Rajasthan Weather Update : राजस्थान में सर्दी के तीखे तेवर, जानिए आपके जिले में आज कैसा रहेगा मौसम
जयपुर. राजस्थान में लगातार कड़ाके की सर्दी पड़ रही है. उत्तर भारत से आ रही ठंडी हवाएं पूरे राज्य में अपने तीखे तेवर दिखा रही हैं. कई जगहों पर पारा शून्य से नीचे चला गया है. मौसम विभाग के अनुसार रविवार को राज्य में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा और राज्य में एक दो स्थानों पर अतिशीत लहर व कुछ स्थानों पर शीत लहर दर्ज की गई. वहीं राज्य में अधिकतम तापमान बाड़मेर में 26.6 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 1.2 डिग्री सेल्सियस फतेहपुर सीकर में दर्ज किया गया.
मुख्य जिलों का अधिकतम तापमान ये रहा मौसम विभाग की फोरकास्ट रिपोर्ट के अनुसार रविवार को अजमेर में 25.6 डिग्री, भीलवाड़ा में 25.0 में डिग्री, जयपुर में 25.3 डिग्री, सीकर में 26.0 डिग्री, कोटा में 24.5 डिग्री, चित्तौड़गढ़ में 27.8 डिग्री, बाड़मेर में 28.6 डिग्री, जैसलमेर में 26.0 डिग्री, जोधपुर में 27.5 डिग्री, बीकानेर में 24.8 डिग्री, चूरू में 24.0 डिग्री, श्री गंगानगर में 26.1 डिग्री, माउंट आबू में 22.8 डिग्री सेल्सियस अधिकतम तापमान दर्ज किया गया.
मुख्य जिलों का न्यूनतम तापमान ये रहा मौसम विभाग की फोरकास्ट रिपोर्ट के अनुसार रविवार को अजमेर में 5.5 डिग्री, भीलवाड़ा में 2.2 में डिग्री, जयपुर में 7.8 डिग्री, सीकर में 2.5 डिग्री, कोटा में 5.4 डिग्री, चित्तौड़गढ़ में 3.2 डिग्री, बाड़मेर में 9.9 डिग्री, जैसलमेर में 5.8 डिग्री, जोधपुर में 10.0 डिग्री, बीकानेर में 4.8 डिग्री, चूरू में 1.6 डिग्री, श्री गंगानगर में 5.4 डिग्री, माउंट आबू में 1.2 डिग्री सेल्सियस न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया.
मौसम विभाग का अलर्टमौसम विभाग के अनुसार राज्य में आगामी दिनों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहेगा. वहीं न्यूनतम व अधिकतम तापमान में विशेष परिवर्तन नहीं होगा. इसके अलावा राज्य में शीत लहर/अति शीत लहर की स्थिति आगामी 5-6 दिन जारी रहने की संभावना है. विभाग ने आज अलवर, झुझुन्, सीकर, चूरू और हनुमानगढ़ जिलों में शीतलहर का येलो अलर्ट जारी किया है.
शीत लहर के प्रभाव एवं सुझावमौसम विभाग के अनुसार बच्चों और बुजुर्गों को शीत लहर का सबसे ज़्यादा खतरा रहता है. वहीं शीत लहर और पाला फसल, बागवानी, और रोपण की वृद्धि और उत्पादकता को प्रभावित करता है. शीत लहर में अधिक ठंड के लम्बे समय तक सम्पर्क में रहने से त्वचा कठोर एवं सुन्न हो सकती है.इससे पशुओं की मृत्यु और चोट हो सकती है. शीत लहर के दौरान पशुओं को ज़्यादा पोषण की ज़रूरत होती है. इससे बचने के लिए पर्याप्त मात्रा में गर्म कपड़े पहनें और नियमित रूप से गर्म पेय पीते रहे. इसके अलावा शीतलहर के समय चुस्त कपडे ना पहनें यह रक्त संचार को कम करता है. शीत लहर के समय जितना संभव हो सके, घर के अंदर ही रहें.
Tags: Jaipur news, Local18, Rajasthan news
FIRST PUBLISHED : December 16, 2024, 08:20 IST