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Rajasthan University# hunger strike of the workers ended | Rajasthan University- कार्मिकों का क्रमिक अनशन समाप्त

राजस्थान विवि में पिछले कई दिनों से चल रहा अशैक्षणिक कार्मिकों का क्रमिक अनशन मंगलवार शाम को समाप्त हो गया। प्रो. एसएल शर्मा ने कार्मिकों का अनशन तुड़वाया। वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन ने कार्मिकों की आवास आवंटन की मांग को जल्द पूरा किए जाने का आश्वासन दिया है।

जयपुर

Published: January 25, 2022 08:31:20 pm

प्रो. एसएल शर्मा ने तुड़वाया अनशन
आवास आवंटन के आदेश सहित सभी मांगों को विवि प्रशासन ने किया स्वीकार
राजस्थान विवि में पिछले कई दिनों से चल रहा अशैक्षणिक कार्मिकों का क्रमिक अनशन मंगलवार शाम को समाप्त हो गया। प्रो. एसएल शर्मा ने कार्मिकों का अनशन तुड़वाया। वहीं विश्वविद्यालय प्रशासन ने कार्मिकों की आवास आवंटन की मांग को जल्द पूरा किए जाने का आश्वासन दिया है। इससे पूर्व कर्मिक ओमप्रकाश सेन, अपनी पत्नी और बच्चों सहित धरने पर बैठ गए। उनका कहना था कि जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं होती धरना जारी रहेगा। गौरतलब है कि कार्मिक वरिष्ठता के आधार पर कर्मचारी आवास देने, प्रयोगशाला सहायक के पद का वेतनमान दिए जाने सहित पांच सूत्रीय मांगों को लेकर पिछले कई दिनों से धरने पर है। उनका कहना है कि यदि 26 जनवरी तक उनकी मांगों पर उचित कार्यवाही नहीं की गई तो 27 जनवरी से वह आमरण अनशन भी श्ुारू कर देंगे। वहीं राजस्थान विवि शिक्षक संघ रूटा के पूर्व अध्यक्ष प्रो. आरबी सिंह ने भी कार्मिकों को नैतिक समर्थन दिया है। वह भी मंगलवार सुबह दो घंटे तक कार्मिकों के धरने में शामिल हुए।

Rajasthan University-  कार्मिकों का क्रमिक अनशन समाप्त

Rajasthan University- कार्मिकों का क्रमिक अनशन समाप्त

्टूडेंट्स को अविष्कार और नवाचार में अंतर बताया
स्टूडेंट्स के लिए इंटरेक्टिव सेशन आयोजित
जयपुर।
थापित ईसीएच इन्क्यूबेशन सेंटर की तरफ से एसएसजी पीजी पारीक कॉलेज में मंगलवार को एक इंटरेक्टिव सेशन का आयोजन किया गया। पारीक कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. एनएम शर्मा ने ईसीएच संयोजक प्रो. विद्या पाटनी और अन्य सदस्यों डॉ.जेएमएस मूर्ति, डॉ. सुनील छिम्पा,डॉ. अभिमन्यु शर्मा और जैस्मिन सेठी का स्वागत किया। कार्यक्रम के आरंभ में विद्या पाटनी ने ईसीएच इन्क्यूबेशन सेंटरकी स्थापना और इसके उद्देश्यों की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किस प्रकार स्टूडेंट्स अपने विचारों को एक मार्केट वैल्यू प्रोडक्ट में कन्वर्ट कर सकते हैं और इन्क्यूबेशन सेंटर इसमें कैसे भूमिका अदा कर सकता है। कार्यक्रम की अगली कड़ी में डॉ. अभिमन्यु शर्मा ने स्टूडेंट्स को उनके आगामी अकादमिक अवसर के बारे में विस्तार से जानकारी दी और कहा कि अब समय बदल रहा है स्टूडेंट्स का जॉब सीकर की बजाय जॉब प्रोवाइडर बनने के बारे में सोचना चाहिए यही उनका उचित समय है। वहीं डॉ. सुनील छिम्पा ने स्टूडेंट्स को अविष्कार और नवाचार में अंतर बताया और नवाचार के प्रकारों पर प्रकाश डाला कि किस प्रकार से पहले से उपस्थित उत्पाद, प्रकिया और सेवा में नवाचार किए जा सकते हैं। कार्यक्रम के अंत में डॉ.केके शर्मा ने सभी को धन्यवाद दिया।

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