Rajasthan

Ramadan charity:रमजान के पाक महीने में गरीबों की मदद करें और जकात दें.

Last Updated:March 19, 2025, 08:54 IST

Ramzan special: मुस्लिम समुदाय के लिए रमजान का महीना सबसे खास महीना होता है. इस महीने में खुदा की इबादत करने के लिए मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखते हैं. रमजान का महीना सबसे पाक महीना माना जाता है. रमजान गुनाहों…और पढ़ेंX
मस्जिद
मस्जिद में नमाज अदा करते लोग 

हाइलाइट्स

रमजान में रोजा रखकर खुदा की इबादत की जाती है.रमजान में गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करें.रमजान में जकात देना विशेष रूप से अच्छा माना जाता है.

Ramzan special: मुस्लिम समुदाय के लिए रमजान का महीना सबसे खास महीना होता है. इस महीने में खुदा की इबादत करने के लिए मुस्लिम समुदाय के लोग रोजा रखते हैं. रमजान का महीना सबसे पाक महीना माना जाता है. रमजान गुनाहों से मगफिरत का महीना है. जिसमें रोजेदार रोजा रखकर खुदा की इबादत करते हैं.

सुबह करीब 5 बजे शहरी सेहरी में खाना पीना करके रोजा रख अन्न और जल का पूरी तरह से त्याग कर दिया जाता है, फिर शाम करीब 6:30 बजे के आसपास रोजा खोल लिया जाता है. रमजान के महीने में जितनी भी लोगों की मदद की जाए उतनी ही कम होती है.

रमजान के पाक महीने में गरीब लोगों की करें मददमुस्लिम समुदाय के लिए रमजान का महीना विशेष महत्व रखता है. इस पाक महीने में जब इंसान रोजे में भूख की वजह से कठिनाइयां सहन करता है तो उसके दिल में गरीबों और भूखों के लिए हमदर्दी और भलाई का विचार अपने आप पैदा हो जाता है. रमजान के इस पवित्र महीने में हमें गरीबों और जरूरतमंदों की दिल खोलकर मदद करनी चाहिए. रमजान के महीने में जकात एक मुख्य दान है, जो उन लोगों पर लागू होता है, जिनके पास एक निश्चित स्तर की संपत्ति है. यह उनकी संपत्ति का 2.5% है, जो जरूरतमंदों को दिया जाता है. रमजान में जकात देना विशेष रूप से अच्छा माना जाता है. रमजान के महीने में रोजेदारों को रोजा रखना, इफ्तार करना, गरीबों की मदद करना, तरावीह पढ़ना भी इबादत है.


Location :

Alwar,Alwar,Rajasthan

First Published :

March 19, 2025, 08:54 IST

homedharm

रमजान में गरीबों की करें मदद, जानें संपत्ति का कितना फीसदी होती है जकात

Source link

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button

Uh oh. Looks like you're using an ad blocker.

We charge advertisers instead of our audience. Please whitelist our site to show your support for Nirala Samaj