्तार | SI recruitment exam paper bought for 10 lakhs and sold for 50 lakhs

सभी गिरोह ने दर्जनों परीक्षार्थियों को उप निरीक्षक भर्ती परीक्षा का सॉल्व पेपर पढ़ाया था। एसओजी के एडीजी वीके सिंह ने बताया कि स्कूल के केन्द्राधीक्षक राजेश खंडेलवाल व परीक्षा से पहले पेपर लेकर पढ़ने वाले चयनित 14 थानेदारों को मंगलवार शाम को गिरफ्तार किया है।

उन्होंने बताया कि एक थानेदार को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। करणपाल उप अधीक्षक ओमप्रकाश गोदारा का बेटा है। करणपाल के पकड़े जाने के बाद ओमप्रकाश गोदारा सोमवार से अवकाश पर हैं। अवकाश के लिए उन्होंने परिवारिक कारण बताए हैं। जबकि थानेदार अभय सिंह सहित दो की तलाश जारी है।

ट्रेनी डालूराम बर्खास्त, अब अन्य की बारी

 

एसओजी की रिपोर्ट मिलने के बाद कोटा रेंज आईजी ने प्रशिक्षु एसआई डालूराम मीणा को बर्खास्त कर दिया है। एसओजी ने आरोपी को प्रशिक्षण लेते 2 फरवरी को पकड़ा था। अब अन्य गिरफ्तार आरोपियों को भी बर्खास्त किया जाएगा।

गिरफ्तार थानेदार, किसकी कौनसी रैंक

 

आरोपी का नाम नरेश कुमार बिश्नोई, निवासी मालवाड़ा (सांचौर), रैंक- 01

आरोपी का नाम सुरेन्द्र कुमार बिश्नोई, निवासी दांता (सांचौर), रैंक- 20

आरोपी का नाम करणपाल गोदारा, निवासी लालेरा (लूणकरणसर), रैंक- 22

आरोपी का नाम विवेक भाम्भू, निवासी पूनियां कॉलानी (चूरू), रैंक- 24

आरोपी का नाम मनोहरलाल बिश्नोई, निवासी फागलिया (बाड़मेर), रैक- 52

आरोपी का नाम प्रेमसुखी बिश्नोई, निवासी बीकानेर शहर, रैंक- 72

आरोपी का नाम एकता कुमारी, निवासी पूनियां कॉलानी (चूरू), रैंक- 123

आरोपी का नाम गोपीराम जांगू, निवासी सियागों की बेरी (धोरीमन्ना), रैंक- 135

आरोपी का नाम श्रवण कुमार विश्नोई, निवासी राणसर खुर्द (बाड़मेर), रैंक- 199

आरोपी का नाम भगवती विश्नोई, निवासी पुनासा (जालोर), रैंक- 298

आरोपी का नाम चंचल विश्नोई, निवासी फिटकासनी (जोधपुर), रैंक- 372

आरोपी का नाम रोहिताश कुमार, निवासी भुडा का वास (मलसीसर), रैंक- 385

आरोपी का नाम राजेश्वरी, निवासी हालीवाव (चितलवाना), रैंक- 542

आरोपी का नाम नारंगी कुमारी, निवासी बागोड़ा, (जालोर), रैंक- 1092

पेपर से बटोरे करोड़ों रुपये

 

बालभारती स्कूल से पेपर लीक करने के लिए जगदीश बिश्नोई ने केन्द्र अधीक्षक राजेश खंडेलवाल को दस लाख रुपए देकर यूनिक भांभू को स्कूल में वीक्षक के रूप में एंट्री कराई थी। यूनिक को पेपर के स्ट्रॉन्ग रूप में दाखिल कराने के बाद उसकी पहचान देकर राजियासर श्रीगंगानगर निवासी शिवरतन मोट को बाहर खड़ा किया था। यूनिक ने पेपर चुराने के बाद वाट्सऐप पर जगदीश को भेजा था। इसके बाद जगदीश ने अशोक सिंह नाथावत को पेपर देकर उसे हल कराने के लिए हर्षवर्धन के पास भेजा था।

400 अभ्यर्थियों का चयन फर्जी- किरोडी

 

कैबिनेट मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने दावा किया है कि एसआई भर्ती में 400 अभ्यर्थियों का फर्जी चयन हुआ है । किरोड़ी लाल मंगलवार को एसओजी कार्यालय पहुंचे और एसआईटी प्रमुख वीके सिंह से मिले। उन्होंने यह भी दावा किया है कि फर्जीवाड़े से संबंधित दस्तावेज एसओजी को दिए हैं।

किरोड़ी ने कहा कि आरएएस-2018 और 2021 में भी अभ्यर्थियों का फर्जी चयन हुआ था। कैबिनेट मंत्री ने इसकी भी जांच की मांग उठाई है। उन्होंने शिवा शर्मा नाम लेते हुए कहा कि इस अभ्यर्थी ने आरएएस परीक्षा में कॉपी में कुछ नहीं लिखा था। जांच करने वाले ने इस संबंध में नोट डाला और बाद में उसी कॉपी में शिवा शर्मा से प्रश्नों के हल लिखवाए गए। ऐसे कई केस होने का दावा भी किया।

इस संबंध में भी एसओजी को दस्तावेज उपलब्ध करवाने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि एसआई भर्ती में फर्जीवाडे को लेकर करीब एक दर्जन एफआईआर दर्ज हुई लेकिन तत्कालीन सरकार ने कार्रवाई नहीं की।

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