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Ramadan special 2025 faith of shab-e-qadr know date

Last Updated:March 29, 2025, 13:02 IST

Ramadan special 2025: शब एक कद्र की रात रमजान महीने की शुभ रात मानी जाती है. इस रात खुदा की इबादत की जाती है और कुरान पढ़ी जाती है. इसमें दुआएं कबूल होती हैं और अल्लाह से माफी मांगने पर गुनाह माफ हो जाते हैं.X
मस्जिद
मस्जिद में नमाज पढ़ते लोग 

हाइलाइट्स

रमजान के आखिरी 10 रोजा में पांच रातें शब-ए-कद्र की होती हैं.शब-ए-कद्र की रात 1000 महीनों की इबादत से बेहतर मानी जाती है.जकात गरीबों को दी जाती है, जो इबादत का एक तरीका है.

Ramadan special 2025: मुसलमानों का पाक रमजान का महीना पूरा होने जा रहा है. पूरे महीने मुसलमान रोजा रख रहे हैं और अल्लाह की इबादत कर रहे हैं. रमजान के आखरी दिनों में कुछ रात शब-ए-कद्र के नाम जाना जाता है. रमजान के आखिरी 10 रोजा में पांच रात सबेकदर की रात होती है. रमजान महीने की 27वीं और शब ए कद्र की चौथी रात गुरुवार को हो गई है.

शब एक कद्र की रात रमजान महीने की शुभ रात मानी जाती है. किशनगढ़ बास की मस्जिद के इमाम ने लोकल 18 को बताया कि रमजान महीने की 27वीं और शब ए कद्र की चौथी रात को गई. शब ए कद्र की रात पवित्र रात मानी जाती है.

रमजान के पूरे 30 दिन में पांच रात शब-ए-कद्ररमजान महीने की 21वीं, 23वीं, 25वीं, 27वीं व 29वीं रात शब ए कद्र की 5 रातों में शामिल है. शब ए कद्र वो रात है, जो 1000 महीनों की इबादत से बेहतर है. इस रात खुदा की इबादत की जाती है और कुरान पढ़ी जाती है. इसमें दुआएं कबूल होती हैं और अल्लाह से माफी मांगने पर गुनाह माफ हो जाते हैं. शब ए कद्र की आखिरी रात इस रमजान के 29वें रोजे यानि रविवार 30 मार्च 2025 को होगी.

क्या है जकात का नियम?मौलाना ने Local 18 को बताया कि इस दिन मुस्लिम समाज के लोग मस्जिद में खुदा की इबादत करेंगे. जकात (दान) भी इबादत का एक तरीका है. जकात गरीब व्यक्ति को दी जाती है, जिसके पास साढ़े 52 तोला चांदी, साढ़े 7 तोला सोना या इनकी कीमत के बराबर राशि बैंक में हो या प्रॉपर्टी जो बेचने योग्य है. इसके एक साल बीतने पर इन पर 2.5 प्रतिशत जकात दी जाती है.

Location :

Alwar,Rajasthan

First Published :

March 29, 2025, 13:02 IST

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रमजान माह की इस रात में दुआएं होती हैं कबूल, अल्लाह करते सारे गुनाफ माफ!

Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी, राशि-धर्म और शास्त्रों के आधार पर ज्योतिषाचार्य और आचार्यों से बात करके लिखी गई है. किसी भी घटना-दुर्घटना या लाभ-हानि महज संयोग है. ज्योतिषाचार्यों की जानकारी सर्वहित में है. बताई गई किसी भी बात का Local-18 व्यक्तिगत समर्थन नहीं करता है.

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