Ranchi rims hospital management has expelled 18 students and doctors from the hostel who had fought with each other nodmk8


रिम्स प्रबंधन द्वारा पहली बार इतनी बड़ी संख्या में मेडिकल छात्रों और डॉक्टरों के खिलाफ ऐसी अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है
Jharkhand News: रिम्स प्रबंधन ने जूनियर डॉक्टर असोसिएशन के दो सदस्यों समेत कुल 18 स्टूडेंट और डॉक्टरों को हॉस्टल से निष्कासित कर दिया है. इनमें से 13 छात्रों को तीन माह और पांच को एक वर्ष के लिए हॉस्टल से निष्कासित किया गया है. निष्कासन अवधि के दौरान इन सभी को अन्य सुविधाएं जैसे कैंटीन व मेस की सुविधा से भी वंचित किया गया. साथ ही निष्कासित अवधि में इन छात्रों को अपने सहयोगियों के कमरों में भी रहने की अनुमति नहीं होगी
रांची. झारखंड के सबसे बड़े अस्पताल रिम्स (RIMS) के हॉस्टल नंबर दो और सात के छात्रों के बीच हुई मारपीट मामले में प्रबंधन ने बड़ी कार्रवाई की है. रिम्स प्रबंधन (RIMS Management) ने 18 मेडिकल स्टूडेंट्स-डॉक्टरों को हॉस्टल से निकाल (Expelled From Hostel) दिया है. इसमें जूनियर डॉक्टर असोसिएशन (JDA) के दो सदस्यों डॉ. मृणाल और डॉ. अभिषेक समेत कुल 18 स्टूडेंट और डॉक्टरों को रिम्स कैंपस स्थित हॉस्टल से निष्कासित किया गया है. इनमें से तेरह छात्रों को तीन माह और पांच को एक वर्ष के लिए हॉस्टल से निष्कासित किया गया है. निष्कासन अवधि के दौरान इन सभी को अन्य सुविधाएं जैसे कैंटीन व मेस की सुविधा से भी वंचित किया गया. साथ ही निष्कासित अवधि में इन छात्रों को अपने सहयोगियों के कमरों में भी रहने की अनुमति नहीं होगी.
दरअसल बीते 11 सितंबर के दिन 2019 बैच के छात्रों की सप्लीमेंट्री परीक्षा खत्म होने के बाद जूनियर छात्र जश्न में डूबे हुए थे. हॉस्टल में शोर-शराबा हो रहा था. इसपर पीजी के छात्रों जिनकी 11 सितंबर को नीट पीजी की परीक्षा थी उन्होंने आपत्ति जताई थी. सीनियर छात्रों को जूनियर छात्रों का शोर-शराबा और हंगामा नागवार गुजरा. उन्होंने जूनियर छात्रों को फटकार लगाई और रैगिंग करवाते हुए उन्हें मुर्गा बनाया था. इसको लेकर जूनियर डॉक्टर्स का समूह सीधे पीजी हॉस्टल पहुंच गया और मामला तनावपूर्ण हो गया था.
इसके बाद जूनियरों ने अपने सीनियरों पर रैगिंग का आरोप लगाया था. पांच सितंबर को मामला बढ़ने के बाद बरियातू थाना की पुलिस के हस्तक्षेप के बाद यह मामला शांत हुआ था. रिम्स के चिकित्सा अधीक्षक (सुपरिटेंडेंट) ने पांच सदस्यीय जांच कमेटी बनाकर स्टूडेंट वेलफेयर काउंसिल के डीन डॉ. हिरेन बिरुआ को जांच का जिम्मा सौंपा था. कमेटी की रिपोर्ट के बाद रिम्स के निदेशक डॉ. कामेश्वर प्रसाद के निर्देश पर 18 नामित चिकित्सकों के खिलाफ प्रबंधन ने यह कार्रवाई की है.
पढ़ें Hindi News ऑनलाइन और देखें Live TV News18 हिंदी की वेबसाइट पर. जानिए देश-विदेश और अपने प्रदेश, बॉलीवुड, खेल जगत, बिज़नेस से जुड़ी News in Hindi.