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राजस्थान SI भर्ती 2021 पेपरलीक केस: SOG की बड़ी कार्रवाई Rajasthan SI Recruitment 2021 Paper Leak Case: SOG Makes Major Arrests

जयपुर. राजस्थान में सब इंस्पेक्टर भर्ती परीक्षा 2021 से जुड़े पेपरलीक और डमी कैंडिडेट प्रकरण में स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (SOG) ने बड़ी कार्रवाई की है. इस कार्रवाई में 4 और संदिग्ध गिरफ्तार किए गए हैं. गिरफ्तारियों में तीन प्रोबेशनर सब-इंस्पेक्टर और एक ग्राम विकास अधिकारी शामिल हैं. इससे पहले भी इस मामले में कुल 133 लोग गिरफ्तार हो चुके थे, अब केस में कुल गिरफ्तारियां बढ़कर 137 हो गई हैं.

गिरफ्तार किए गए प्रमुख आरोपी प्रोबेशनर सब-इन्स्पेक्टर हैं:

कुणाल चौधरी
चूनाराम जाट
अशोक कुमार बिश्नोई

जाँच में पाया गया कि कुणाल चौधरी की जगह परीक्षा देने वाला डमी कैंडिडेट भी गिरफ्तार किया गया है, जो कि एक ग्राम विकास अधिकारी है.

एफएसएल जांच में खुलासा

एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस विशाल बंसल ने बताया कि अग्रिम सत्यापन के लिए विधि विज्ञान प्रयोगशाला (FSL) की सहायता ली गई. FSL जाँच में लिखित परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं पर किए गए हस्तलेख और हस्ताक्षर परीक्षण में गंभीर असमानताएँ पाई गईं. इसी आधार पर 3 प्रोबेशनर SI और डमी कैंडिडेट को गिरफ्तार किया गया.

अन्य गिरफ्तारियाँ और संदिग्धों की पहचान

इस प्रकरण में अब तक कुल 137 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया जा चुका है, जिनमें 63 प्रशिक्षु उपनिरीक्षक (Trainee SI) और 06 चयनित उपनिरीक्षक शामिल हैं. जाँच के दौरान संदेह के आधार पर 10 प्रोबेशनर SI का रिकॉर्ड खंगाला गया. इसमें से 3 प्रोबेशनर SI का रिकॉर्ड संदिग्ध पाया गया और गिरफ्तार किया गया. एसओजी वर्तमान में शेष दो प्रशिक्षु उपनिरीक्षकों से पूछताछ कर रही है, ताकि उनके लिए परीक्षा देने वाले डमी अभ्यर्थियों की पहचान हो सके और आगे की कानूनी कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके.

एसओजी के अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस विशाल बंसल ने इस मामले में एक महत्त्वपूर्ण अपील की है यदि उन्होंने किसी भी स्तर पर अनुचित साधनों का प्रयोग किया है, तो वे कानूनी प्रक्रिया को आसान बनाने और अपने हित में स्वयं आगे आकर एसओजी को अवगत कराते हुए समर्पण करें.

सत्यापन और आगे की कार्रवाई

एसओजी द्वारा प्रशिक्षण और चयन से संबंधित रिकॉर्ड का सत्यापन लगातार जारी रहेगा. एडीजी बंसल ने स्पष्ट किया है कि संदिग्धता सामने आते ही अन्य संलिप्त अभियुक्तों की भी गिरफ्तारी की जाएगी. यह कार्रवाई राजस्थान में भर्ती परीक्षा की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए एसओजी की प्रतिबद्धता को दर्शाती है. विशाल बंसल ने कहा कि कहा कि SOG इस मामले की जाँच जारी रखेगा और सभी दोषियों को क़ानूनी प्रक्रिया के तहत सज़ा दिलाई जाएगी.

सब-इंस्पेक्टर भर्ती पेपर लीक मामलाजाँच में पाया गया कि परीक्षा का पेपर बड़े स्तर पर लीक हुआ था. इस धांधली में डमी अभ्यर्थियों को बैठाने और साल्व्ड पेपर को ₹28 लाख रुपए तक में बेचने के गंभीर मामले सामने आए थे. इस संबंध में 50 से अधिक सब-इंस्पेक्टरों (ट्रेनी) सहित कुल 120 से ज़्यादा लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इस बड़े फर्जीवाड़े में राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) के पूर्व सदस्य बाबूलाल कटारा और रामूराम रायका की भागीदारी भी पाई गई, जिन्होंने कथित तौर पर परीक्षा से पहले ही पेपर लीक कर दिया था.

राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) ने 3 फरवरी 2021 को सब इंस्पेक्टर और प्लाटून कमांडर के 859 पदों की भर्ती के लिए अधिसूचना जारी की थी. इसके लिए ऑनलाइन आवेदन 9 से 10 मार्च तक मांगे गए थे. आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग (EWS) के अभ्यर्थियों को आयु में तीन वर्ष की छूट देने के कारण 9 से 23 जून 2021 तक आवेदन वापस लिए गए. इस परीक्षा के लिए कुल 7 लाख 97 हजार 030 अभ्यर्थी पंजीकृत थे, जिनमें से 3 लाख 83 हजार अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी थी.

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