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Rajasthan Politics । SIR । Govind Singh Dotasara । राजस्थान राजनीति

Last Updated:October 29, 2025, 16:52 IST

Rajasthan Political News : राजस्थान की राजनीति में SIR और निकाय चुनावों को लेकर घमासान छिड़ा हुआ है. कांग्रेस बीजेपी पर हमलावर हो रखी है. पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं. डोटासरा ने कहा कि भाजपा की नीति है वोट चोरी करो औैर राज करो. वह SIR के नाम पर बिहार जैसा खेल राजस्थान में करना चाहती है. SIR पर सवार हुई राजस्थान की राजनीति, जानें गोविंद डोटासरा क्यों बिफरे?राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने कहा कि जब सांसद और विधायक के चुनाव समय पर हो सकते हैं तो नगर निकाय और पंचायत चुनावों को टालने का क्या औचित्य है?

जयपुर. राजस्थान में SIR को लेकर घमासान छिड़ गया है. प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने विशेष गहन पुनरीक्षण कार्यक्रम (SIR) को लेकर राज्य सरकार पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार पंचायत और निकाय चुनावों को जानबूझकर टाल रही है. SIR का इस्तेमाल लोकतांत्रिक संस्थाओं को निष्क्रिय करने और वोट चोरी करने के हथियार के रूप में किया जा रहा है. डोटासरा ने कहा कि राजस्थान में पिछले एक वर्ष से पंचायत और नगरीय निकाय चुनाव पेंडिग हैं. कई ग्राम पंचायतों का कार्यकाल काफी पहले समाप्त हो चुका है और सभी जगह प्रशासक नियुक्त कर दिए गए हैं.

डोटासरा ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार ने परिसीमन के नाम पर खेल शुरू कर रखा है. पहले बजट में ‘वन स्टेट वन इलेक्शन’ की बात कही गई थी. लेकिन उसको लेकर अब तक न कोई बैठक हुई और न ही कोई सर्कुलर जारी हुआ. अभी तक सरकार की कोई स्पष्ट नीति सामने नहीं आई है. कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा की नीति है वोट चोरी करो औैर राज करो. बिहार में 65 लाख गरीबों के वोट एसआईआर के नाम पर काटे गए थे. अब राजस्थान में भी वैसा ही खेल दोहराने की तैयारी है. नियम के मुताबिक जिस राज्य में चुनाव लंबित होता है वहां SIR की घोषणा नहीं होती.

SIR ‘वोट चोरी’ और ‘शासन केंद्रीकरण’ का माध्यम बन चुकी हैउन्होंने कहा कि जब सांसद और विधायक के चुनाव समय पर हो सकते हैं तो नगर निकाय और पंचायत चुनावों को टालने का क्या औचित्य है? डोटासरा ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने SIR की घोषणा इसलिए की है ताकि जनप्रतिनिधियों का अधिकार और बजट दोनों छीने जा सकें. उन्होंने कहा कि यह योजना ‘वोट चोरी’ और ‘शासन केंद्रीकरण’ का माध्यम बन चुकी है. इससे न रहेगा बांस और न बजेगी बांसुरी यानी ना चुनाव होंगे और ना ही पोल खुलेगी. उन्होंने कहा कि कांग्रेस के कई निर्वाचित प्रतिनिधि अदालत से अपने पदों को लेकर न्याय पा चुके हैं. लेकिन भाजपा सरकार उन्हें हटाने के प्रयास कर रही है.

भाजपा के मंत्री बिना किसी ठोस नीति के बयानबाजी कर रहे हैंडोटासरा ने राज्य सरकार की ओर से निजी और सरकारी स्कूलों की ड्रेस एक समान करने के प्रस्ताव पर भी तीखी प्रतिक्रिया दी. उन्होंने कहा कि शिक्षा मंत्री शिक्षा के अलावा बाकी सभी कामों में व्यस्त हैं. डोटासरा ने तंज कसते हुए कहा कि प्राइवेट और सरकारी स्कूलों में एकरूपता लाना तो दूर की बात है पहले आरएसएस से जुड़े विद्या भारती स्कूलों में तो राज्य सरकार का पाठ्यक्रम लागू करवाओ. भाजपा के मंत्री बिना किसी ठोस नीति के बयानबाजी कर रहे हैं. लेकिन उनके बयानों का धरातल पर कोई असर नहीं होता. डोटासरा ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार लोकतांत्रिक संस्थाओं को कमजोर कर रही है और जनप्रतिनिधियों के अधिकार छीन रही है. लेकिन कांग्रेस पार्टी जनता के साथ खड़ी रहकर उनके अधिकारों की रक्षा करेगी.

Sandeep Rathore

संदीप राठौड़ ने वर्ष 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की जयपुर से शुरुआत की. बाद में कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर की जिम्मेदारी निभाई. 2017 से के साथ नए सफर की शुरुआत की. वर…और पढ़ें

संदीप राठौड़ ने वर्ष 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की जयपुर से शुरुआत की. बाद में कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर की जिम्मेदारी निभाई. 2017 से के साथ नए सफर की शुरुआत की. वर… और पढ़ें

Location :

Jaipur,Jaipur,Rajasthan

First Published :

October 29, 2025, 13:52 IST

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SIR पर सवार हुई राजस्थान की राजनीति, जानें गोविंद डोटासरा क्यों बिफरे?

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