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Rajasthan: राजस्थान रेजिडेंट डॉक्टर्स हड़ताल पर भजनलाल सरकार की 2 टूक…रस्सी को इतना भी ना खींचें की टूट जाए

जयपुर. राजधानी जयपुर समेत प्रदेश के कई मेडिकल कॉलेजों में चल रही रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल पर आंदोनलकारियों और भजनलाल सरकार के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. सूबे की भजनलाल सरकार के चिकित्सा मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने सरकार ने आंदोलनकारी रेजिडेंट डॉक्टर्स को सख्त संदेश देते हुए दो टूक शब्दों में कहा है कि रस्सी को इतना भी ना खींचें की वह टूट जाए. खींवसर ने कहा कि रेजिडेंट डॉक्टर्स केवल रीजनेबल मांगों पर चर्चा करें.

पुराने समझौते और मांगों को लेकर बीते करीब दस दिन से रेजिडेंट डॉक्टर्स हड़ताल कर रहे हैं. हालांकि उन्होंने अभी तक इमरजेंसी सेवाओं को हड़ताल से अलग रखा है. लेकिन रेजिडेंट डॉक्टर्स का कहना है कि अगर उनकी मांगें नहीं मांगी गई तो आंदोलन बड़ा रूप ले लेगा. जयपुर के साथ-साथ प्रदेश के कोटा और अजमेर में रेजिडेंट डॉक्टर्स ने आज भी दो घंटे का कार्य बहिष्कार रखा है. आज जयपुर में RUHS के रेजिडेंट डॉक्टर्स ने भी इलेक्टिव सेवाओं का बहिष्कार कर दिया.

शुक्रवार से संपूर्ण कार्य बहिष्कार की दी चेतावनीआंदोलनरत रेजिडेंट डॉक्टर्स ने शुक्रवार से संपूर्ण कार्य बहिष्कार की चेतावनी दी है. इस बीच चिकित्सा मंत्री ने आंदोलनकारियों को सख्त संदेश दे दिया है. चिकित्सा मंत्री गजेंद्र सिंह खींवसर ने कहा कि सरकार के पास टैक्स पेयर्स का पैसा है. रेजिडेंट डॉक्टर्स की हर छह महीने में डिमांड आ जाती है. रस्सी को इतना भी ना खींचे की वह टूट जाए. यदि ऐसा हुआ तो सिस्टम के साथ रेजिडेंट्स को भी दिक्कत होगी. रेजिडेंट्स को उचित मांगों पर बातचीत करनी चाहिए.

रेजिडेंट्स ने भी किया सरकार पर पलटवारचिकित्सा मंत्री के बयान पर रेजिडेंट्स ने भी पलटवार किया है. उन्होंने कहा राज्य सरकार लिखित आश्वासनों को भी नहीं मानती. दूसरी तरफ रेजिडेंट डॉक्टर्स की हड़ताल के कारण जयपुर समेत कोटा और अजमेर में भी मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है. ओपीडी में डॉक्टर्स की कुर्सियां खाली पड़ी है. मरीज इलाज के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं. बहरहाल आंदोलनकारी रेजिडेंट डॉक्टर और सरकार के बीच बना गतिरोध टूटता हुआ नहीं दिख रहा है.

FIRST PUBLISHED : October 17, 2024, 13:06 IST

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