Rajasthan Pioneer In Energy Conservation – Energy conservation: ऊर्जा संरक्षण में राजस्थान अग्रणी

राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम ( Rajasthan Renewable Energy Corporation ) और इसकी सहयोगी कंपनी समग्र रुप से राज्य सरकार को दस प्रतिशत की दर से लाभांश देगी। राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम और इसकी सहयोगी कंपनी का वर्ष 2020-21 के दौरान 162 करोड़ रुपए से अधिक का सालाना कारोबार रहा है, इससे पूर्व के वित्तीय वर्ष 2019-20 में 158 करोड़ 18 लाख रुपए का कारोबार रहा था।

जयपुर। राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम और इसकी सहयोगी कंपनी समग्र रुप से राज्य सरकार को दस प्रतिशत की दर से लाभांश देगी। आरआरईसी के चेयरमेन और अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस एवं ऊर्जा डॉ. सुबोध अग्रवाल की अध्यक्षता में बुधवार को आयोजित संचालक मण्डल की बैठक में यह निर्णय लिया गया। राजस्थान अक्षय ऊर्जा निगम और इसकी सहयोगी कंपनी का वर्ष 2020-21 के दौरान 162 करोड़ रुपए से अधिक का सालाना कारोबार रहा है, इससे पूर्व के वित्तीय वर्ष 2019-20 में 158 करोड़ 18 लाख रुपए का कारोबार रहा था। अगले माह होने वाली निगम की वार्षिक साधारण सभा में अनुमोदन के बाद एक मोटे अनुमान के अनुसार राज्य सरकार को उसकी हिस्सा राशि पर एक करोड़ 29 लाख रुपए का लाभांश दिया जाएगा।
निगम द्वारा सोलर ऊर्जा के क्षेत्र में राज्य को समूचे देश में अग्रणी प्रदेश बनाने की दिशा में समग्र व समन्वित प्रयास किए जा रहे हैं। राजस्थान ऊर्जा संरक्षण क्षेत्र में दूसरे स्थान पर आने के साथ ही अब फ्रंट रनर प्रदेश बन गया है। कुसुम योजना का तेजी से विस्तार हो रहा है और इस क्षेत्र में राजस्थान मॉडल स्टेट के रुप में उभर कर आया है। संचालक मण्डल की बैठक मेें नोख सोलर पार्क को लेकर प्रजेंटेशन भी दिया गया और प्रगति व अन्य बिंदुओं की जानकारी दी गई। संचालक मंडल के सदस्य जिला कलक्टर जैसलमेर आशीष मोदी ने विश्वास दिलाया कि जल्दी ही नोख सोलर पार्क से संबंधित शेष बिन्दुओं का भी हल निकाल लिया जाएगा।