JEE में मिली रैंक 4, IIT Bombay से किया B.Tech, अब अमेरिका में करते हैं ये काम

Last Updated:February 15, 2025, 21:24 IST
JEE IIT Success Story: अगर कुछ करने की सोच रहे हैं और उसी दिशा में पूरी लगन के साथ काम किया जाए, तो सफलता जरूर मिलती है. ऐसी ही कहानी एक शख्स की है, जिन्होंने IIT Bombay से पढ़ाई करके अमेरिका में ये काम कर रहे …और पढ़ें
JEE IIT Success Story: IIT Bombay से पढ़ाई करके अमेरिका में यह काम कर रहे हैं.
हाइलाइट्स
JEE मेन में ऑल इंडिया रैंक 4 हासिल की हैं.IIT बॉम्बे से ग्रेजुएशन के बाद माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च इंडिया में काम किया है.वर्तमान में यूनिवर्सिटी में यह काम कर रहे हैं.
JEE Success Story: कहा जाता है कि अगर आप कुछ करने की इच्छा रखते हैं और उसी डायरेक्शन में काम करते हैं, तो उसे सफलता जरूरी मिलती है. फिर चाहे देश की सबसे कठिन मानी जाने वाली परीक्षा ही क्यों न हो, उसे भी पास कर लिया जाता है. ऐसी ही कहानी एक शख्स की है, जो जेईई मेन की परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक 4 हासिल की हैं. इसके साथ ही उन्हें जेईई एडवांस्ड में भी रैंक 92 मिली है. जिनकी हम बात कर रहे हैं, उनका नाम श्रीराम बालासुब्रमण्यम है.
जेईई में हासिल की रैंक 4जेईई मेन में चौथी रैंक लाने वाले श्रीराम बालासुब्रमण्यम की स्कूली पढ़ाई मुंबई में हुई है. उन्होंने अपनी कक्षा 12वीं की पढ़ाई नेरुल के पेस जूनियर साइंस कॉलेज से पूरी की. इसके बाद, उन्होंने आईआईटी बॉम्बे से ग्रेजुएट की डिग्री प्राप्त की हैं. जहां उन्होंने प्रोफेसर सुनीता सरावगी के मार्गदर्शन में अपनी बैचलर थीसिस पूरी की. उनकी रुचि और समर्पण न केवल उन्हें रिसर्च फील्ड में आगे बढ़ा रहे हैं, बल्कि एआई और मशीन लर्निंग के प्रैक्टिकल एप्लीकेशन को प्रभावी बनाने में भी योगदान दे रहे हैं.
माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च इंडिया में किया कामआईआईटी बॉम्बे से ग्रेजुएट होने के बाद श्रीराम माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च इंडिया में एक रिसर्च फेलो के रूप में शामिल हुए थे. वहां उन्होंने नागराजन नटराजन और वेंकट पद्मनाभन के साथ मिलकर नेटवर्क बिहेवियर की नकल करने वाले मशीन लर्निंग मॉडल डेवलप करने पर काम किया है. यह अनुभव उनके लिए अत्यंत मूल्यवान साबित हुआ, जिससे उन्होंने रिसर्च फील्ड में अपनी स्पेशलिस्ट को और अधिक निखारा है.
यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड में करते हैं ये कामवर्तमान में श्रीराम बालासुब्रमण्यम यूनिवर्सिटी ऑफ मैरीलैंड, कॉलेज पार्क में पीएचडी के छात्र हैं. वह प्रोफेसर सोहेल फेजी के मार्गदर्शन में कंप्यूटर साइंस विभाग में रिसर्च कर रहे हैं. उनकी रिसर्च रुचि मशीन लर्निंग और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की सीमाओं को विस्तारित करने में है, जिससे इन तकनीकों को अधिक विश्वसनीय और विभिन्न डोमेन में लागू किया जा सके.
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First Published :
February 15, 2025, 21:24 IST
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JEE में मिली रैंक 4, IIT Bombay से किया B.Tech, अब अमेरिका में करते हैं ये काम