Rajasthan Politics : क्या BJP छोड़ कांग्रेस में जा रहे वसुंधरा राजे के ये सबसे करीबी नेता? इस वक्त की सबसे बड़ी खबर | Vasundhara Raje close leader BJP Prahlad Gunjal may join Congress amidst Lok Sabha Election
Lok Sabha Election in Rajasthan : वसुंधरा राजे के सबसे करीबी और विश्वस्त नेताओं में से एक वरिष्ठ नेता के भाजपा से निकलकर कांग्रेस में जाने की चर्चाएं और अटकलें अचानक से परवान पर हैं।
लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर राजस्थान में चुनावी हलचलें परवान पर हैं। इसी बीच कांग्रेस-भाजपा के नेताओं के दल-बदल का सिलसिला भी जारी है। संभावित है कि लोकसभा चुनाव कार्यक्रम घोषित होने से पहले बड़े पैमाने पर हुए नेताओं के दल-बदल सभी सीटों पर प्रत्याशी घोषित नहीं हो जाने तक जारी रहेंगे।
गौरतलब है कि प्रदेश की कुल 25 लोकसभा सीटों में से भाजपा ने 10 और कांग्रेस ने 15 सीटों पर अब भी अपने पत्ते नहीं खोले हैं। दोनों पार्टियों की इन शेष रही सीटों पर उम्मीदवार चयन की मशक्कत राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दिन-रात जारी है।
अब प्रहलाद गुंजल थामेंगे ‘हाथ’ का साथ!
लोकसभा चुनाव से ऐन पहले तक जारी नेताओं के ‘दल-बदल’ की दौड़ में अब एक नाम प्रहलाद गुंजल का भी शामिल हो गया है। भाजपा के वरिष्ठ नेताओं में शुमार गुंजल के भाजपा का दामन त्यागकर कांग्रेस में जाने की चर्चाएं हैं। गुंजल के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलें मंगलवार को अचानक से सोशल मीडिया पर चलना शुरू हुईं, जिसने बाद में राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं को हवा दे दी।
कांग्रेस-गुंजल के बीच बनी सहमति : सूत्र
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भाजपा के वरिष्ठ नेता प्रहलाद गुंजल को पार्टी में शामिल करने को लेकर कांग्रेस आलाकमान भी सहमत हो गया है। माना तो यहां तक जा रहा है कि बुधवार को नई दिल्ली स्थित एआइसीसी मुख्यालय में अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की मौजूदगी में प्रहलाद गुंजल को औपचारिक रूप से पार्टी की सदस्यता दिलाई जा सकती है।
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… तो होंगे कांग्रेस उम्मीदवार!
प्रहलाद गुंजल के भाजपा छोड़ कांग्रेस में शामिल होने की चर्चाओं के बीच संभावना ये भी जताई कि अगर उनकी जॉइनिंग कांग्रेस में होती है, तो उन्हें कोटा-बूंदी लोकसभा सीट से पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार के तौर पर उतारा जा सकता है। अगर ऐसा होता है तो इस सीट पर उनका सामना भाजपा के घोषित प्रत्याशी व लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से होगा।
उपेक्षा से आहत हैं गुंजल : सूत्र
जानकारी के अनुसार प्रहलाद गुंजल पिछले कुछ समय से भाजपा के प्रदेश से लेकर शीर्ष नेतृत्व तक से कई बातों को लेकर नाराज़ चल रहे हैं। इस उपेक्षा को ही आधार मानकर अब उनके भाजपा छोड़ कांग्रेस में जाने की बात ज़ोर पकड़े हुए हैं। हालांकि गुंजल की ओर से अभी तक उनके नाम को लेकर चल रहे इन तमाम चर्चाओं और अटकलों पर कोई जवाब नहीं आया है।
वसुंधरा के सबसे करीबी नेता
प्रहलाद गुंजल पूर्व सीएम वसुंधरा राजे के सबसे विश्वस्त और करीबी नेताओं में से एक हैं। वे वसुंधरा राजे के सीएम कार्यकाल के दौरान मंत्री भी रह चुके हैं। पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान वसुंधरा राजे को सीएम फेस घोषित करने को लेकर भाजपा नेतृत्व के खिलाफ खुलकर सामने आने को लेकर भी वे चर्चाओं में रहे थे। उनका नाम हाड़ौती संभाग के प्रमुख नेताओं में शुमार है।
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क्या कांग्रेस को मिलेगी एक और कामयाबी?
चुनाव से ऐन पहले कांग्रेस में शामिल होने वाले नेताओं की फहरिस्त में क्या प्रहलाद गुंजल का नाम भी शामिल होगा, देखना दिलचस्प रहेगा। लेकिन गुंजल से पहले भाजपा सांसद राहुल कस्वां और राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी से उम्मेदाराम बेनीवाल अपनी-अपनी पार्टियां छोड़कर कांग्रेस में शामिल हुए हैं।
कस्वां को तो कांग्रेस ने हाथों-हाथ चूरू सीट से टिकट थमा दिया, वहीं उम्मेदाराम के भी बाड़मेर सीट से प्रत्याशी बनाये जाने की चर्चाएं हैं। इधर कोटा-बूंदी सीट से कांग्रेस ने अभी तक अपना प्रत्याशी घोषित नहीं किया है।
पहले दे चुके हैं सफाई
प्रह्लाद गुंजल के भाजपा छोड़ कांग्रेस में जाने की अटकलें पिछले सप्ताह भी ज़ोर पकडे थीं। नौबत यहां तक आई कि गुंजल को सार्वजनिक तौर पर घोषित करना पड़ा कि वे फिलहाल पार्टी छोड़कर नहीं जा रहे हैं। इस बात को लेकर चल रही चर्चाएं और खबरें निराधार है।