रणकपुर महोत्सव ने जीता विदेशियों का दिल, महिलाओं ने लगाई मटका रेस तो मूछ प्रतियोगिता बनी आकर्षण का केंद्र
पाली: राजस्थान के अंदर मूंछों को आनबान और शान का प्रतिक समझा जाता है ऐसे में रणकपुर फेस्टिवल में आयोजित हुए रंगारंग कार्यक्रम के तहत अलग-अलग तरह की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई, जिसमें मूंछ प्रतियोगिता काफी आकर्षण का केन्द्र रही. इस मूंछ प्रतियोगिता में जोधपुर के कैलाश सोलंकी ने प्रथम स्थान हासिल किया, जबकि मेलावास के रामसिंह राजपुरोहित दूसरे स्थान पर रहे. वहीं साफा प्रतियोगिता से लेकर रस्सा कस्सी प्रतियोगिता व मटका दौड़ प्रतियोगिता इस पूरे रंगारंग कार्यक्रम में काफी आकर्षण का केन्द्र रहे, जिसको देखने के लिए देशी-विदेशी पर्यटक भी पहुंचे थे.
दुनियाभर में खास है यह महोत्सव
दुनियाभर में मारवाड़-गोडवाड़ के सांस्कृतिक वैभव को पहुंचाने के लिए आयोजित हो रहे रणकपुर फेस्टिवल में देशी-विदेशी पर्यटकों में खासा उत्साह देखा गया. महोत्सव के पहले दिन एडवेंचर गेम्स के साथ सूर्य मंदिर रणकपुर में लोक सांस्कृतिक संध्या का आयोजन हुआ. वहीं दूसरे दिन रंगारंग कार्यक्रमों का आयोजन हुआ. रणकपुर जैन मन्दिर पेढ़ी की ओर से मंदिर को रंगीन रोशनी से सजाया गया.
कुछ खास रही मूंछ प्रतियोगिता
रणकपुर महोत्सव में देशी-विदेशी पर्यटक पहुंचे हैं. इसके साथ ही क्षेत्र के प्रतिभागियों ने प्रतियोगिताओं में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया. रस्सा-कस्सी प्रतियोगिता में टीम A और टीम B के बीच रोमांचक मुकाबला हुआ, जिसमें टीम A विजेता बनी. मूंछ प्रतियोगिता में जोधपुर के कैलाश सोलंकी ने प्रथम स्थान हासिल किया, जबकि मेलावास के रामसिंह राजपुरोहित दूसरे स्थान पर रहे. जोधपुर के ही हिमांशु गुर्जर ने तीसरा स्थान प्राप्त किया. साफा बांध प्रतियोगिता में दिकेन्द्र सिंह सिसोदिया ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि तेजवंत सिंह चौहान दूसरे स्थान पर रहे. तीसरा स्थान संयुक्त रूप से गणपत दास, विक्रमसिंह भैसाणा, पीयूष सेन और श्रवण कुमार ने हासिल किया.
चम्मच दौड़ भी रही खास
इसके साथ ही चम्मच दौड़ प्रतियोगिता में लड़कों के वर्ग में ललित माली ने प्रथम स्थान प्राप्त किया, जबकि द्वितीय स्थान आदित्य सिंह और राहुल माली ने साझा किया. तृतीय स्थान पर आरव राजपुरोहित रहे. लड़कियों के वर्ग में हर्षिता ने पहला स्थान हासिल किया, पूजा शेखावत और दिव्यांशी देवड़ा ने संयुक्त रूप से दूसरा स्थान प्राप्त किया, जबकि अविशा तीसरे स्थान पर रहीं.
इस महोत्सव में नहीं लगती एंट्री फीस
राजस्थान का ऐसा पहला खास महोत्सव है, जिसमें देशी-विदेशी पर्यटक न केवल भाग लेते है बल्कि इस महोत्सव में किसी प्रकार की कोई एंट्री फीस नही लगती. यहां पर्यटक मारवाड़-गोडवाड़ की लोक गीतों, डांस और रंग-बिरंगे पहनावे के साथ खाना-पान का लुत्फ उठाने आते हैं. महोत्सव के दौरान आयोजित होने वाली सभी गतिविधियों में आमजन और पर्यटकों का प्रवेश नि:शुल्क होता है. इसके लिए किसी भी प्रकार के एंट्री पास की आवश्यकता नहीं है.
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FIRST PUBLISHED : December 24, 2024, 16:47 IST