Rajasthan Top Temple: राजस्थान के दो अनोखे मंदिर, जहां दाढ़ी-मूंछ वाले देवताओं की होती पूजा, यहां आते हैं लाखों भक्त

Last Updated:May 10, 2025, 06:33 IST
Rajasthan Top Temple: राजस्थान के यह दोनों मंदिर भक्तों के कारण आपस में जुड़े हुए हैं. इन दोनों मंदिरों की खास बात यह है कि खाटूश्याम जी में स्थित बाबा श्याम की प्रतिमा के भी ढाढ़ी और मूंछ है वही सालासर धाम म…और पढ़ेंX
सालासर धाम में हनुमान जन्मोत्सव के समय विशेष आयोजन होता है.
राजस्थान में स्थित खाटूश्याम जी मंदिर और सालासर बालाजी मंदिर की ख्याति विश्व स्तर तक फैली हुई है. इन दोनों मंदिरों के बीच की दूरी 100 किलोमीटर के आसपास है. भक्तों में मान्यता है कि अगर कोई भक्त खाटूश्याम जी दर्शन करता है तो वह सालासर बालाजी के दर्शन करने जरूर जाता है, ऐसा करने से मनोकामना जल्दी पूरी हो जाती है. यह दोनों मंदिर राजस्थान के प्रमुख मंदिर है. पर्यटन विभाग के आंकड़ों के अनुसार राजस्थान में सबसे अधिक धार्मिक पर्यटन इन्हीं दोनों मंदिरों पर होता है.
राजस्थान के यह दोनों मंदिर भक्तों के कारण आपस में जुड़े हुए हैं. इन दोनों मंदिरों की खास बात यह है कि खाटूश्याम जी में स्थित बाबा श्याम की प्रतिमा के भी ढाढ़ी और मूंछ है वही सालासर धाम में स्थित बालाजी महाराज के भी ढाढ़ी और मूंछ है. भक्तों की मान्यताओं के अनुसार यह दोनों मंदिर बहुत चमत्कारी है. खाटूश्याम जी मंदिर में फाल्गुन मास की एकादशी को विशेष आयोजन होता है जिसमें लाखों भक्त पहुंचते हैं इसके अलावा सालासर धाम में हनुमान जन्मोत्सव के समय विशेष आयोजन होता है.
खाटूश्याम जी और सालासर बालाजी मंदिर के बारे में आपको बता दें कि विश्व प्रसिद्ध खाटूश्याम जी का मंदिर सीकर जिले में स्थित. वहीं, सालासर बालाजी का मंदिर सीकर और चुरू जिले की सीमा पर है. यह मूल रूप से चुरू जिले आता है. खाटूश्याम जी को भगवान कृष्ण के अवतार बर्बरीक (श्याम) की पूजा होती है. वहीं, सालासर बालाजी मंदिर में हनुमान जी की पूजा होती है. बर्बरीक ने अपना शीश दान में दिया था, जो श्याम कुंड मेरे प्रकट हुआ था.वहीं, सालासर बालाजी मंदिर की स्थापना 18वीं शताब्दी में मोहनदासजी महाराज ने की थी. बाबा श्याम तीन बाणधारी के रूप में प्रसिद्ध है, सालासर बालाजीमंदिर स्वयंभू मूर्ति है जो भूत-प्रेत बाधा से मुक्ति के लिए प्रसिद्ध. दोनों मंदिर राजस्थान के प्रमुख तीर्थस्थल हैं, जहा भक्तों की गहरी आस्था है.
Location :
Sikar,Rajasthan
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राजस्थान के दो अनोखे मंदिर, जहां दाढ़ी-मूंछ वाले देवताओं की होती पूजा